17 साल की लड़की पर जो एसिड फेंका गया वो Flipkart से मंगाया था। Amazon पे भी ऐसिड बिक रहा है। सोचिए कितना आसान है किसी के लिए भी तेज़ाब ख़रीदना…बटन दबाओ, घर बैठे तेज़ाब की Home Delivery पाओ! मैं Flipkart और Amazon को नोटिस जारी कर रही हूँ, उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए! pic.twitter.com/aE15c2zbAO— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 15, 2022

Ecommerce kya hai | Ecommerce काम कैसे करता है ? | Full Details in Hindi

E-Commerce क्या है? इस बिजनस को कैसे करते है? हिंदी में जानकारी

ऑनलाइन खरीदारी दीन-प्रतिदिन बढ़ते जा रही है और ऐसे उम्मीद है की आने वाले अगले 5 साल में यह और तेजी से बढ़ने वाला है,ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है?

ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि आप अपना बिजनस शुरू करने से पहले अपना पूरा रिसर्च करें।

पता लगाएँ कि आप किन प्रोडक्टस और सर्विस को बेचने जा रहे हैं और बाज़ार, अपने लक्षित दर्शकों, प्रतिस्पर्धा और जरूरती लागतों को देखें।

इसके बाद, एक डोमेन नाम सिलेक्ट करें , एक बिजनस का स्ट्रक्चर चुनें, और आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करें (जैसे:- टैक्स , लाइसेंस आदि )।

इससे पहले कि आप प्रोडक्ट बेचना शुरू करें, एक प्लेटफ़ॉर्म तय करें और अपनी वेबसाइट डिज़ाइन करें (जैसे:- Shopify, WordPress आदि )।

शुरुआत में सब कुछ सरल और आसान रखने की कोशिश करें और सुनिश्चित करें कि आप अपने बिजनस का मार्केटिंग करने के लिए ज्यादा-ज्यादा चैनलों का उपयोग करें ताकि यह जल्दी से बढ़ सके।

Types of E-commerce in Hindi?

चाहे आप कस्टमर को सीधे प्रोडक्ट बेचते हों या अन्य बिजनस को सेवाएं बेचते ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? हों, आप ई-कॉमर्स के साथ ऑनलाइन बिक्री कर सकते हैं।

आपके ऑनलाइन स्टोर को लॉन्च करने से पहले इसके प्रकार पर विचार करें ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? क्यूंकी कई प्रकार के ईकॉमर्स बिजनस मॉडल हैं।

चुनने के लिए यहां कुछ विभिन्न प्रकार के ईकॉमर्स बिजनस दिए गए हैं:-

B2C — Business to Consumer

B2C ईकॉमर्स का तात्पर्य व्यक्तिगत ग्राहकों को सामान या सेवाएं बेचने से है।

B2C वह है जो अधिकांश लोग “ईकॉमर्स बिजनस” शब्द सुनते ही सोचते हैं।

B2B — Business to Business

B2B ईकॉमर्स, डायरेक्ट बिजनस को प्रोडक्ट और सर्विस को बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

B2B कंपनियों के पास आमतौर पर उच्च ऑर्डर मूल्य और अधिक खरीदारी होती है।

D2C — Direct to Consumer

D2C ईकॉमर्स, B2C के समान है जिसमें अंतिम ग्राहक एक व्यक्तिगत उपभोक्ता है, लेकिन इसमें अंतर यह है कि यह रीटेलर या होलसेलर का उपयोग करने के बजाय कस्टमर को सीधे बेचने का अवसर देता है।

E-commerce का भविष्य क्या है?

E-commerce kya hai जानने के बाद आइए जानते है आखिर ईकॉमर्स इंडस्ट्री का भविष्य कैसा है?

E-Marketer के अनुसार, यह अनुमान लगाया गया है कि दुनिया भर में ईकॉमर्स 2021 तक 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।

अनलाइन मार्केट में आगे रहने के लिए, कई बिजनस के मालिक अपने बिजनस को ऑनलाइन ले जा रहे हैं – न केवल एक वेबसाइट के द्वारा बल्कि अपने प्रोडक्ट और सर्विस को सीधे अपनी वेबसाइट और अन्य ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से बेचकर।

ईकॉमर्स के नवीनतम आंकड़े इस तथ्य को उजागर करते हैं कि ऑनलाइन शॉपिंग, कस्टमर के व्यवहार बदल रहा है और ग्राहक के द्वारा इसको प्राथमिकता दिया जा रहा है|

2021 तक ईकॉमर्स की बिक्री, रीटेल बिक्री के 17.5% तक पहुंचने का अनुमान है।

दुनिया की करीब 21.8% आबादी ऑनलाइन खरीदारी करती है।

यदि आप ऑनलाइन बिक्री नहीं कर रहे हैं, तो आप संभावित खरीदारों को अपना ग्राहक बनाने के बेहतरीन अवसर को खो रहे हैं।

Forrester के अनुसार, यूएस B2B की ईकॉमर्स इंडस्ट्री 2023 तक 1.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।

73 प्रतिशत खरीदार अपनी खरीदारी करने के लिए Google, सोशल मीडिया और ईमेल सहित कई चैनलों का उपयोग करते हैं।

बिक्री को अधिकतम करने और ग्राहकों के अनुरूप अनुभव प्रदान करने के लिए, नए बिजनस ट्रेंड्स में शीर्ष पर बने रहना महत्वपूर्ण है।

यह स्पष्ट है कि ईकॉमर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फलफूल रहा है, इसलिए अब ईकॉमर्स को एक महत्वपूर्ण और जरूरी बिजनस के रूप में मानने का समय है।

2040 ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? तक सभी खरीदारी का 95% ई-कॉमर्स के माध्यम से किए जाने की उम्मीद के साथ, ई-कॉमर्स लहर की सवारी करने में बहुत देर नहीं हुई है।

Top 5 ई-कॉमर्स वेबसाइट इन हिन्दी

हमने बहुत रिसर्च किया है और दुनिया की शीर्ष 5 ईकामर्स वेबसाइटों को चुना है।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर तेजाब बेचने के आरोप में ई-कॉमर्स कंपनियों को DCW का नोटिस

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (DCW Chairperson Swati Maliwal) ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर तेजाब की खुली बिक्री को लेकर ई कॉमर्स कंपनियों को नोटिस जारी किया है. आयोग ने ई-शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर एसिड की उपलब्धता के कारणों के साथ-साथ उन विक्रेताओं का विवरण भी मांगा है, जिन्होंने अपने प्लेटफॉर्म पर 'एसिड' को उत्पाद के रूप में रखा है.

नई दिल्लीः दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (DCW Chairperson Swati Maliwal) ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर तेजाब की खुली बिक्री को लेकर ई कॉमर्स कंपनियों को नोटिस जारी किया है. 14 दिसंबर को दिल्ली के द्वारका इलाके में एक ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? 17 साल की लड़की अपने स्कूल जा रही थी, तभी बाइक सवार दो युवकों ने उसके ऊपर तेजाब फेंक दिया था. फिलहाल लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

आयोग को पता चला है कि आरोपी ने ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल के जरिए तेजाब खरीदा था. आयोग को यह भी पता चला है कि होम डिलीवरी करने वाली ई कॉमर्स ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर एसिड आसानी से उपलब्ध है, जो अवैध है.

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एसिड की आसानी से उपलब्धता गंभीर चिंता का विषय है और इसकी तत्काल जांच किए जाने की आवश्यकता है. इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग ने प्रमुख दोनों ई-शॉपिंग पोर्टल को नोटिस जारी कर मामले में स्पष्टीकरण मांगा है. आयोग ने ई-शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर एसिड की उपलब्धता के कारणों के साथ-साथ उन विक्रेताओं का विवरण भी मांगा है, जिन्होंने अपने ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? प्लेटफॉर्म पर 'एसिड' को उत्पाद के रूप में रखा है.

17 साल की लड़की पर जो एसिड फेंका गया वो Flipkart से मंगाया था। Amazon पे भी ऐसिड बिक रहा है। सोचिए कितना आसान है किसी के लिए भी तेज़ाब ख़रीदना…बटन दबाओ, घर बैठे तेज़ाब की Home Delivery पाओ! मैं Flipkart और Amazon को नोटिस जारी कर रही हूँ, उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए! pic.twitter.com/aE15c2zbAO

— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 15, 2022

आयोग ने पूछा है कि क्या एसिड को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिक्री के लिए पोस्ट करने से पहले विक्रेता के लाइसेंस की जांच की गई थी. आयोग ने ऑनलाइन तेजाब बेचने के लिए प्लेटफॉर्मों द्वारा हासिल किए गए लाइसेंस की कॉपी ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? भी मांगी है.

इसके अलावा आयोग ने पूछा है कि क्या ऑनलाइन एसिड खरीदने वालों की फोटो आईडी मांगी गई थी. आयोग ने खरीदारों की फोटो पहचान पत्र के साथ उनकी पूरी सूची मांगी है. आयोग ने सरकार द्वारा नियंत्रित उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के संबंध में पोर्टल द्वारा अपनाई गई नीति की एक कॉपी भी मांगी है. आयोग ने पोर्टल पर एसिड की बिक्री की अनुमति देने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का विवरण सहित उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का विवरण मांगा है. साथ ही आयोग ने ऑनलाइन पोर्टल से तेजाब समेत प्रतिबंधित वस्तुओं को हटाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी है.

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने ई-शॉपिंग पोर्टल्स से 20 दिसंबर तक आयोग को कार्रवाई रिपोर्ट के साथ मांगी गयी सूचना देने के लिए कहा है. मालीवाल ने कहा, “यह गंभीर चिंता का विषय है कि तेजाब ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल के माध्यम से खरीदा गया और एक 17 वर्षीय लड़की पर फेंका गया. अब एसिड सामान्य बाजार के साथ-साथ ऑनलाइन बाजार में भी आसानी से उपलब्ध है. इस पर लगाम लगाने की जरूरत है, नहीं तो हमें एसिड अटैक के ऐसे कई मामलों का सामना करना पड़ेगा. तेजाब को अवैध तरीके से बेचने के लिए जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए. इसके अलावा देश में तेजाब की खुदरा बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.”

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म नहीं लगा रहे ग्राहकों के नेगेटिव रिव्यू और रेटिंग, रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

हर दो में से एक उपभोक्ता शिकायत करते हैं कि उनकी negative product rating और समीक्षा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म द्वारा प्रकाशित नहीं की जा रही है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार केवल 23 फीसदी उपभोक्ताओं ने कहा कि ई-कॉमर्स साइट्स पर उनकी नकारात्मक समीक्षा या रेटिंग प्रकाशित की गई थी।

नई दिल्ली,आईएएनएस। हर दो में से एक उपभोक्ता शिकायत करते हैं कि उनकी नकारात्मक उत्पाद रेटिंग (negative product rating) और समीक्षा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म द्वारा प्रकाशित नहीं की जा रही है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार केवल 23 फीसदी उपभोक्ताओं ने कहा कि ई-कॉमर्स साइटस पर उनकी नकारात्मक समीक्षा या रेटिंग प्रकाशित की गई थी। लगभग 65 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने ई-कॉमर्स साइट्स पर उत्पाद रेटिंग को सकारात्मक रूप से पक्षपाती पाया है। जो यह दर्शाता है कि विक्रेता (Seller) उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए अपने उत्पादों की रेटिंग को प्रभावित कर रहे हैं। और ये प्लेटफॉर्म ऐसी स्थितियों में सक्रिय रूप से काम नहीं कर रहे हैं। सामुदायिक (community) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लोकल सर्किल के अनुसार सर्वेक्षण (survey) में शामिल लोगों में से लगभग 90 प्रतिशत ने कहा कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को कम रेटेड उत्पादों को विक्रेताओं (sellers) से दूसरे उत्पाद के रूप में फिर से सूचीबद्ध (listed) करने के लिए प्रतिबंधित करना चाहिए।

Flipkart giving huge discount on Samsung Galaxy S22 plu

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कैसे विक्रेता स्वयं, मित्रों और परिवार नेटवर्क के माध्यम से और कुछ मामलों में जनसंपर्क (PR) और influencers के माध्यम से भी उत्पादों को अत्यधिक रेट और समीक्षा कर के खरीदारी को व्यवस्थित करते हैं ।

इस तरह सकारात्मक रेटिंग और समीक्षा से विक्रेता के उत्पादों को प्रारंभ में ही बढ़ावा मिल जाता है। हालाँकि वास्तव में यह उपभोक्ताओं को गुमराह करता है। ई-कॉमर्स रेटिंग और समीक्षाओं के साथ सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि एक वास्तविक (Genuine),सत्यापित (verified) उपभोक्ता की समीक्षा या रेटिंग को प्रकाशित करने से मना कर देती है। प्लेटफॉर्म ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? इसके पीछे का कारण, रेटिंग और समीक्षाओं के लिए उनके मानदंडों को पूरा ना करना बताती है।

Samsung Galaxy A04 & A04e photo credit- Samsung India

रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ताओं को गैर-वापसी या नकली उत्पाद मिलने पर केवल रेटिंग और समीक्षाएं होती हैं, जो उनके लिए उपलब्ध तंत्र (mechanism) के रूप में होती हैं। और उसी के माध्यम से वे अपना असंतोष व्यक्त करते हैं। समीक्षा और रेटिंग उपभोक्ताओं के लिए ऑनलाइन खरीदारी करते समय एक महत्वपूर्ण उपकरण बन गए। हाल ही में उपभोक्ता मामलों के विभाग ने भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से नकली या पेड समीक्षाओं को अपने प्लेटफार्म से कम करने के लिए बातचीत शुरू की।

Poco M4 pro smartphone on sale at flipkart

उपभोक्ताओं के अनुसार तीन प्रकार के परिवर्तन करने की आवश्यकता है।

1 Verified उपभोक्ताओं को किसी उत्पाद की समीक्षा करने की अनुमति देना।

2 नकारात्मक समीक्षा और रेटिंग की अनुमति देना परन्तु भाषा गैर-अपमानजनक हो।

3 विक्रेताओं को नकारात्मक रेटिंग और समीक्षा वाले उत्पादों को एक नई लाइन आइटम के रूप में फिर से सूचीबद्ध करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए ।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर कार्रवाई कर रही है और इन मुद्दों से तुरंत ईकॉमर्स रेटिंग और समीक्षाओं में उपभोक्ता का विश्वास बढ़ सकता है। इससे समीक्षाओं और रेटिंग की गुणवत्ता में वृद्धि हो सकती है।

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म कैरोसेल ने 110 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

नई दिल्ली (आईएएनएस)| कंज्यूमर-टू-कंज्यूमर (सी2सी) ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म कैरोसेल ने लागत कम करने के प्रयास में लगभग 110 कर्मचारियों, या अपने कुल कर्मचारियों के 10 प्रतिशत को निकाल दिया है। कैरोसेल के सह-संस्थापक और सीईओ सिउ रुई क्यूक ने ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? कहा कि वह उन 'निर्णयों की जिम्मेदारी लेते हैं जो हमें यहां ले आए हैं।'

सिंगापुर मुख्यालय वाली कंपनी मलेशिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस, कंबोडिया, ताइवान, हांगकांग, मकाऊ, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा में काम करती है।

उन्होंने एक बयान में कहा, "प्रभावित व्यावसायिक इकाइयों में सभी को ईमेल भेजे जाएंगे, यह स्पष्ट करते हुए कि क्या आपकी भूमिका प्रभावित हुई है।"

सीईओ ने कहा, "साथियों के साथ बिदाई करना, जिनके हम ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? इस मिशन में शामिल होने के लिए आभारी हैं, एक बहुत ही कठिन निर्णय है। हम सुनिश्चित करेंगे कि हम सभी प्रभावित ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें और जितना संभव हो उतना समर्थन दें।"

कंपनी प्रत्येक प्रभावित कर्मचारी को सेवा के प्रत्येक वर्ष के लिए 1 महीने का वेतन प्रदान करेगी, जो निकटतम छमाही तक होगा।

क्यूक ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर प्रभावित साथी के पास कम से कम 3 महीने का मुआवजा होगा, जहां आवश्यक हो, अंतर को टॉप-अप करना होगा।"

सीईओ ने कहा कि जब हम ग्रुप के प्रमुख बाजारों में 2021 के कोविड लॉकडाउन से उभरे, "हम रिकवरी के बारे में आशावादी थे और अपने मुख्य क्लासीफाइड व्यवसाय में विकास को फिर से शुरू करने के लिए उत्सुक थे।"

भारत के ONDC प्लेटफॉर्म में शामिल हुआ माइक्रोसॉफ्ट, जानिए क्या है ONDC?

डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क पर वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान के सभी पहलुओं के लिए खुले नेटवर्क को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स पहल शुरू की गई थी। यह ओपन सोर्स पद्धति पर आधारित है। यह नेटवर्क भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में Amazon और Flipkart के एकाधिकार का मुकाबला करने के लिए विकसित किया जा रहा है। इस प्लेटफॉर्म को डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड द्वारा मई 2022 में लॉन्च किया गया था।

ONDC में शामिल कंपनियां

फिलहाल डंजो फॉर बिजनेस, कोटक, पेटीएम, डिजिट, लोडशेयर, फोनपे और गो फ्रुगल जैसी कंपनियां ONDC में शामिल हो गई हैं। स्नैपडील अगस्त 2022 में अपने प्लेटफॉर्म पर 3 मुख्य प्रोडक्ट कैटेगरी लॉन्च करने जा रही है। एयरटेल, एक्सिस बैंक और HDFC बैंक ने भी इस नेटवर्क के साथ एकीकरण ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है? शुरू कर दिया है। Flipkart और Amazon भी ONDC नेटवर्क से जुड़ने पर विचार कर रहे हैं।

ONDC काम कैसे करता है?

ONDC प्लेटफॉर्म खरीदारों और विक्रेताओं के बीच एक सेतु का काम करेगा। वर्तमान में, Paytm खरीददार इंटरफेस के लिए होस्ट है। दूसरी ओर, GoFrugal आदि विक्रेता पक्ष इंटरफ़ेस को होस्ट कर रहे हैं। जब कोई खरीदार पेटीएम एप्प पर आइटम खोजेगा, तो उसे ONDC प्लेटफॉर्म से कनेक्ट किया जाएगा। इसके बाद ONDC प्लेटफॉर्म विक्रेता पक्ष के इंटरफेस को जोड़ेगा, जहां सभी कंपनियों को आइटम खरीदने के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा।

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