पेनाल्टी देकर लिंक करें पैन-आधार
आयकर विभाग के अनुसार 1 जुलाई 2022 के बाद पैन कार्ड को आधार से लिंक कराने पर 1000 रुपए का जुर्माना लागू किया गया है. 31 मार्च 2023 तक 1000 रुपए पेनाल्टी देकर लिंक कराया जा सकता है. पैन-आधार लिंक नहीं कराने पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा-139AA के तहत आपका पैन रद्द हो जाएगा.
क्या क्रिप्टो विंटर आ गया है?
यह ध्यान रखें कि आपके लिए सिर्फ वह पैसा क्रिप्टो में डालना है, जिसके डूब जाने को आप बर्दाश्त कर सकते हैं
क्रिप्टोकरेंसीज मार्केट्स में अभी काफी गिरावट है। ग्लोबल क्रिप्टो स्पेस की कुछ बिजनेसेज रिसेशन (मंदी) के डर से 'Crypto Winter' की तैयारी कर रहे हैं। कई हफ्तों तक क्रिप्टोज की कीमतों में गिरावट ने Gemini, BlockFi और Coinbase जैसी नामी क्रिप्टो संस्थाओं को छंटनी तक शुरू करने के लिए मजबूर किया है।
लेकिन आखिर 'क्रिप्टो विंटर' का सही मतलब क्या है। और अगर यह वाकई आ गया तो इसका क्रिप्टो यूजर्स के लिए क्या मायने है? ये ऐसे सवाल हो सकते हैं, जिसका जवाब बतौर एक क्रिप्टो इनवेस्टर आप चाहते होंगे। इस लेख में हम इन सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं।
क्रिप्टो विंटर क्या है?
संबंधित खबरें
Aditya Birla Group बेच रही अपनी इंश्योरेंस-ब्रोकरेज इकाई? बाजार ने दिया निगेटिव रिस्पांस
Budget 2023: निर्मला सीतारमण के इन उपायों से कृषि उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने में मिलेगी मदद
Union Budget 2023: क्रिप्टो इनवेस्टर्स की शिकायतें दूर करेंगी निर्मला सीतारमण, क्रिप्टो मार्केट में दोबारा आएगी रौनक
कुछ समय से क्रिप्टो स्पेस से जुड़े लोग क्रिप्टो विंटर आने की संभावना के बारे में अटकले लगा रहे हैं। क्रिप्टो विंटर का मतलब क्रिप्टो प्राइसेज में गिरावट और आम तौर पर लंबी अवधि तक बहुत कम बने रहने से है।
(बीते एक साल का डॉलर में बिटकॉइन का प्राइस चार्ट)
बिटकॉइन का प्राइस नवंबर 2021 में 69,000 डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। तब से जून 2022 तक इसका प्राइस करीब 70 फीसदी गिर चुका है। 12 अरब डॉलर के क्रिप्टो लेंडर Celsius Network के कस्टमर के विड्रॉल पर रोक लगा देने से भी कई क्रिप्टोकरेंसीज में अचानक गिरावट आई है। इस बीच क्रिप्टोकरेंसीज का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन गिरकर 1 लाख करोड़ डॉलर (ट्रिलियन) से कम रह गया है। यह पिछले साल नवंबर में 3 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गया था।
कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन सभी संकेतों से दूसरे क्रिप्टो विंटर आने का संकेत मिलता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि आखिरी क्रिप्टो विंटर 2017 के अंत से 2018 की शुरुआत के बीच आया था। तब बिटकॉइन अपनी पिछली रिकॉर्ड ऊंचाई से करीब 80 फीसदी गिर गया था। बिटकॉइन को रिकवर करने में करीब 18 महीने का समय लगा गया।
अभी क्रिप्टो मार्केट में बहुत उतार-चढ़ाव और कई इनवेस्टर्स के डर की वजह से इस रिस्की एसेट्स को बेचने और बाजार से बाहर निकलने की वजह से क्रिप्टो इनवेस्टर्स को दूसरे क्रिप्टो विंटर की चिंता सताने लगी है।
क्या वास्तव में क्रिप्टो विंटर आ रहा है?
पूरे क्रिप्टो मार्केट में मई 2022 में गिरावट शुरू हुई। स्टेबलकॉइन TeraUSD की अमेरिकी डॉलर में वैल्यू गिरने लगी। LUNA स्टेबलकॉइन का अंडरलाइंग क्रिप्टो है। इसलिए TeraUSD के टूटने से LUNA के प्राइसेज भी गिर गए। कुछ ही दिन में इस क्रिप्टो की वेल्थ 20 अरब डॉलर से रहकर जीरो रह गई। इससे कई लोगों का इनवेस्टमेंट एक रात में गायब हो गया।
Celsius के विड्रॉल पर रोक लगा देने से पहले से निराश इनवेस्टर्स का डर और बढ़ गया।
अभी की क्रिप्टोज क्राइसिस 2017-2018 के क्रिप्टो विंटर से बहुत अलग है। हालांकि, तब बिटकॉइन की वैल्यू रिकवरी के बाद नई ऊंचाई पर पहुंच गई थी, लेकिन इस बार क्रिप्टो की मार्केट क्रेडिबिलिटी संकट में है। पिछले कुछ समय से क्रिप्टो में रिकवरी का कोई संकेत नहीं दिखा है। ऐसा लगता है जैसे सभी संकेत क्रिप्टो विंटर की संभावना का इशारा कर रहे हैं।
बाजार की मौजूदा स्थिति का इनवेस्टर्स के लिए क्या मतलब है?
यह सही है कि जब क्रिप्टोज मार्केट में गिरावट आनी शरू हुई और प्राइसेज गिरने लगे तो कुछ इनवेस्टर्स ने अपने पैसे निकालने शुरू कर दिए। लेकिन कई इनवेस्टर्स अब भी लंबी अवधि का नजरियां रख रहे हैं और वे क्रिप्टो करेंसी इनवेस्टमेंट्स और ऑपरेशंस बढ़ा रहे हैं। इनवेस्टमेंट ग्रुप फिडेलिटी इसका उदाहरण है।
फ्लोरिडा अटलांटिक यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर और अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक रिसर्च के साउंड मनी प्रोजेक्ट के डायरेक्टर विलियम लूथर के मुताबिक, अगर क्रिप्टो इनवेस्टर्स क्रिप्टो एसेट्स की वैल्यू में भरोसा रखते हैं तो उनके लिए लॉन्ग टर्म नजरियां और लक्ष्य रखना जरूरी है।
वह कहते हैं, "पहले के एक्सीपियंस को देखें तो इस तरह की गिरावट और फ्लो क्रिप्टो मार्केट में आता है।"
लुथर कहते हैं, ". आप इसे सीजनल उतार-चढ़ाव के रूप में देख सकते हैं। यही वजह है कि 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है इसे लोग क्रिप्टो विंटर कहते हैं, क्योंकि इससे पता चलता है कि आगे स्प्रिंग है।"
मौजूदा उतार-चढ़ाव की स्थिति के बीच अगर आपके क्रिप्टो इनवेस्टमेंट्स की वैल्यू बहुत ज्यादा बदल जाती है तो आप अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो को रिबैलेंस कर सकते हैं। हालांकि, जैसा लुथर और दूसरे एक्सपर्ट्स मानते हैं क्रिप्टो बाजार की स्थिति आपकी पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी को बदलने की वजह नहीं होनी चाहिए।
यह ध्यान रखें कि आपके लिए सिर्फ वह पैसा क्रिप्टो में डालना है, जिसके डूब जाने को आप बर्दाश्त कर सकते हैं। चिंतामुक्त रहना और अपने इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी पर दोबारा विचार करना दो ऐसी चीजें हैं जो उतार-चढ़ाव वाले बाजार में आपको सही फैसले लेने में मदद करेंगी।
हम क्रिप्टो में आपके निवेश के लिए शुभकामनाएं देते हैं!
क्या आप क्रिप्टो में इंटरेस्टेड हैं और क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं? फिर आज Waxzirx को विजिट करें और सिर्फ 100 रुपये से अपना पहला ऑर्डर प्लेस करें।
इस लेख को प्रतीक आहूजा ने लिखा है, जो वजीरएक्स में मार्केटिंग के एसोसिएट डायरेक्टर हैं।
डिसक्लेमर: क्रिप्टोज अनरेगुलेटेड वर्चुअल एसेट्स है, यह लीगल टेंडर नहीं है और इससे मार्केट रिस्क जुड़ा है। इस लेख में व्यक्त विचार और नजरियां लेखक के अपने हैं और ये वजीरएक्स के ऑफिशियल पॉजिशन और इनवेस्टमेंट एडवाइस को रिप्रजेंट नहीं करते।
India At 2047: भारत कैसे क्रिप्टो सेक्टर पर रख रहा है सतर्क रुख, अन्य देशों को लेनी चाहिए सीख
Looking Ahead, India@2047: भारत ने अब तक क्रिप्टो करेंसी के नियामक के लिए मिलेजुले संकेतों की पेशकश की है और समय लिया है ताकि यह उद्योग के साथ-साथ निवेशकों के हितों की रक्षा भी कर सके.
By: प्रशांत कुमार | Updated at : 10 Aug 2022 05:00 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
Crypto Regulation: क्रिप्टोकरेंसी सुर्खियों में हैं जब से सुप्रीम कोर्ट ने 2020 की शुरुआत में उन पर पूर्ण प्रतिबंध हटा दिया है. 2021 में एक्सचेंजों और तेजी से बढ़ते बाजारों के प्रसार के साथ, क्रिप्टोकरेंसी के नाम से कोई अनजान नहीं है. भारत में देर से प्रवेश करने के बावजूद क्रिप्टो दुनिया को खुले हाथों से अपनाया और आज लगभग 27 मिलियन भारतीय हैं जो क्रिप्टो संपत्ति रखते हैं, मुख्यतः टियर II और टियर III शहरों में. बता दें कि देश में एक्टिव डीमैट खातों की संख्या भी इससे थोड़ी ही ज्यादा है जो देश में दशकों से मौजूद हैं.
क्रिप्टो के क्षेत्र में केंद्र ने अभी तक क्या कदम उठाए हैं
क्रिप्टोकरेंसी ऐसेट करेंसी और टेक्नोलॉजी का एक बहुत ही दिलचस्प संकेत है. वित्त मंत्रालय द्वारा अब तक उठाए गए कदमों को करीब से देखने से पता चलता है कि हमारे करेंसी रेगुलेटर तीन पहलुओं को अलग तरह से देखते हैं. ऐसा लगता है कि यह मूल कारण है कि भारत ने अब तक क्रिप्टो करेंसी के नियामक के लिए मिलेजुले संकेतों की पेशकश की है और समय लिया है ताकि यह उद्योग के साथ-साथ निवेशकों के हितों की रक्षा भी कर सके.
देश में क्रिप्टो पर टैक्स का उठा कदम
यदि हम पिछले केंद्रीय बजट के दौरान की गई सभी घोषणाओं को करीब से देखें तो पाएंगे कि ज्यादातर शोर क्रिप्टो ऐसेट्स के टैक्सेशन के आसपास रहा है. हालांकि क्रिप्टो पर टैक्स एक बहुत ही स्वागत योग्य कदम है जिसे तब से आरबीआई ने भी इसे बार-बार दोहराया है. फिर भी ये कहना ज्यादा सही होगा कि ब्लॉकचेन पर बेस्ड क्रिप्टोकरेंसी, करेंसी के मौजूदा डिजिटल संस्करण की तुलना में एडवांस्ड हैं और भारत (हमेशा की तरह) एक नई तकनीक को अपनाने के लिए खुले मन से तैयार है.
वैध डिजिटल ऐसेट के रूप में सामने आ रही है क्रिप्टो
एक और पहलू देखें तो इसे एक संपत्ति के रूप में मानने और इस पर टीडीएस और टैक्स लगाने से ये वैध ऐसेट के रूप में स्थापित हो सकता है. हालांकि यह तर्क दिया जा सकता है कि क्या दरें ऊंची या कम) हैं? क्या नीति निर्माताओं को उन्हें एसटीसीजी और एलटीसीजी के समान व्यवहार करना चाहिए, क्रिप्टो पर टैक्सेशन इसे अनुमोदित करने का रेगुलेटर का तरीका है. इससे इस बात के भी संकेत मिलते हैं कि अब यह किसी के लिए व्यापार करने और क्रिप्टो के मालिक होने के लिए पूरी तरह से वैध है. ये शुरुआती दिन हैं और समय बीतने के साथ और बढ़ती समझ के साथ, टैक्सेशन धीरे-धीरे अधिक निवेशक अनुकूल हो जाएगा.
निवेशकों को ना हो परेशानी
यह हमें एक मुद्रा के रूप में क्रिप्टो के तीसरे पहलू को भी सामने लाता है जिसमें कुछ देशों के विपरीत हमारे रेगुलेटर मजबूत रहे हैं. क्रिप्टो करेंसीज मूल्य का एक अत्यधिक लिक्विड भंडार हैं, और हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि यह भारत और विदेशों में समान रूप से निवेशकों को ट्रीट कर सके. साथ ही ये पक्का कर सके कि क्रिप्टो की सहज कमी की कोई परेशानी नहीं है
News Reels
भारत और क्रिप्टो-आगे क्या भविष्य है
वित्त मंत्री ने पिछले महीने क्रिप्टो पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के बारे में बात की थी. भारत को अपने पड़ोसियों सिंगापुर और दुबई से आगे नहीं देखना चाहिए ये वो दो देश हैं जो अब सही तरीके से क्रिप्टो क्रांति का नेतृत्व करने में सबसे आगे हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक बहुत ही दिलचस्प दोहरे व्यवहार को प्रदर्शित करता है जिसमें एक तरफ यह सभी को दिखाई देता है, लेकिन दूसरी ओर यह तब तक जिम्मेदार नहीं है जब तक यह ब्लॉकचेन पर आधारित रहता है. ये ही असल में विवाद की जड़ है और सरकार को ढांचा तैयार करना चाहिए, एक्सचेंजों के साथ साझेदारी करनी चाहिए और लाइसेंस जारी करना चाहिए ताकि हमारी (और अन्य) जैसी कंपनियां हमारे नियामकों की सुविधा के रूप में कार्य कर सकें और भारत को ब्लॉकचेन तकनीक के साथ आगे ला सकें.
अन्य देशों में क्रिप्टो की स्थिति
क्रिप्टो को अब तक विभिन्न देशों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है. अल साल्वाडोर अमेरिकी डॉलर के साथ-साथ बिटकॉइन को लीगल टेंडर के रूप में अपनाने वाला पहला देश बन गया, हालांकि, इसे भारी नुकसान हुआ. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और कई क्रेडिट एजेंसियों की आलोचनाओं के बावजूद, मध्य अमेरिकी राष्ट्र ने बीटीसी को अपने राष्ट्रीय रिजर्व में जोड़ना जारी रखा और यहां तक कि बिटकॉइन सिटी नामक एक क्रिप्टो ट्रेडिंग हब स्थापित करने की योजना का खुलासा किया. हालांकि, हाल ही में बीटीसी की कीमतों में गिरावट और कुल क्रिप्टो बाजार में गिरावट के कारण, देश के निवेश का मूल्य कम हो रहा है जिनकी अनुमानित रूप से कीमत 50 मिलियन डॉलर से ज्यादा है. दूसरी ओर चीन है, जो क्रिप्टो प्लेटफॉर्म और इसके विभिन्न पहलुओं पर नाटकीय रूप से अपने रुख से पलटा है, इतना अधिक कि क्रिप्टो व्यापारियों और खनिकों को अंततः देश से बाहर जाना पड़ा और अपने व्यवसाय को जारी रखने के लिए अन्य दक्षिण एशियाई देशों में ठिकाने स्थापित करने पड़े.
भारत के लिए क्रिप्टो पर सतर्कता अच्छी साबित हुई
क्रिप्टोक्यूरेंसी और इसके विभिन्न पहलुओं के लिए भारत के सतर्क दृष्टिकोण को अन्य सरकारों के लिए सीखने की अवस्था के रूप में माना जा सकता है. इस क्षेत्र को पूरी तरह से अपनाने या बैन करने का फैसला लेने से पहले समर्पित रिसर्च करनी बेहद जरूरी है जो भारत सरकार कर रही है.
ये भी पढ़ें
Published at : 10 Aug 2022 04:44 PM (IST) Tags: India Nirmala Sitharaman Cryptocurrency Bitcoin RBI FM digital currency Dogecoin Tether India at 2047 Crypto Regulation हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: India-at-2047 News in Hindi
PAN Link Deadline: पैनकार्ड धारकों को आयकर विभाग का अल्टीमेटम, आधार से लिंक करने के लिए डेडलाइन दी
PAN link to Aadhar : आयकर विभाग ने पैन कार्ड को आधार से लिंक कराने के लिए डेडलाइन जारी कर दी है.
linke your Aadhaar card with PAN : 31 मार्च 2023 तक 1000 रुपए पेनाल्टी देकर पैन-आधार लिंक कराया जा सकता है.
Train Canceled List: आज नहीं चलेंगी 225 ट्रेन, रेलवे ने जारी की रद्द होनी वाली गाड़ियों की सूची, देखिए
पेनाल्टी देकर लिंक करें पैन-आधार
आयकर विभाग के अनुसार 1 जुलाई 2022 के बाद पैन कार्ड को आधार से लिंक कराने पर 1000 रुपए का जुर्माना लागू किया गया है. 31 मार्च 2023 तक 1000 रुपए पेनाल्टी देकर लिंक कराया जा सकता है. पैन-आधार लिंक नहीं कराने पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा-139AA के तहत आपका पैन रद्द हो जाएगा.
क्या क्रिप्टो विंटर आ गया है?
यह ध्यान रखें कि आपके लिए सिर्फ वह पैसा क्रिप्टो में डालना है, जिसके डूब जाने को आप बर्दाश्त कर सकते हैं
क्रिप्टोकरेंसीज मार्केट्स में अभी काफी गिरावट है। ग्लोबल क्रिप्टो स्पेस की कुछ बिजनेसेज रिसेशन (मंदी) के डर से 'Crypto Winter' की तैयारी कर रहे हैं। कई हफ्तों तक क्रिप्टोज की कीमतों में गिरावट ने Gemini, BlockFi और Coinbase जैसी नामी क्रिप्टो संस्थाओं को छंटनी तक शुरू करने के लिए मजबूर किया है।
लेकिन आखिर 'क्रिप्टो विंटर' का सही मतलब क्या है। और अगर यह वाकई आ गया तो इसका क्रिप्टो यूजर्स के लिए क्या मायने है? ये ऐसे सवाल हो सकते हैं, जिसका जवाब बतौर एक क्रिप्टो इनवेस्टर आप चाहते होंगे। इस लेख में हम इन सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं।
क्रिप्टो विंटर क्या है?
संबंधित खबरें
Aditya Birla Group बेच रही अपनी इंश्योरेंस-ब्रोकरेज इकाई? बाजार ने दिया निगेटिव रिस्पांस
Budget 2023: निर्मला सीतारमण के 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है इन उपायों से कृषि उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने में मिलेगी मदद
Union Budget 2023: क्रिप्टो इनवेस्टर्स की शिकायतें दूर करेंगी निर्मला सीतारमण, क्रिप्टो मार्केट में दोबारा आएगी रौनक
कुछ समय से क्रिप्टो स्पेस से जुड़े लोग क्रिप्टो विंटर आने की संभावना के बारे में अटकले लगा रहे हैं। क्रिप्टो विंटर का मतलब क्रिप्टो प्राइसेज में गिरावट और आम तौर पर लंबी अवधि तक बहुत कम बने रहने से है।
(बीते एक साल का डॉलर में बिटकॉइन का प्राइस चार्ट)
बिटकॉइन का प्राइस नवंबर 2021 में 69,000 डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। तब से जून 2022 तक इसका प्राइस करीब 70 फीसदी गिर चुका है। 12 अरब डॉलर के क्रिप्टो लेंडर Celsius Network के कस्टमर के विड्रॉल पर रोक लगा देने से भी कई क्रिप्टोकरेंसीज में अचानक गिरावट आई है। इस बीच क्रिप्टोकरेंसीज का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन गिरकर 1 लाख करोड़ डॉलर (ट्रिलियन) से कम रह गया है। यह पिछले साल नवंबर में 3 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गया था।
कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन सभी संकेतों से दूसरे क्रिप्टो विंटर आने का संकेत मिलता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि आखिरी क्रिप्टो विंटर 2017 के अंत से 2018 की शुरुआत के बीच आया था। तब बिटकॉइन अपनी पिछली रिकॉर्ड ऊंचाई से करीब 80 फीसदी गिर गया था। बिटकॉइन को रिकवर करने में करीब 18 महीने का समय लगा गया।
अभी क्रिप्टो मार्केट में बहुत उतार-चढ़ाव और कई इनवेस्टर्स के डर की वजह से इस रिस्की एसेट्स को बेचने और बाजार से बाहर निकलने की वजह से क्रिप्टो इनवेस्टर्स को दूसरे क्रिप्टो विंटर की चिंता सताने लगी है।
क्या वास्तव में क्रिप्टो विंटर आ रहा है?
पूरे क्रिप्टो मार्केट में मई 2022 में गिरावट शुरू हुई। स्टेबलकॉइन TeraUSD की अमेरिकी डॉलर में वैल्यू गिरने लगी। LUNA स्टेबलकॉइन का अंडरलाइंग क्रिप्टो है। इसलिए TeraUSD के टूटने से LUNA के प्राइसेज भी गिर गए। कुछ ही दिन में इस क्रिप्टो की वेल्थ 20 अरब डॉलर से रहकर जीरो रह गई। इससे कई लोगों का इनवेस्टमेंट एक रात में गायब हो गया।
Celsius के विड्रॉल पर रोक लगा देने से पहले से निराश इनवेस्टर्स का डर और बढ़ गया।
अभी की क्रिप्टोज क्राइसिस 2017-2018 के क्रिप्टो विंटर से बहुत अलग है। हालांकि, तब बिटकॉइन की वैल्यू रिकवरी के बाद नई ऊंचाई पर पहुंच गई थी, लेकिन इस बार क्रिप्टो की मार्केट क्रेडिबिलिटी संकट में है। पिछले कुछ समय से क्रिप्टो में रिकवरी का कोई संकेत नहीं दिखा है। ऐसा लगता है जैसे सभी संकेत क्रिप्टो विंटर की संभावना का इशारा कर रहे हैं।
बाजार की मौजूदा स्थिति का इनवेस्टर्स के लिए क्या मतलब है?
यह सही है कि जब क्रिप्टोज मार्केट में गिरावट आनी शरू हुई और प्राइसेज गिरने लगे तो कुछ इनवेस्टर्स ने अपने पैसे निकालने शुरू कर दिए। लेकिन कई इनवेस्टर्स अब भी लंबी अवधि का नजरियां रख रहे हैं और वे क्रिप्टो करेंसी इनवेस्टमेंट्स और ऑपरेशंस बढ़ा रहे हैं। इनवेस्टमेंट ग्रुप फिडेलिटी इसका उदाहरण है।
फ्लोरिडा अटलांटिक यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर और अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक रिसर्च के साउंड मनी प्रोजेक्ट के डायरेक्टर विलियम लूथर के मुताबिक, अगर क्रिप्टो इनवेस्टर्स क्रिप्टो एसेट्स की वैल्यू में भरोसा रखते हैं तो उनके लिए लॉन्ग टर्म नजरियां और लक्ष्य रखना जरूरी है।
वह कहते हैं, "पहले के एक्सीपियंस को देखें तो इस तरह की गिरावट और फ्लो क्रिप्टो मार्केट में आता है।"
लुथर कहते हैं, ". आप इसे सीजनल उतार-चढ़ाव के रूप में देख सकते हैं। यही वजह है कि इसे लोग क्रिप्टो विंटर कहते हैं, क्योंकि इससे पता चलता है कि आगे स्प्रिंग है।"
मौजूदा उतार-चढ़ाव की स्थिति के बीच अगर आपके क्रिप्टो इनवेस्टमेंट्स की वैल्यू बहुत ज्यादा बदल जाती है तो आप अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो को रिबैलेंस कर सकते हैं। हालांकि, जैसा लुथर और दूसरे एक्सपर्ट्स मानते हैं क्रिप्टो बाजार की स्थिति आपकी पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी को बदलने की वजह नहीं होनी चाहिए।
यह ध्यान रखें कि आपके लिए सिर्फ वह पैसा क्रिप्टो में डालना है, जिसके डूब जाने को आप बर्दाश्त कर सकते हैं। चिंतामुक्त रहना और अपने इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी पर दोबारा विचार करना दो ऐसी चीजें हैं जो उतार-चढ़ाव वाले बाजार में आपको सही फैसले लेने में मदद करेंगी।
हम क्रिप्टो में आपके निवेश के लिए शुभकामनाएं देते हैं!
क्या आप क्रिप्टो में इंटरेस्टेड हैं और क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं? फिर आज Waxzirx को विजिट करें और सिर्फ 100 2023 में एक क्रिप्टो निवेशक को क्या जानना ज़रूरी है रुपये से अपना पहला ऑर्डर प्लेस करें।
इस लेख को प्रतीक आहूजा ने लिखा है, जो वजीरएक्स में मार्केटिंग के एसोसिएट डायरेक्टर हैं।
डिसक्लेमर: क्रिप्टोज अनरेगुलेटेड वर्चुअल एसेट्स है, यह लीगल टेंडर नहीं है और इससे मार्केट रिस्क जुड़ा है। इस लेख में व्यक्त विचार और नजरियां लेखक के अपने हैं और ये वजीरएक्स के ऑफिशियल पॉजिशन और इनवेस्टमेंट एडवाइस को रिप्रजेंट नहीं करते।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 710