1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.
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पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)
दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)
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अगर आप अपने पैसों को इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं तो आप एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं। ज्यादातर लोग एफडी में निवेश करते हैं जिससे उन्हें उस पर रिटर्न मिलता है लेकिन एसआईपी में आपको रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है। अगर आप इसका लाभ पाना चाहते हैं तो हम आपको बताएंगे कि आप कैसे इसका फायदा उठा सकते हैं और इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।
कैसे करें एसआईपी में इन्वेस्टमेंट?
एसआईपी यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश की शुरुआत करने के लिए आपको केवाईसी को कंप्लीट करना होता है। इसके बाद आपको जिस भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना है आप उसमें अपनी जानकारी को भर दें और फिर सारे डॉक्यूमेंट्स को सबमिट कर दें।
इसके बाद वेरिफिकेशन होता है जिसमें आपको अपने डॉक्यूमेंट को वेरीफाई करवाना होता है। जब आपका वेरिफिकेशन का प्रोसेस खत्म हो जाएगा तो आपको जिस भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना है वह आप सिलेक्ट कर सकते हैं। जब आप नया अकाउंट रजिस्टर कर देते हैं तो आपको एक फॉर्म भरना होता है और अपने बैंक से संबंधित जानकारी को भी भरना होता है। इसके बाद जब आपका रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा हो जाएगा तो आप निवेश करना शुरू कर सकते हैं।
एसआईपी में इन्वेस्टमेंट के फायदे
एसआईपी से कोई भी व्यक्ति अगर नियमित रूप से म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहता है तो वह कर सकता है। इसमें कम पैसों में भी आपको इन्वेस्टमेंट कैसे करना चाहिए निवेश किया जा सकता है। आपको बता दें कि इसमें निवेश किए गए पैसों को कम या ज्यादा अपने अनुसार कर सकते हैं।
आपको बता दें कि इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का यह एक बहुत अच्छा ऑप्शन माना जाता है क्योंकि इसमें लाभ की संभावना अधिक होती है। एसआईपी में निवेश किए गए पैसों पर इनकम टैक्स में छूट भी मिल सकती है। इसमें आप हर साल एक लाख की राशि पर छूट पा सकते हैं।
एसआईपी से आप बहुत ही कम पैसों में शेयर बाजार में भाग ले सकते हैं। यह निवेश का ऐसा तरीका है जो आपकी बचत को बढ़ाता है। इन सभी कारणों की वजह से यह एक बचत करने का बेहतर ऑप्शन हो आपको इन्वेस्टमेंट कैसे करना चाहिए सकता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार एसआईपी में निवेश की अवधि को मासिक, तिमाही का ऑप्शन भी चुन सकते हैं। अगर आप आने वाले समय में बैंक अकाउंट में खूब सारे पैसे कम समय में पाना चाहते हैं तो यह ऑप्शन आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है।
निवेश का डायवर्सिफिकेशन जरूरी
एक या दो म्यूचुअल फंड स्कीम्स में पूरे फंड का निवेश करने से आपको अधिक जोखिम आपको इन्वेस्टमेंट कैसे करना चाहिए उठाना पड़ सकता है. आपको अपने निवेश पोर्टफोलियो को अलग-अलग म्यूचुअल फंड स्कीम्स और अलग-अलग म्यूचुअल फंड कंपनियों में डायवर्सिफाई करना चाहिए. एक निवेशक के तौर पर आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि अपने पोर्टफोलियो में एसेट एलोकेशन कैसे किया जाए. निवेशक को अपनी पर्सनल इन्वेस्टमेंट गोल्स और जोखिम लेने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए एसेट एलोकेट करना चाहिए. एसेट एलोकेशन निवेश की रणनीति बनाने में मदद करता है. एसेट एलोकेशन का एक फायदा यह है कि अगर किसी एक एसेट क्लास में उतार-चढ़ाव होता है तो जरूरी नहीं है कि दूसरे में भी हो.
यहां कई म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं. इनके द्वारा कई तरह की स्कीम पेश की जाती हैं. आपको इनमें से अपनी जरूरत के अनुसार सही स्कीम का चुनाव करना होगा. अब सवाल यह है कि निवेश के लिए सबसे अच्छी स्कीम का चुनाव कैसे करें? किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश से पहले आपको उनके पिछले प्रदर्शन, मैनेजमेंट एफिशिएंसी और एक्सपेंस रेश्यो की जांच करनी चाहिए. इसके साथ ही, अलग-अलग स्कीम की तुलना ऑनलाइन माध्यम से करनी चाहिए. रेगुलर प्लान्स की तुलना में डायरेक्ट प्लान्स को प्राथमिकता दें क्योंकि इनका एक्सपेंस रेश्यो कम होता है.
एकमुश्त निवेश या SIP इन्वेस्टमेंट
यदि आप एकमुश्त राशि निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आप अधिक जोखिम नहीं लेना चाहेंगे. इसलिए, डेट फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है. अगर आप बेहतर रिटर्न के लिए मध्यम जोखिम लेने को तैयार हैं, तो आप बैलेंस्ड फंड में निवेश कर सकते हैं. ज्यादा रिटर्न के लिए आपको ज्यादा जोखिम उठाने होंगे. इसलिए, आप लार्ज-कैप इक्विटी फंड में निवेश के लिए जा सकते हैं. अलग-अलग स्कीम और म्यूचुअल फंड कंपनियों में अपने फंड को डायवर्सिफाई करें. अगर आप जोखिम को और कम करना चाहते हैं, तो आप एकमुश्त फंड को लिक्विड फंड में रख सकते हैं और एसटीपी विकल्प का उपयोग करके एक उपयुक्त म्यूचुअल फंड योजना में निवेश कर सकते हैं.
अगर आप लंबी अवधि में किस्तों में निवेश करते हुए फंड तैयार करना चाहते हैं, तो आप इक्विटी फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से निवेश कर सकते हैं. एसआईपी आपको आकर्षक रिटर्न पाने में मदद कर सकता है, खासकर जब आप उतार-चढ़ाव भरे बाजार के बीच लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं.
पोर्टफोलियो की समीक्षा और री-बैलेंस जरूरी
म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश के दौरान समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करना जरूरी है. हमेशा यह चेक करते रहें कि आपका निवेश कैसा प्रदर्शन कर रहा है. हो सकता है कि कभी-कभी यह आपके उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन न करे. वहीं, कभी-कभी यह आपकी उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. अगर यह आपकी उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन न करे तो खराब प्रदर्शन वाले निवेश को बेहतर फंड में बदलना पड़ सकता है.
दूसरी ओर, अगर आपके पोर्टफोलियो ने आपकी उम्मीद से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है, तो आप हाई रिस्क वाली स्कीम से कम रिस्क वाली म्यूचुअल फंड स्कीम में स्विच कर सकते हैं और अर्जित रिटर्न को सुरक्षित करते हुए अपने पोर्टफोलियो को रि-बैलेंस कर सकते हैं. म्युचुअल फंड में कम उम्र से ही निवेश करना शुरू कर दें. लंबी अवधि के लिए निवेशित रहकर आपको निवेश पर लाभ को अधिकतम करने में मदद मिलेगी.
SIP Mutual Funds: एसआईपी क्या है? कैसे मिलता है मुनाफा, निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप 2 तरीकों से पैसा लगा सकते हैं. पहला है, एकमुश्त राशि जमा करना और दूसरा एसआईपी के जरिए निवेश करना. SIP यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लानिंग (Systematic Investment Planning) है. आप कुछ पैसा म्यूचुअल फंड में डालते हैं और कम जोखिम में ज्यादा निवेश मिल सकता है.
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महिलाएं आपको इन्वेस्टमेंट कैसे करना चाहिए कहां इन्वेस्ट करना पसंद करती हैं
रिपोर्ट्स की मानें तो अधिकतर महिलाएं गोल्ड और फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट करना काफी ज्यादा पसंद करती हैं। इसके अलावा आज कल महिलाएं रियल एस्टेट, स्टॉक मार्केट और म्यूचुअल फंड में भी इन्वेस्ट करती हैं।
जिन भी महिलाओं को म्यूचुअल फंड के बारे मे अच्छे से पता है वह आसानी से म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर काफी पैसे कमा सकती हैं। म्यूचुअल फंड में भी कई प्रकार होते हैं।
इक्विटी म्यूचुअल फंड
इक्विटी फंड म्यूचुअल फंड की वो स्कीम है, जो खासकर शेयर्स/कंपनी के स्टॉक में निवेश करती है। इन्हें ग्रोथ फंड भी कहा जाता है। इसमें आप आसानी से पैसे निवेश कर सकते हैं।
अगर आप अधिकतम तीन साल तक के लिए निवेश करना चाहते हैं और रिस्क लेने को तैयार नहीं हैं तो फिर आपके सामने पहला विकल्प 'फिक्स्ड डिपॉजिट' का है। लेकिन अगर फिक्स्ड डिपॉजिट से थोड़ा ज्यादा रिटर्न चाहते हैं तो फिर डेट फंड में निवेश कर सकते हैं।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड
हाइब्रिड फंड भी एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो एक ही फंड के अंदर कई एसेट क्लास में निवेश करता है। इसमें इन्वेस्ट करना काफी फायदे का सौदा हो सकता है।
सर्वे के अनुसार यह देखा गया है कि महिलाएं सोने में काफी ज्यादा इन्वेस्टर्स करती हैं। युवा पीढ़ी की महिलाएं भी गोल्ड में इन्वेस्ट करना पसंद करती हैं।
वहीं आज कल की युवा महिलाओं की बात करें तो वह अपनी बचत सुरक्षित और कम जोखिम वाले निवेश विकल्पों में चुनना चाहती हैं।
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