क्‍यों पड़ी सेबी की निगाह
बाजार नियामक सेबी ने दिसंबर, 2021 में ही कहा था कि वह जल्‍द ही अल्‍गो ट्रेडिंग को इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया लेकर कुछ नियम बनाने वाला है. सेबी के दखल देने की सबसे बड़ी वजह यह है कि अभी भारतीय शेयर बाजार में होने वाली करीब 50 फीसदी ट्रेडिंग इसी विधा के जरिये की जाती है. इससे पहले तक यह ट्रेडिंग पूरी तरह नियंत्रण से बाहर थी, लेकिन अब सेबी ने इसे लेकर कुछ नियम बना दिए हैं.

शेयर बाजार खुलने इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया से पहले जानें आज निफ्टी और बैंक निफ्टी में क्या हो आपकी ट्रेडिंग रणनीति

निफ्टी में पहला बेस 16735-16677 के जोन में नजर आ इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया रहा है और उसके बाद इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया बड़ा बेस 16623-16560/531 के जोन में दिखाई दे रहा है

अक्टूबर सीरीज के पहले दिन इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेत मिल रहे हैं। एशिया में इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया नरमी नजर आई है। वहीं SGX निफ्टी करीब 50 प्वाइंट नीचे नजर आया। ग्लोबल मंदी की आशंकाओं से कल अमेरिका में तेज गिरावट रही। नैस्डैक करीब 3% टूटा। इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया भारतीय बाजारों की नजर आज सुबह 10 बजे RBI की क्रेडिट पॉलिसी पर रहेगी। आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में आधे प्रतिशत की बढ़ोतरी की जा सकती है।

आज के लिए निफ्टी पर रणनीति

सीएनबीसी-आवाज़ के वीरेंद्र कुमार में आज निफ्टी में ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स के लिए ट्रेडिंग रणनीति इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया साझा की है। उन्होंने कहा कि आज निफ्टी में पहला रेजिस्टेंस 16866-16910 के स्तर पर नजर आयेगा। जबकि उसके बाद और ऊपर बड़ा रेजिस्टेंस 16977-17040 पर नजर आयेगा यानी कि ऊपर जाने इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया पर निफ्टी इन लेवल्स पर अटकता नजर आयेगा।

Explainer : क्‍या है अल्‍गो ट्रेडिंग और सेबी के किस नियम से ब्रोकर्स में मचा हड़कंप, क्‍या इस ट्रेडिंग से मिलता है तय रिटर्न?

सेबी ने अल्‍गो ट्रेडिंग को लेकर ब्रोकर्स के लिए नियम बना दिए हैं.

सेबी ने अल्‍गो ट्रेडिंग को लेकर ब्रोकर्स के लिए नियम बना दिए हैं.इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया

सेबी ने हाल में ही अल्‍गो ट्रेडिंग को लेकर नियम बनाया है. देश में तेजी से बढ़ रही इस ट्रेडिंग को लेकर अभी तक कोई रेगुले . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 07, 2022, 15:15 IST
पिछले सप्‍ताह बाजार नियामक सेबी ने इसे लेकर कुछ नियम बना दिए हैं.
स्‍टॉक की खरीद-फरोख्‍त पूरी तरह कंप्‍यूटर के जरिये की जाती है.
इसमें जैसे ही आप बटन दबाते हैं, कंप्‍यूटर ट्रेडिंग शुरू कर देता है.

नई दिल्‍ली. अग्‍लो ट्रेडिंग जिसका पूरा नाम अल्गोरिदम ट्रेडिंग (Algorithm Trading) है, यह वैसे तो भारत में नया कॉन्‍सेप्‍ट है लेकिन इसका इस्‍तेमाल साल 2008 से ही होता रहा है.

अल्‍गो ट्रेडिंग इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया को लेकर अभी तक ब्रोकर तय रिटर्न का दावा करते इस ट्रेडिंग रणनीति के बारे में कैसे आया थे, लेकिन पिछले सप्‍ताह बाजार नियामक सेबी ने इसे लेकर कुछ नियम बना दिए हैं और इसके बाद से ट्रेडिंग की इस नई विधा पर बहस भी शुरू हो गई है. इस बहस को हवा तब मिली जब जिरोधा के फाउंडर निखिल कामत ने अल्‍गो ट्रेडिंग के तय रिटर्न वाले दावे पर सवाल उठाए. उन्‍होंने कहा, अभी तक इसे लेकर काफी भ्रम फैलाया जा चुका है.

रेटिंग: 4.34
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 726