दुनियाभर के देशों के जो सेंट्रल बैंक हैं, क्या उनके फैसलों का भी चांदी पर असर पड़ा है?

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निवेश करना हो तो ये है मौका, सोना 6 हजार और चांदी 21 हजार रुपए के डिस्काउंट पर, ये शेयर भी हैं सस्ते भाव पर

मुंबई- अगर आप सोना, चांदी, शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए यह सही समय है। विश्लेषकों के मुताबिक इस समय सोना चांदी के साथ शेयर बाजार में भी भारी गिरावट रही है। ऐसे में आप डिस्काउंट पर खरीदी कर सकते हैं। सोने में एक हफ्ते में करीब 3.76 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। 4 दिन में ही यह 2000 रुपए से ज्यादा टूट गया है।

अगस्त में सोना और चांदी की कीमत अब तक के टॉप स्तर पर पहुंच गई थी। अब इसमें भारी गिरावट है। अगस्त की तुलना में सोना प्रति दस ग्राम 6,000 रुपए कम हो गया है। यह 56 हजार से घटकर 50 हजार रुपए के नीचे आ गया है। इसी तरह चांदी की चांदी में निवेश के हैं कई कारण कीमत भी इस समय 58 हजार रुपए प्रति किलो चल रही है। यह एमसीएक्स पर 79 हजार प्रति किलो से टूटकर चांदी में निवेश के हैं कई कारण इस भाव पर आई है। इस तरह से दोनों कमोडिटी में आपको अच्छा डिस्काउंट मिल रहा है।

सोना न सही,आपकी हो सकती है चांदी: क्यों बढ़े दाम, क्या करें निवेशक

सोना न सही,आपकी हो सकती है चांदी: क्यों बढ़े दाम, क्या करें निवेशक

महंगी धातुओं जैसे सोना-चांदी के भाव में पिछले दिनों अच्छी तेजी देखने को मिली है, खासतौर पर चांदी ने खासा प्रदर्शन किया है. चांदी के दाम 75 हजार रुपये प्रति किलो के पार जा चुके हैं, इसी के साथ चांदी के भाव में तेज उतार-चढ़ाव भी देखने को मिला है. इस वक्त सोना भी दिन-ब-दिन कीमत के नए रिकॉर्ड बना रहा है. सोने-चांदी को एक ही तरह से देखा जाता है लेकिन दोनों धातुओं के उतार-चढ़ाव के पीछे अलग-अलग कारण होते हैं.

हम यहां चांदी को लेकर कुछ सवालों के जवाब दे रहे हैं-

Gold Rate: इस वजह से गिर रहे सोने के दाम, जानिए अभी कितना करना चाहिए निवेश

Gold Rate: इस वजह से गिर रहे सोने के दाम, जानिए अभी कितना करना चाहिए निवेश

आपने एक डायलॉग सुना होगा-हीरा है सदा के लिए. लेकिन हीरा खरीदने वाले कितने लोग हैं? कह सकते हैं मुट्ठी भर. सोना के खरीदार और कद्रदान कई हैं जो कहते हैं-सोना है सदा के लिए या सोना कितना सोणा है. इनके सबके बीच कई लोग हैं जो अब सोना को सदाबहार नहीं बताते. वजह है इसके दामों में आ रही गिरावट. सवाल है कि जब सोने को इतना भरोसेमंद माना जाता है, ‘सेफ हेवेन’ के रूप में देखा जाता है, तो फिर गिरावट क्यों. इसका जवाब है कि सोना एक प्रोड्यूस्ड कॉमोडिटी भी है जिस पर कई आर्थिक शक्तियों के उतार-चढ़ाव का फर्क पड़ता है. ऐसे में जब पूरी दुनिया की आर्थिकी कोरोना के जद में है, तो सोना इससे कैसे बच सकता है.

लंबे समय से गिरावट जारी

पिछले महीने का रिकॉर्ड देखें तो मल्टी कॉमोडिटी एक्सचेंज में सोने की कीमत 2,000 रुपये तक गिरे और बाद में उसमें सुधार देखी गई. जानकारों के मुताबिक यह गिरावट अमेरिकी फेडरल रिजर्व के उस फैसले के चलते है जिसमें ब्याज दरें बढ़ाने की बात कही गई है. गिरावट की एक वजह ये भी बताई जा रही है कि डॉलर हाल के समय में रुपये की तुलना में मजबूत हुआ है. सोमवार को इसका भाव 47,909 रुपये रहा जो 10 ग्राम की कीमत थी. पहले का रिकॉर्ड देखें तो यह 2-3 हजार रुपये पीछे चल रहा है. जानकारों का कहना है कि अभी निवेशकों को इसमें पैसा लगाने से बचना चाहिए क्योंकि मार्केट में दाम में अंतर देखने को मिल सकता है.

एक तरफ फिजिकल गोल्ड की कम खरीद देखी जा रही है तो दूसरी ओर गोल्ड ईटीएफ की खरीदारी में तेजी आई है. लोगों ने जून, 2021 को समाप्त तिमाही में 1,328 करोड़ रुपए का निवेश किया है. अब जबकि बाजार खुल रहे हैं, आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं तो लोग गोल्ड ईटीएफ में निवेश को अच्छा साधन मान कर चल रहे हैं. फिजिकल गोल्ड की खरीदारी जहां बिटकॉइन की वजह से प्रभावित हुई तो गोल्ड ईटीएफ पर इसका असर नहीं देखा जा रहा है. अभी लोगों की दिलचस्पी गोल्ड से ज्यादा बिटकॉइन लेने पर है क्योंकि बिना किसी झंझट के बैठे-बिठाए अच्छी कमाई हो रही है. एक यह वजह भी है कि सोने के भाव में गिरावट देखी जा रही है.

जानें भारत में कैसे निकाला जाता है सोना ?

सोना मूल्यवान वस्तु है। इसके मूल्यवान होने की वजह से आम आदमी तक इसकी पहुंच भी मुश्किल है। हालांकि, जितनी इसकी पहुंच मुश्किल है, उतना ही सोने को जमीन से निकालना भी मुश्किल होता है। आज हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे कि सोने को कैसे निकाला जाता है और अंतिम रूप से इसे किस प्रकार तैयार किया जाता है।

How is gold mined in India?

सोना बहुत कीमती है और यही वजह है कि कुछ लोग सोने में निवेश करते हैं। वहीं, घर में शादी हो या फिर कोई विशेष मौका, इन अवसरों पर सोने से बने आभूषणों को खरीदा या बनवाया जाता है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से भारत में सोने के बारे में बताने जा रहे हैं कि सोना कैसे निकाला जाता है।

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के अनुसार, साल 2020 तक भारत में सोने की खान का उत्पादन महज 1.6 टन था, लेकिन लंबी अवधि में यह बढ़कर 20 टन प्रति वर्ष हो सकता है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने भारतीय सोने के बाजार पर गहन विश्लेषण की एक श्रृंखला के हिस्से के रूप में 'भारत में स्वर्ण खनन' शीर्षक से एक रिपोर्ट चांदी में निवेश के हैं कई कारण भी लांच की थी. WGC ने रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला है कि भारत में सोने के खनन की समृद्ध विरासत है, लेकिन उद्योग की वृद्धि विरासत की प्रक्रियाओं और कम निवेश से बाधित हुई है.

क्यों और कैसे करें गोल्‍ड में निवेश? जानें हर सवाल का जवाब

टाइम्स नाउ डिजिटल

why you should invest in gold and Which is the best way to invest in gold

नई दिल्ली। भारतीय त्योहारों के दौरान गोल्‍ड (सोना) को पवित्र मानते हुए इसमें निवेश कर अपने पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने की कोशिश करते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारतीय घरों में सोना खरीदना कोई नई बात नहीं है। रिसर्च बताते हैं कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा घरेलू स्वर्ण भंडार है। शादी और बच्चे के जन्म जैसे खास मौकों पर सोना खरीदा जाता है। हालांकि सोना अचल संपत्ति या रियल एस्टेट की तरह एक भौतिक संपत्ति है, लेकिन वित्तीय या डिजिटल निवेश परिसंपत्तियों से इसकी चमक में कोई कमी नहीं आई है। गोल्‍ड में किया गया निवेश अभी भी मजबूत और अच्छे कारणों से जारी है।

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