जैसा कि नाम से पता चलता है और यह अन्य दो प्रकार के बैंक अकाउंट से अलग, एफसीएनआर अकाउंट विदेशी मुद्रा में मेंटेन किए जाते हैं। इन अकाउंट से प्रिंसिपल अमाउंट और इंटरेस्ट ट्रांसफर किए जा सकते हैं, लेकिन अर्जित इंटरेस्ट पर भारत में टैक्स नहीं लगता है।

विभिन्न प्रकार के बैंक अकाउंट

चाहे आप हाउसवाइफ हों या कॉलेज छात्र, बिजनेस ओनर हों या बिजनेस हाउस, रिटायर पेशेवर हों या एनआरआई, बैंक अकाउंट न होना कल्पना से परे है। उद्देश्य, ट्रांजैक्शन की आवृत्ति, और अकाउंट होल्डर के स्थान के आधार पर, अकाउंट चुनने के लिए बैंक के पास कई प्रकार के अकाउंट हैं। यहां भारत में कुछ प्रकार के बैंक खातों की सूची दी गई है।

व्यापारियों, व्यापार मालिकों और उद्यमियों के लिए एक जमा खाता है, जिन्हें दूसरों की तुलना में अधिक बार भुगतान करने और प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इन खातों में प्रति दिन लेनदेन की संख्या की कोई सीमा नहीं होने के साथ अधिक लिक्विड जमा होते हैं। करेंट अकाउंट एक ओवरड्राफ्ट सुविधा की अनुमति देते हैं, जो कि अकाउंट में वर्तमान में उपलब्ध एनआरओ खाता क्या है? राशि से अधिक की निकासी कर रहा है। इसके अलावा, सेविंग अकाउंट के विपरीत, जहां आप कुछ इंटरेस्ट कमाते हैं, ये जीरो इंटरेस्ट वाले अकाउंट हैं। करेंट अकाउंट को संचालित करने में सक्षम होने के लिए आपको न्यूनतम शेषराशि बनाए रखने की आवश्यकता है।

NRI इस तरीके से भारत में NRO अकाउंट खोलकर बढ़ा सकते हैं अपनी इनकम

अगर आप NRI (Non-resident Indian) हैं, तो आपके लिए भारत में पैसा कमाने का एक शानदार रास्ता खुला है। NRO यानी एनआरओ खाता क्या है? Non Resident (Ordinary) Account खुलवाकर आप घर या दुकान के किराए, ब्याज, पेंशन व अन्य स्रोतों से एनआरओ खाता क्या है? कमाई कर सकते हैं। NRO अकाउंट बचत, चालू और फिक्स्ड डिपाजिट खाता के रूप में खोल सकते हैं। इस तरह के अकाउंट होल्डर को भारत के साथ-साथ भारत के बाहर से भी धन प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। बता दें कि NRI वो लोग हैं जो भारत के नागरिक हैं, लेकिन फिलहाल भारत में नहीं रहते।

इस प्रकार के खाते का संचालन RBI के नियमानुसार किया जाता है। आप ऑनलाइन बैंक को सभी दस्तावेज जमा करके NRO एनआरओ खाता क्या है? अकाउंट खोल सकते हैं। इस अकाउंट को खोलने के लिए भारतीय आयकर विभाग कानून के अनुसार NRO अकाउंट के लिए निर्धारित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। NRE डिपॉजिट, NRO डिपॉजिट और FCNR (B) अकाउंट का पैसा NRO अकाउंट में आसानी से ट्रासफर किया जा सकता है।

विभिन्न प्रकार के बैंक अकाउंट

चाहे आप हाउसवाइफ एनआरओ खाता क्या है? हों या कॉलेज छात्र, बिजनेस ओनर हों या बिजनेस हाउस, रिटायर पेशेवर हों या एनआरआई, बैंक अकाउंट न होना कल्पना से परे है। उद्देश्य, ट्रांजैक्शन की आवृत्ति, और अकाउंट होल्डर के स्थान के आधार पर, अकाउंट चुनने के लिए बैंक के पास कई प्रकार के अकाउंट हैं। यहां भारत में कुछ प्रकार के बैंक खातों की सूची दी गई है।

व्यापारियों, व्यापार मालिकों और उद्यमियों के लिए एक जमा खाता है, जिन्हें दूसरों की तुलना में अधिक बार एनआरओ खाता क्या है? भुगतान करने और प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इन खातों में प्रति दिन लेनदेन की संख्या की कोई सीमा नहीं होने के साथ अधिक एनआरओ खाता क्या है? लिक्विड जमा होते हैं। करेंट अकाउंट एक ओवरड्राफ्ट सुविधा की अनुमति देते हैं, जो कि अकाउंट में वर्तमान में उपलब्ध राशि से अधिक की निकासी कर रहा है। इसके अलावा, सेविंग अकाउंट के विपरीत, जहां आप कुछ इंटरेस्ट कमाते हैं, ये जीरो इंटरेस्ट वाले अकाउंट हैं। करेंट अकाउंट को संचालित करने में सक्षम होने के लिए आपको न्यूनतम शेषराशि बनाए रखने की आवश्यकता है।

NRI इस तरीके से भारत में NRO अकाउंट खोलकर बढ़ा सकते हैं अपनी इनकम

अगर आप NRI (Non-resident Indian) हैं, तो आपके लिए भारत में पैसा कमाने का एक शानदार रास्ता खुला है। NRO यानी Non Resident (Ordinary) Account खुलवाकर आप घर या दुकान के किराए, ब्याज, पेंशन व अन्य स्रोतों से कमाई कर सकते हैं। NRO अकाउंट बचत, चालू और फिक्स्ड डिपाजिट खाता के रूप में खोल सकते हैं। इस तरह के अकाउंट होल्डर को भारत के साथ-साथ भारत के बाहर से भी धन प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। बता दें कि NRI वो लोग हैं जो भारत के नागरिक हैं, लेकिन फिलहाल भारत में नहीं रहते।

इस प्रकार के खाते का संचालन RBI के नियमानुसार किया जाता है। आप ऑनलाइन बैंक को सभी दस्तावेज जमा करके NRO अकाउंट खोल सकते हैं। इस अकाउंट को खोलने के लिए भारतीय आयकर विभाग कानून के अनुसार NRO अकाउंट के लिए निर्धारित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। NRE डिपॉजिट, NRO डिपॉजिट और FCNR (B) अकाउंट का पैसा NRO अकाउंट में आसानी से ट्रासफर किया जा सकता है।

खातों के प्रकार

खातों के प्रकार

बचत, चालू, डीमेट खातों के अलावा कुछ खाते ऐसे भी हैं जो खासतौर पर गैर-निवासी भारतीयों से जुड़े हैं। एनआरई, एनआरओ, एफसीएनआर ऐसे ही कुछ खाते हैं, जिनकी जानकारी होना बैंक खातों को समझने में आपकी जानकारी को और बढ़ाएगा।

एनआरई: नॉन रेजिडेंट अर्निग (एनआरई) खाता उन प्रवासी भारतीयों के लिए है जो अपने फंड को रुपये में रखना चाहते हैं। एनआरओ खाता क्या है? उदाहरण के लिए यदि ऑस्ट्रेलिया में रह रहा कोई एनआरआई अपने पैसे को हस्तांतरित कराना चाहता है, तो यह ऑस्ट्रेलियाई डॉलर में कराना संभव होगा, रुपयों में नहीं। परंतु यदि एनआरआई ने भारत में एनआरओ खाता क्या है? एनआरई खाता खोला हुआ है तो हस्तांतरित राशि बाजार में मौजूद दरों के अनुरूप रुपयों में परिवर्तित हो जाएगी।

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