डिजिटल करेंसी

Digital Currency: आ गया भारत का अपना डिजिटल रुपया, जानें आपको इससे क्या होंगे फायदे

Digital Currency: भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मंगलवार से डिजिटल रुपये की शुरुआत की है, इससे अब आपको कैश लेकर इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं होगी. जानिए क्या होंगे फायदे?

By: अजातिका सिंह | Updated at : 01 Nov 2022 08:21 PM (IST)

Digital Currency: भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार 1 नवंबर से डिजिटल करेंसी यानी भारतीय रुपे की शुरुआत कर दी है. अपने पहले पायलट परीक्षण कार्यक्रम के जरिए डिजिटल रुपये का इस्तेमाल अब व्यापक रूप से किया जा सकेगा. इसके लिए रिजर्व बैंक ने नौ बैंकों- भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी- को इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत शामिल किया है.

डिजिटल रुपये के ज़रिए अब लोगों की कैश पर निर्भरता कम होगी और यह एक तरह से थोक खंड (Wholesale Transaction) के लिए अच्छा विकल्प भी साबित होगा. अभी तक ट्रांजेक्शन करेंसी, रुपये या चेक के माध्यम से या किसी बैंकिंग सिस्टम के माध्यम से किया जाता है. लेकिन डिजिटल नोट में कोई हार्ड करेंसी की जरूरत नहीं होगी. वॉलेट टू वॉलेट आप ट्रांजेक्शन कर पाएंगे.

जानिए क्या बताया एक्सपर्ट ने

नए प्रोजेक्ट की शुरुआत के साथ ही कई सवालों का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज ने आर्थिक विशेषज्ञ विजय सरदाना से उनकी राय जानी. सरदाना कहते हैं कि "मुझे लगता है कि काला धन इस प्रोजेक्ट के जरिए कम हो जाएगा, क्योंकि आगे आने वाले समय में सरकार उदाहरण के लिए पांच हजार से ज्यादा के ट्रांजेक्शन के लिए इसका इस्तेमाल अनिवार्य कर सकती हैं. सभी ट्रांजेक्शन की जानकारी सरकार के पास रहेगी जिससे सभी के द्वारा होने वाले खर्चों पर सरकार की सीधी नजर रहेगी. हार्ड करेंसी पर निर्भरता कम हो जाएगी. ये सरकार की एक बहुत अच्छी शुरुआत है."

Auto Reels

Crypto Currency से कैसे अलग होगी डिजिटल करेंसी?

ये Rupee to Rupee ट्रांजेक्शन पर आधारित है, क्राइपो में मार्केट का उछाल- गिरावट भी मायने रखते हैं. ये RBI यानि केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया है और उनके द्वारा ही रेगुलेटेड है. वहीं क्रिप्टो प्राइवेट एंटरप्राइज हैं, जिसके चलते उसमे जोखिम बहुत होता है. यहां आरबीआई में 9 बैंक शामिल हैं जिसके जरिए जानकारी मिलेगी कि कहां हमें इसका लाभ मिल रहा है. अभी आपको कैश जमा करना पड़ता है, संभाल कर रखना पड़ता है, बैंकों में जमा करना होता है, करेंसी डैमेज भी होती है, डिजिटल करेंसी आ जाने से अब ऐसा नहीं होगा.

गूगल पे, पेटीएम, UPI जैसे ई-वॉलेट से कैसे अलग है?

ई-वॉलेट में लिमिट होती है, लेकिन इसमें डिजिटल करेंसी से बड़ा अमाउंट भी आप ट्रांसफर कर पाएंगे. लेकिन इसमें सिक्योरिटी का भी बड़ा कंसर्न होगा. जिससे इसका मिसयूज ना हो. जैसे गलत नंबर पर पैसे ट्रांसफर करने की सूरत में क्या किया जाएगा. इसका ब्योरा भी RBI द्वारा साफ किया जाएगा.

क्या ये आम लोगों के लिए नहीं है?

आम लोग आरबीआई के पहले से इजाजत दिए गए ई-वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन होल सेल में ई-वॉलेट से काम नहीं हो पा रहा है, जिसके लिए इस प्रोजेक्ट को लाया गया है. जैसे शादी की शॉपिंग में होने वाले मोटे खर्च, मंडी में होने वाला खर्च इत्यादि, अब ये सब आसान हो जाएगा.

करेंसी नोट क्या खत्म हो जाएंगे?

नहीं, ऐसा नहीं होगा. लेकिन इससे सुविधा हो जाएगी. अभी आपके नोट फट जाएं या चोरी हो जाएं तो दिक्कत होगी. लेकिन डिजिटल करेंसी में ये सब परेशानी नहीं होगी. ट्रैवल करते समय कोई टेंशन नही होगी. अभी दो लाख -पांच लाख ट्रांसफर करने में मुश्किल आती है. जो अब आसान हो जाएगा. कैश ट्रांसफर को अपग्रेड करने का भी प्रयास किया जा रहा है.

Net banking से कैसे अलग है?

नेट बैंकिंग में पेमेंट चार्ज भी लगता है, इसमें कैश-टू-कैश ट्रांजैक्शन होगा. कोई चार्ज नहीं देना होगा.

RBI ने 9 बैंकों को ही इस प्रोजेक्ट के लिए क्यों चुना?

आरबीआई ने देखा होगा कि किस बैक का डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत मजबूत है, किसकी साइबर सिक्योरिटी मजबूत है, किसकी पहुंच कितनी है- जैसे मापदंप आरबीआई ने देखे होंगे और उन्हें ही इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनाया होगा.

यह भी पढ़ें:

Published at : 01 Nov 2022 08:10 PM (IST) Tags: Crypto currency RBI DIGITAL CURRENCY हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

देश में कहां और कैसे मिलेगा डिजिटल रुपया? क्या हैं इसके फायदे, जानिए पूरी डिटेल्स

डिजिटल रुपया (e₹-R) का उपयोग आप देश में कई तरह की खरीदारी के लिए कर सकते है. इसे कुछ चुनिंदा बैंको के जरिये ही ख़रीदा जा सकता है.

By: ABP Live | Updated at : 18 Dec 2022 01:25 PM (IST)

डिजिटल रुपया (Pic: ABP Live)

How To Buy Digital Rupee Currency In India : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से देश में डिजिटल इकॉनमी (Digital Economy) को बढ़ावा देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर डिजिटल रुपये (Digital Rupee) की शुरूआत हुई. आरबीआई द्वारा लॉन्च डिजिटल रुपया (e₹-R) का उपयोग देश में दुकानों से लेकर हर तरह की खरीदारी के लिए किया गया है. यह डिजिटल रुपया (Digital Rupees) एक ​लीगल टेंडर के तहत जारी हुआ है. यह डिजिटल टोकन (Digital डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? Token) के रूप में काम करेगा. देश में e-RUPI की सुविधा नेशनल पेमेंट कॉर्पोशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से दी जा रही है. NPCI ही ई-रुपये के पेमेंट के लिए QR code भी जारी कर रहा है.

क्या है डिजिटल रुपया

आपको बता दें कि, डिजिटल रुपया या ई-रुपया (e-Rupee) नोट और सिक्कों का डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप है. ई-रुपया के आने के बाद से अब आपको नोट या सिक्के रखने की कोई जरूरत नहीं है. खरीदारी या किसी अन्य लेनदेन के लिए आप इस ई-रुपये का इस्तेमाल कर सकते है. इसमें आपको ऑनलाइन लेनदेन करना होगा. डिजिटल रुपया ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है.

ये होंगे लेनदेन

डिजिटल रुपये से आप व्यक्ति-से-व्यक्ति (P2P) और व्यक्ति-से-व्यापारी (P2M) के बीच लेनदेन कर सकते हैं. आप किसी दुकान पर कोई सामान खरीदने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते है. आपको दुकानदार के QR कोड को स्कैन करके डिजिटल वॉलेट में जमा ई-रुपी से भी पेमेंट करने का विकल्प मिलता है.

देश में कहां मिलेगा

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पायलट प्रोजेक्ट के 8 बैंकों के साथ डिजिटल रुपया को उपलब्ध कराने की जानकारी दी है. इसमें पहले चरण में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में सुविधा शुरू होगी. वही दूसरे चरण में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला में डिजिटल रुपया मिल सकेगा.

इन बैंकों में मिलेगा डिजिटल रुपया

पहले चरण की 4 बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), यस बैंक (YES Bank) और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC Bank) मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में ये सुविधा उपलब्ध होगी. वहीं दूसरे चरण में बैंक ऑफ बड़ौदा (BOI), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI), एचडीएफसी बैंक (HDFC) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak) के जरिए डिजिटल रुपया मिलेगा.

ऐसे ले सकते हैं डिजिटल रुपया

आप डिजिटल रुपया को भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के ऐप या वेबसाइट से खरीद सकते हैं. इसके लिए ग्राहकों के मोबाइल या किसी अन्य डिवाइस में बैंकों द्वारा एक डिजिटल वॉलेट में उपलब्ध कराया जाएगा. ग्राहक अपने बैंक के वॉलेट में इस डिजिटल करेंसी को रख सकते हैं.

यह भी पढ़ें-

Published at : 18 Dec 2022 01:25 PM (IST) Tags: yes bank Union Bank of India RBI DIGITAL RUPEE DIGITAL CURRENCY CBDC Pilot For Trading Digital Rupee Pilot हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

क्या है डिजिटल करेंसी, जो बन सकती है भारत की अधिकारिक मुद्रा

सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) वो करेंसी होगी जो केंद्रीय बैंक, यानी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी एक डिजिटल मुद्रा होगी. यह "ब्लॉकचैन और अन्य तकनीकों" पर आधारित होगा. सरल शब्दों में कहें तो CBDC भारतीय रुपये का एक डिजिटल रूप होगा.

डिजिटल करेंसी

डिजिटल करेंसी

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 07 फरवरी 2022,
  • (Updated 07 फरवरी 2022, 7:29 PM IST)

भारतीय मुद्रा का डिजिटल रूप होगी ये करेंसी

इसका आंतरिक मूल्य होगा

ये राज्य द्वारा समर्थित होगी

2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करते वक्त वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजीटल करेंसी (Digital Currency) के बारे में बात की. उन्होंने कहा था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया वित्त वर्ष 2022-23 में डिजीटल करेंसी को लॉन्च करेगा, और ये भारत सरकार की आधिकारिक डिजिटल करेंसी होगी. इसके अलावा उन्होंने बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी से होने वाले मुनाफे पर फ्लैट 30% टैक्स की भी घोषणा की थी. तब से ये दोनों चीजें चर्चा का विषय डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? बनी हुई हैं. हालांकि इस बारे में ज्यादा सूचना या विवरण सरकार ने नहीं दिया है. तो चलिए आज आपको डिजीटल करेंसी के बारे में बताते हैं.

क्या है डिजिटल करेंसी?
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) वो करेंसी होगी जो केंद्रीय बैंक, यानी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी एक डिजिटल मुद्रा होगी. यह "ब्लॉकचैन और डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? अन्य तकनीकों" पर आधारित होगा. सरल शब्दों में कहें तो CBDC भारतीय रुपये का एक डिजिटल रूप होगा. एक बार जब आरबीआई डिजिटल करेंसी को जारी करना शुरू कर देगा तो हम और आप जैसे आम लोग नियमित रुपये की तरह ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. डिजिटल रुपया आपके एनईएफटी, आईएमपीएस या डिजिटल वॉलेट की तरह डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? होगा. आप इसका उपयोग थोक लेनदेन या खुदरा भुगतान करने के लिए कर सकते हैं. आप इसे विदेश भेज सकते हैं. आप इसके साथ बहुत कुछ कर सकते हैं.

क्यों चाहिए ये डिजीटल करेंसी?
फिलहाल इस बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं है लेकिन भारत सरकार डिजीटल करेंसी इसलिए लॉन्च कर रही है क्योंकि आज कल डिजीटल करेंसी का जमाना है और भारत किसी भी मायने में दूसरे देशों से पीछे नहीं रहना चाहता है. हम सब की तरह सरकार ने भी ये मान लिया है कि इस करेंसी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. सरकार ने वर्चुअल करेंसी के वजूद को नकारने के बजाय अपनी खुद की एक करेंसी लॉन्च करने का फैसला किया है. नियमित करेंसी के विपरीत आपको डिजिटल करेंसी को ट्रांसफर करने के लिए बैंक खाते की आवश्यकता नहीं होगी. चूंकि यह ब्लॉकचेन पर आधारित होगा, इसलिए आप इसे सीधे दूसरे व्यक्ति के डिजिटल रुपये वाले वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं.

यह बिटकॉइन जैसी निजी डिजीटल मुद्राओं से कैसे अलग होगा?
एक डिजिटल करेंसी मूल रूप से बिटकॉइन और एथेरियम जैसी निजी क्रिप्टोकरेंसी से अलग होगी क्योंकि यह राज्य द्वारा समर्थित होगी और इसका आंतरिक मूल्य होगा. सरकार ने बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को वर्चुअल एसेट्स कहा है. यानी वो लीगल टेंडर नहीं होंगे.

क्या यह पारंपरिक रुपये की जगह लेगा?
इस डिजिटल करेंसी को मुद्रा के रूप में गिना जाएगा. इससे सरकार को कम नोट छापने और नकली मुद्रा पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी. यह "अधिक कुशल और सस्ती मुद्रा प्रबंधन प्रणाली" बनाने में डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? मदद करेगा. नियमित रुपये के विपरीत, डिजिटल रुपये को ऑनलाइन लेनदेन के लिए बैंक मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होगी. प्रेषक और प्राप्तकर्ता ब्लॉकचैन का उपयोग करके लेनदेन कर सकते हैं, और आरबीआई गारंटर होगा.

क्या डिजिटल रुपये के कोई नुकसान हैं?
डिजिटल रुपये का उपयोग हमेशा पैसे का निशान छोड़ देगा. इसका मतलब है कि सरकार यह ट्रैक कर सकेगी कि आपने पैसे का इस्तेमाल कहां और कैसे किया. यह गोपनीयता की चिंताओं को जन्म देगा क्योंकि इसमें शामिल पक्षों के वित्तीय लेनदेन को लीक और दुरुपयोग किया जा सकता है.

डिजिटल रुपया कब लॉन्च होगा?
कुछ पर्यवेक्षकों का कहना है कि यह तभी होगा जब संसद क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक का विनियमन पारित करेगी, जो आरबीआई को डिजिटल रुपया जारी करने का अधिकार देगा. संसद के चालू बजट सत्र में इस बिल के पेश होने की संभावना नहीं है. हो सकता है, इसे कैलेंडर वर्ष के दूसरे भाग में मानसून या शीतकालीन सत्र में पेश किया जाए.

1 दिसंबर से यूज कर पाएंगी करेंसी नोटों का डिजिटल स्वरूप, मिलेंगे कई सारे फायदे

what is ribi digita currency in hindi

आरबीआई समय-समय पर कई सारी सुविधाओं को लोगों के लिए शुरू करता रहता है। आज से आरबीआई ने डिजिटल करेंसी का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके माध्यम से आपको कई सारे फायदे मिलेंगे जो हम आपको इस लेख में बताएंगे और इसके साथ-साथ आपको यह भी बताएंगे कि आप कैसे इसका यूज कर पाएंगी।

जानिए क्या है डिजिटल करेंसी?

how can we use rbi digital currency

आज के समय में डिजिटली ट्रांजेक्शन बहुत इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि रिटेल यूज के लिए हाल ही में 1 नवंबर को केंद्रीय बैंक ने सिर्फ होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल करेंसी को लॉन्च किया था लेकिन आज से यानी 1 दिसंबर से इस डिजिटल करेंसी को रिटेल यूज के लिए भी लॉन्च कर दिया गया है।

इसके साथ आपको यह भी बता दें कि यह रिटेल डिजिटल करेंसी के लिए पहला पायलट प्रोजेक्ट भी है। यह अभी कुछ स्थानों पर ही शुरू किया जाएगा और इसकी सफलता के बाद बाकी जगहों को धीरे-धीरे इससे जोड़ा जाएगा। आपको बता दें कि इस डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) भी कहा जाता है।

कैसे कर सकती हैं डिजिटल करेंसी का यूज?

डिजिटल करेंसी को आरबीआई की तरफ से जारी किया गया है। आपको बता दें कि यह एक डिजिटल टोकन की तरह से काम करेगा। इसका यूज आप आसानी से अपने साधारण रुपये के लेन-देन की तरह की कर पाएंगी। इस डिजिटल करेंसी को ई-रुपये भी कहा जाता है। (100, 200, 500 और 2000 रुपए के एक नोट को छापने में खर्च होते हैं इतने रुपए)

आपको बता दें कि इसका डिस्ट्रीब्यूशन हमारे देश में मौजूद बैंकों के द्वारा ही होगा। अगर आप इसका यूज करना चाहती हैं तो आप डिजिटल वॉलेट के माध्यम से इसका यूज कर पाएंगी। डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? इसके करेंसी की मदद से आप किसी अन्य व्यक्ति से भी लेन-देन कर सकती हैं।

इसके साथ-साथ आप किसी दुकानदार से भी करेंसी नोट के इस डिजिटल स्वरूप की मदद से लेनदेन कर सकती हैं। इसका यूज करने के लिए आपको क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा।

मिलेंगे ये फायदे

अगर आपके पास कैश नहीं होंगा तो इस डिजिटल करेंसी की मदद से आप आसानी से पेमेंट कर पाएंगी। इसके साथ-साथ आपको सबसे बड़ा फायदा यह मिलेगा कि आप बिना इंटरनेट के भी इसका यूज कर पाएंगी और इसकी वैल्यू भी उतनी ही होगी जितनी करेंसी की होती है। आप आसानी से इस करेंसी के माध्यम से मोबाइल वॉलेट से ही पेमेंट कर पाएंगी। इसके अलावा काला धन और मनी लॉन्ड्रिंग पर भी लगाम लगेगी।

तो यह थी जानकारी डिजिटल करेंसी से जुड़ी हुई। उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें आर्टिकल के नीचे आ रहे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

RBI Digital Rupee: आज से लेन-देन के लिए डिजिटल करेंसी, जानिए क्या हैं इसके फायदे

डिजिटल करेंसी को लेकर आरबीआई ने कहा है कि, डिजिटल रुपये को बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा. वहीं, पायलट प्रोजेक्ट के तहत उपयोगकर्ता परीक्षण में शामिल होने वाले बैंकों की तरफ से पेश किए जाने वाले डिजिटल वॉलेट के जरिये ई-रुपये से लेनदेन कर सकेंगे.

Digital Rupee

Digital Rupee: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आज से डिजिटल रुपये के खुदरा इस्तेमाल को लेकर पहला पायलट परीक्षण शुरू कर रहा है. रिजर्व बैंक के अपनी डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी नाम दिया है. पायलट परीक्षण के तहत फिलहाल सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के चार बैंकों को शामिल किया गया है. गौरतलब है कि आरबीआई ने बीते मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी देते हुए पायलट परीक्षण की बात कही थी.

ई-रुपये से लेनदेन में होगी आसानी: डिजिटल करेंसी को लेकर आरबीआई ने कहा है कि, डिजिटल रुपये को बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा. वहीं, पायलट प्रोजेक्ट के तहत उपयोगकर्ता परीक्षण में शामिल होने वाले बैंकों की तरफ से पेश किए जाने वाले डिजिटल वॉलेट के जरिये ई-रुपये से लेनदेन कर सकेंगे. यह लेनदेन पी2पी और पी2एम दोनों ही फॉर्मेट में किए जा सकेंगे.

चार बैंकों को किया जाएगा शामिल: डिजिटल रुपये के खुदरा उपयोग के इस परीक्षण में भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक समेत चार बैंक शामिल होंगे. आरबीआई का पायलट परीक्षण देश की राजधानी दिल्ली समेत मुंबई, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में किया जाएगा. आरबीआई ने कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक रुपया एक डिजिटल टोकन के स्वरूप में होगा, जो एक वैध मुद्रा को रिप्रेजेंट करेगा. इसे इस समय जारी होने वाली कागजी मुद्रा एवं सिक्कों के मौजूदा आकार में ही जारी किया जाएगा.

इन खूबियों से लैस होगा डिजिटल रुपया: डिजिटल करेंसी को लेकर आरबीआई का कहना है कि यह रुपया परंपरागत नकद मुद्रा की ही तरह धारक को भरोसा, सुरक्षा और अंतिम समाधान डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? देगा. आरबीआई ने कहा कि नकदी की तरह ही डिजिटल रुपया के धारक को किसी तरह का ब्याज नहीं मिलेगा और इसे बैंकों के पास जमा के लिए इस्तेमाल डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? किया जा सकता है.
भाषा इनपुट के साथ

Indian Railways: रेल यात्रियों को बड़ी राहत, इस ट्रेन के किराये में हो सकती है 30 फीसदी तक की कटौती

Indian Railways: रेल यात्रियों को बड़ी राहत, इस ट्रेन के किराये में हो सकती है 30 फीसदी तक की कटौती

Prabhat Khabar App :

देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट और राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

रेटिंग: 4.26
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 773