. तो क्या अब बदलने वाला है शेयर बाजार के खुलने और बंद होने का समय, SEBI ने दी मंजूरी
SEBI Board meeting decision latest news in Hindi : शेयर बाजार में ट्रेडिंग आवर्स यानी कारोबार का समय जल्द बढ़ाया जा सकता है.
शेयर बाजार सुबह 9 बजे खुलता है. पहले 15 मिनट प्री मार्केट ट्रेड होता है. इसमें सौदे सेटल होते है. इसके बाद सुबह 9:15 मिनट पर बाजार में कारोबार शुरू हो जाता है. शाम 3:30 बजे मार्केट बंद होता है. निवेशक लगातार शेयर बाजार के समय को बढ़ाने की मांग करते आ रहे है. इस पर आरबीआई पहले ही अपनी मुहर लगा चुका है. 7 दिसंबर की पॉलिसी समीक्षा के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपनी स्पीच में कहा था कि मनी मार्केट सुबह 9 बजे से शाम को 5 बजे तक खुल सकते है. लेकिन इसके लिए सेबी को फैसला लेना होगा.
शेयर बाजार खुलने और बंद होने के समय को लेकर सेबी चेयरमैन माधबी पुरी बुच ने बोर्ड बैठक के बाद उन्होंने कहा कि स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और एनएसई चाहें तो ट्रेडिंग आवर्स बढ़ा सकती है. शेयर बाजार में कारोबार के समय को बढ़ाने के लिए कोई पाबंदी नहीं है.
ब्रोकर्स चाहते हैं ट्रेडिंग आवर्स को बढ़ाना? बजट से पहले होने वाली बैठक में सभी ब्रोकर्स शेयर बाजार का टाइम बदलने ट्रेडिंग क्या हैं को लेकर तैयार है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इससे ब्रोकर्स को बड़ा फायदा होगा. क्योंकि ट्रेडिंग आवर्स बढ़ने से ब्रोकरेज बढ़ेगी.
निवेशकों को क्या फायदा होगा? एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रेडिंग आवर्स बढ़ने से निवेशकों को भी बाजार में कमाई का ज्यादा मौका मिलेगा. हालांकि, ज्यादातर लोग इंडेक्स ट्रेडिंग आवर्स बढ़वाना चाहते है. जैसे एसजीएस निफ्टी और डाओ फ्यूचर्स में होता है. इससे निवेशकों को एंट्री और एग्जिट का ज्यादा समय मिल पाएगा.
क्या बढ़ जाएगा इंडेक्स ट्रेडिंग के लिए टाइम? NSE के CEO आशीष चौहान ने की वकालत
Stock Market: कमोडिटी बाज़ार सुबह 9 बजे से रात 11:55 बजे तक 15 घंटे के लिए ट्रेड करता है और इक्विटी स्टॉक एक्सचेंज सुबह 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक ट्रेडिंग की इजाजत देता है.
Written by Satwik Sharma December 21, 2022 7:19 am
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष चौहान ने ट्रेडिंग समय बढ़ाने की वकालत की है. एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एएनएमआई), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ब्रोकर्स फोरम, और कमोडिटी पार्टिसिपेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा बुलाई गई प्री-बजट बैठक में बोलते हुए, चौहान ने व्यापार निकायों से लंबे ट्रेडिंग समय बढ़ाने के उनके प्रस्ताव का समर्थन करने की अपील की.
चौहान का क्या प्रस्ताव
चौहान ने कहा “अगर सिंगापुर और अमेरिका 16-18 घंटे काम कर सकते हैं तो भारत क्यों नहीं कर सकता है. हमारा देश एक बाजार के रूप में है, सिर्फ 6 घंटे और 15 मिनट के लिए काम करना यह कोई अच्छा विचार नहीं है. सिंगापुर के तेजी से विकास करने का हवाला देते हुए उन्होंने ट्रेडिंग समय बढ़ाने पर जोर दिया.
लंबे समय का क्या फायदा
बैठक में आशीष चौहान ने कहा कि लंबे समय तक काम करने से म्युचुअल फंड, बैंक और बड़ी इक्विटी वाली बीमा कंपनियां हेजिंग (Hedging) और लिक्विडिटी (Liquidity) प्रदान करने में सक्षम बनेंगी. अभी, कमोडिटी बाज़ार (Commodity markets) सुबह 9 बजे से रात 11:55 बजे तक 15 घंटे के लिए खुला रहता है और इक्विटी स्टॉक एक्सचेंज (Equity stock exchange) सुबह 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक ट्रेडिंग की इजाजत देता हैं.
इंडेक्स ट्रेडिंग को लेकर समय बढ़ाने की बात ने ट्रेडर्स की उत्सुकता को बढ़ा दिया है. ट्रेडिंग समय को लेकर चर्चा पहले भी होती रही है. इसे लेकर ज्यादातर लोगों की राय है कि जिसतरह डाओ फ्यूचर्स वगैरह ट्रेड होते हैं, उसी पैटर्न में हमारी ट्रेडिंग का पैटर्न इंडेक्स में होना चाहिए. बाजार की समझ रखने वालों के मुताबिक, इससे यह फायदा होगा कि आप ग्लोबल मार्केट के हिसाब से चल पाएंगे. अचानक बाजार में कोई हरकत होने पर एंट्री और एग्जिट का टाइम मिल सकेगा.
Trading क्या है Trading कितने प्रकार कि होती है?
Trading क्या है? यह प्रश्न ज्यादातर स्टॉक मार्केट में नए लोगों को परेशान करता है। आज कई small retailers स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग क्या हैं है जो trading और investment में अंतर नहीं समझ पाते है। अगर आपको भी ट्रेडिंग शब्द का मतलब नहीं पता है। तो आज कि लेख में हम आपको trading meaning in hindi के बारे में बारीकी से समझाएंगे। इसलिए आज का पोस्ट आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए इस अंत तक पढ़े। तो फिर आइए जानते हैं।
Trading क्या है?
Trading को आसान शब्दों में व्याख्या करें तो हिंदी में इसे " व्यापार " कहा जाता है। यानी कि किसी वस्तु या सेवा का आदान प्रदान करके मुनाफा कमाना।
Stock Market Trading भी इसी तरह होता है। जैसे कि हम किसी वस्तु को खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं। बिल्कुल वैसे ही स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर कि खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाया जाता है। ट्रेडिंग कि समय अवधि 1 ट्रेडिंग क्या हैं साल की होती है। मतलब यह हुआ कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना है। अगर एक साल के बाद शेयर को बेचते हैं तो यह निवेश कहलाता है। यह एक तरह का ऑनलाइन पर आधारित बिजनेस होता है।
उदाहरण के तौर पर अगर हम share market में शेयर खरीद रहे हैं तो हमारे जैसे कोई अन्य व्यक्ति होगा जो उन शेयर को बेच रहा होगा। चलिए इसे अब अपने डेली लाइफ से जोड़ते हैं। मान लीजिए आपने होलसेल स्टोर से कोई सामान ₹50 खरीदा और उसे बाद में ₹60 लगा कर कस्टमर्स को बेच दिया। अगर यह आप रोजाना करते हैं तो इसे ट्रेडिंग कहा जाता है।
बिल्कुल ऐसे ही शेयर बाजार में भी होता है। आप शेयर को खरीदते हैं और 1 साल के अंदर खरीदे हुए शेयर को प्राइस बढ़ने के बाद बेच देते है। तो यह Stock Market Trading कहलाता है।
Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें यह कोई नहीं जानता कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या मूवमेंट आयेगा। अगर शेयर से जुड़ी न्यूज़ अच्छी आती है तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देगी। वहीं इसका उल्टा करे तो शेयर से जुड़ी न्यूज़ खराब आती है तो शेयर के भाव में मंदी देखने को मिल सकती है।
Stock Market Trading कितने प्रकार के होते हैं?
- Scalping Trading
- Intraday Trading
- Swing Trading
- Positional Trading
Scalping Trading क्या है?
Scalping Trading वह trade जो कुछ सेकंड या मिनट के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो केवल कुछ सेकंड या मिनट के लिए शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं। ऐसे ट्रेडर्स को scalpers कहा जाता है। बता दू कि scalping trading को सबसे जायदा रिस्की होता है।
Intraday Trading क्या है?
Intraday Trading वह trade जो 1 दिन के लिए trade किया जाए। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो Market (9:15 am) के खुलने के बाद शेयर खरीद लेते हैं। और मार्केट बंद(3:30 pm) होने से पहले शेयर को बेच देते है। ऐसे ट्रेडर्स को Intraday ट्रेडर्स कहा जाता है। बता दू कि Intraday ट्रेडिंग scalping trading से थोड़ा कम रिस्की होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए पोस्ट को पढ़े।
Swing Trading क्या है?
Swing Trading वह trade जो कुछ दिनों के लिए शेयर को खरीदते और बेचते है। यानी मतलब यह हुआ कि वह traders जो एक दो हफ़्ते के लिए शेयर को खरीदने के बाद बेच देते हैं। इसमें ट्रेडर को पूरे दिन चार्ट को देखना नहीं पड़ता है। यह उन लोगो ( जॉब, स्टूडेंट्स आदि) के लिए बेहतर होता है जो ट्रेडिंग में अपना पूरा दिन नहीं दे सकते हैं।
Positional Trading क्या है?
Positional Trading वह ट्रेड जो कुछ महीने के लिए होल्ड किए जाएं। यह मार्केट का long term movement को कैप्चर करने के लिए किया जाता है। ताकि एक अच्छा मुनाफा हो सके। शेयर बाजार की रोजाना के up-down से इन पर जायदा असर नहीं होता है। यह बाकी सभी trading से कम रिस्की होता है।
Trading और Investment में क्या अंतर है?
- Trading में शेयर को short term के लिए खरीदा जाता है। वहीं Investment में शेयर को लंबे समय के लिए खरीद लिया जाता है।
- Trading में टेक्निकल एनालिसिस की जानकारी होना जरूरी होता है। वहीं Investment में fundamental analysis की जानकारी प्राप्त होनी चाहिए।
- Trading कि अवधि 1 साल तक की होती है। वहीं निवेश कि अवधि 1 साल से ज्यादा कि होती है।
- Trading करने वाले लोगों को traders कहा जाता है। वहीं निवेश (Investment) करने वाले लोगों को निवेशक (Invester) कहां जाता है।
- Trading short term मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है वहीं निवेश लंबी अवधि के मुनाफे को कमाने के लिए किया जाता है।
आपने क्या जाना
जैसे कि आपने हमारी आज के लेख में trading kya hai के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है। आज आपने ट्रेडिंग के साथ साथ ट्रेडिंग के प्रकार और निवेश से ट्रेडिंग किस तरह अलग होता है यह भी जाना है। अगर आपको भी share market में trade करना है तो सबसे पहले इसके बारे में विस्तार से जानकारी अवश्य ले। नहीं तो आपको अच्छा खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
नेटफ्लिक्स पर 'RRR' और 'सूर्यवंशी' बनीं साल 2022 की ट्रेडिंग फिल्में
OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर साल 2022 में एसएस राजामौली की फिल्म 'RRR' और अक्षय कुमार की फिल्म 'सूर्यवंशी' को सबसे ज्यादा बार देखा गया है। दरअसल, नेटफ्लिक्स हर हफ्ते अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर 'इंडिया टॉप 10' की सूची जारी करता है। इन्हीं सूचियों का अध्ययन कर यह निकाला गया है कि साल 2022 में कौन-सी हिंदी फिल्म, वेब सीरीज और दक्षिण भारतीय फिल्म को दर्शकों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया गया है। आइए जानते हैं।
'गंगूबाई काठियावाड़ी' और 'भूल भुलैया 2' का कमाल
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में नेटफ्लिक्स पर 'RRR', 'गंगूबाई काठियावाड़ी', 'सूर्यवंशी' और 'भूल भुलैया' को सबसे ज्यादा पसंद किया गया है। लाइसेंस्ड फिल्म की कैटेगरी में 'RRR' और 'सूर्यवंशी' टॉप पर रहीं। दोनों ही फिल्में 20 हफ्तों तक इंडिया टॉप 10 की सूची में बनी रहीं। वहीं, 'गंगूबाई काठियावाड़ी' ने नौ हफ्तों तक और 'भूल भुलैया 2' ने 12 हफ्तों तक इंडिया टॉप 10 की सूची में जगह बनाई।
ओरिजनल फिल्मों की कैटेगरी में 'डार्लिंग्स' ने मारी बाजी
ओरिजनल फिल्मों की कैटेगरी में नेटफ्लिक्स की 'डार्लिंग्स' ने इंडिया टॉप 10 में जगह बनाई है। बता दें कि आलिया भट्ट इस फिल्म की निर्माता हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने ने इस फिल्म में अभिनय भी किया है। यह फिल्म लगातार आठ हफ्तों तक इंडिया टॉप 10 की सूची में ट्रेंड करती रही। नेटफ्लिक्स की ग्लोबल टॉप 10 की सूची में भी यह फिल्म गैर अंग्रेजी ट्रेडिंग क्या हैं फिल्मों की कैटेगरी में चार हफ्तों तक टॉप पर रही।
क्या होती हैं ओरिजनल और लाइसेंस्ड फिल्में?
OTT प्लेटफॉर्म पर दो तरह की फिल्में स्ट्रीम होती हैं। एक ओरिजनल और दूसरी लाइसेंस्ड। ओरिजनल फिल्में वो होती हैं, जिन्हें OTT प्लेटफॉर्म खुद बनवाता है। वहीं लाइसेंस्ड फिल्में वो होती हैं, जिन्हें सिनेमाघरों में रिलीज करने के बाद स्ट्रीम किया जाता है।
इंडिया टॉप 10 की सूची में रहा इस वेब सीरीज का दबदबा
इंडिया टॉप 10 की सूची में इस बार 'द फेम गेम', 'ये काली काली आंखें' और 'शी2' ने जगह बनाई है। माधुरी दीक्षित की वेब सीरीज 'द फेम गेम' लगातार सात हफ्तों तक ट्रेंड करती रही। वेब सीरीज 'ये काली काली आंखें' इंडिया टॉप 10 की लिस्ट में आठ हफ्ते तक टिकी रही। वहीं, इम्तियाज अली की सेक्स क्राइम सीरीज 'शी 2' इंडिया टॉप 10 की लिस्ट में सात हफ्ते तक बनी रही।
दक्षिण भारत की इस फिल्म ने मारी बाजी
इंडिया टॉप 10 की सूची में इस बार मूल रूप से मलयालम भाषा में बनी फिल्मों का दबदबा रहा। दक्षिण भारत की फिल्म 'श्याम सिंहा रॉय' ने नौ हफ्तों तक इंडिया टॉप 10 की सूची में जगह बनाई है। 'मिन्नल मुरली' (मलयालम) इंडिया टॉप 10 की सूची में सात हफ्तों तक अपनी जगह बनाने में सफल रही। वहीं, 'CBI5: द ब्रेन' (मलयालम) नेटफ्लिक्स पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली तीसरी दक्षिण भारतीय फिल्म बन गई है।
शेयर मार्केट क्या है? – शेयर मार्केट किसे कहते हैं – Share Market Kya Hai
शेयर मार्केट क्या होता है? और शेयर मार्केट किसे कहते हैं? शेयर मार्केट कैसे सीखे? Share Market Kya Hai? What Is Share Market In Hindi?
क्या आप स्टॉक मार्केट और शेयर मार्केट के बारे में सब कुछ जानना चाहते हैं, और शेयर मार्केट क्या है? खोज रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं |
क्योंकि आज के समय काफी लोगों के मन में यह सवाल Share Market Kya Hota ट्रेडिंग क्या हैं Hai रहता हैं, अगर आप शेयर बाजार से जुड़े सभी जानकारी जानना चाहते हैं |
तो हमने इस पोस्ट में Share market या Stock Market में Beginner लोगों के लिए विस्तार से जानकारी दी हैं | जिसे आप पढ़कर शेयर मार्केट सिख सकते हैं |
शेयर मार्केट वर्तमान समय में एक Famous प्लेटफोर्म बन गया हैं, जहाँ आज के समय लोग ट्रेडिंग व निवेश करते हैं, और महीने के लाखों, करोड़ो रूपये कमाते हैं |
इसकी पोटेंशियल देखकर काफी लोग ट्रेडिंग करना सिख रहे हैं, और पैसे इन्वेस्ट कर रहे हैं, जिससे आने वाला समय पैसे का भंडार खोल दे |
इसीलिए आपकी डिमांड पर काफी Research करने के बाद आपके लिए शेयर क्या होता है के बारे में बताने वाला हूँ |
यहाँ सभी दी गयी जानकारी से शेयर मार्केट 100% सीख सकते हैं | और फिर आप शेयर Buy और Sell कर सकते हैं | तो चलिए जानते हैं स्टेप बाय स्टेप स्टॉक मार्केट क्या हैं |
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