• तन - कैंडलस्टिक बॉडी की बात करें तो एक बुलंद कैंडलस्टिक का ऊपरी सिरा समापन मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है जबकि उसी कैंडलस्टिक का निचला सिरा शुरुआती मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है। ऊपरी एक मंदी मोमबत्ती का अंत उद्घाटन मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि निचला छोर समापन मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • ऊपरी बाती - किसी भी कैंडलस्टिक की ऊपरी बाती का उच्चतम सिरा, कैंडलस्टिक बनने के समय सीमा के दौरान पहुंची उच्चतम कीमत का प्रतिनिधित्व करता है।
  • निचली बाती - किसी भी कैंडलस्टिक की निचली बाती का सबसे निचला सिरा जब कैंडलस्टिक बनता है उस अवधि के दौरान सबसे कम कीमत का प्रतिनिधित्व करता है।

कैंडलस्टिक चार्ट के साथ पैसे का व्यापार कैसे करें।

एक कैंडलस्टिक चुने हुए समय सीमा के भीतर एक परिसंपत्ति के मूल्य आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता है - 1 मिनट की कैंडलस्टिक से पता चलता है कि जिस संपत्ति में कैंडलस्टिक का निर्माण हुआ उस मिनट के दौरान किसी संपत्ति की कीमत कैसे बदल गई।

  • तन - कैंडलस्टिक बॉडी की बात करें तो एक बुलंद कैंडलस्टिक का ऊपरी सिरा समापन मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है जबकि उसी कैंडलस्टिक का निचला सिरा शुरुआती मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है। ऊपरी एक मंदी मोमबत्ती का अंत उद्घाटन मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि निचला छोर समापन मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • ऊपरी बाती - किसी भी कैंडलस्टिक की ऊपरी बाती का उच्चतम सिरा, कैंडलस्टिक बनने के समय सीमा के दौरान पहुंची उच्चतम कीमत का प्रतिनिधित्व करता है।
  • निचली बाती - किसी भी कैंडलस्टिक की निचली बाती का सबसे निचला सिरा जब कैंडलस्टिक बनता है उस अवधि के दौरान सबसे कम कीमत का प्रतिनिधित्व करता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न।

एक या कई कैंडलस्टिक्स द्वारा दर्शाए गए रूपों को कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाता है।

वे एसेट मार्केट पर सिग्नल खरीदने या बेचने का काम करते हैं।

Tradeएसेट बाजार में आरएस उन्हें मूल्य आंदोलनों की सफलतापूर्वक भविष्यवाणी करने के लिए उपयोग करते हैं और इस प्रकार पैसा बनाते हैं।

Japanese Candlestick क्या हैं ? – 400 साल पुराणी तकनीक।

Japanese Candlestick क्या हैं ?

Japanese Candlestick क्या हैं ?

शेयर बाजार में कई प्रकार के चार्ट होते हैं जैसे की Line Chart, Renko Chart, Heikin Ashi Chart, Kegi Chart इत्यादि।

इनमेसे सबसे ज्यादा प्रसिद्द इस्तमाल किया जाने वाला चार्ट हैं Japanese Candlestick Chart.

Share Market में चाहे बडेसे बड़ा Trader या Investor क्यों न हो, ज्यादा तौर पर Candlestick Chart का ही उपयोग करते हैं।

शायद से Candlestick को शेयर मार्किट में मोमबत्ती पैटर्न या मोमबत्ती कहना ठीक नहीं होगा।

इस आर्टिकल मे हम पढ़ेंगे – Japanese Candlestick क्या हैं ? हिंदी मे, Japanese Candlestick की जानकारी, Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?, कैंडलस्टिक कितने प्रकार के होते हैं ?, Candlestick के भाग, Candlestick को कैसे समझे ?,Candlestick से हमें क्या पता चलता हैं ?

Table of Contents

1. Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?

स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सिखने की जरुरत होती हैं और टेक्निकल एनालिसिस अच्छेसे सिखने के लिए हमें Candlestick को अच्छेसे सीखना बोहोत जरुरी हैं।

क्योकि Candlestick टेक्निकल एनालिसिस की जड़े होती हैं।

2. कैंडलस्टिक कितने प्रकार के होते हैं ?

कैंडलस्टिक के २ प्रकार होते हैं।

एक Bullish कैंडल जो की हरी रंग की होती हैं।

और दूसरी Bearish कैंडल जो की लाल रंग की होती हैं।

जब प्राइस बढ़ कर रुक जाती हैं तो वह हरे रंग की कैंडल यानि के Bullish Candle बनाती हैं।

जब प्राइस घट कर रुक जाती हैं तो वह लाल रंग की कैंडल यानि के Bearish Candle बनाती हैं।

3. Candlestick के भाग

कैंडल स्टिक के ३ भाग होते है।

4. Candlestick को कैसे समझे ?

कैंडलस्टिक में कुल ४ चीजे रहती जापानी कैंडलस्टिक क्या है हैं।

Open, Close, High और Low .

एक उदहारण के तौर पर अगर एक कैंडलस्टिक एक प्राइस पे खुलता या शुरू होता हैं तो उसे हम ओपनिंग प्राइस कहते हैं

उसे दिन प्राइस जितना निचे गया हैं तो उसे हम Lowest Price कहते हैं।

और प्राइस उस दिन जितना ऊपर गया हैं तो उसे हम Highest Price कहेंगे।

और कैंडल जहापे ख़तम हुआ हैं तो उसे हम Closing Price कहेंगे।

5. Japanese Candlestick से हमें क्या पता चलता हैं ?

जब शेयर बाजार खुलता हैं और जिस प्राइस पे कैंडलस्टिक खुलती हैं तब हमें उसका Opening Price पता चलता हैं।

जब शेयर बाजार ऊपर या निचे जाता हैं तब हमें Candlestick का Highest Price और Lowest Price पता चलता हैं।

और जब शेयर बाजार बंद हो जाता हैं तब हमें Candlestick का Closing Price पता चलता हैं।

और सारे पिछले Japanese Candlestick से मिलकर एक Candlestick Chart Pattern बनता हैं।

हर एक कैंडलस्टिक स्टॉक में होने वाले उतार चढाव को दिखता हैं एक समय के जरिये।

जैसे की 1 Min,1 Hour,1 Day,1 Week या 1 Month.

6. निष्कर्ष

अगर आप नए ट्रेडर या इन्वेस्टर हो तो Candlestick से अपने शेयर मार्किट सिखने की शुरवात करना बहुत ही अच्छा पर्याय हैं। क्योकि Candlestick Technical Analysis की जढ़ हैं। Candlestick सबसे आसान और जल्दी समझने वाली चार्ट पद्धति हैं।

  • (आप Candlestick की प्रैक्टिस Tradingview.com पर कर सकते हैं ।)

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7. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :

Q.1. Japanese Candlestick क्या हैं ?

Ans: Japanese Candlestick Technical Analysis में एक तकनीक हैं जिससे हमें किसी शेयर की Open, Close, High और Low Price का पता चलता हैं .

Q.2. Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?

Ans: स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सिखने की जरुरत होती हैं और टेक्निकल एनालिसिस अच्छेसे सिखने के लिए हमें Candlestick को अच्छेसे सीखना बोहोत जरुरी हैं।

Q.3. Candlestick के कितने भाग होते हैं ?

Ans: कैंडल स्टिक के ३ भाग होते है।
1. Upper Shadow
2. Body
3. Lower Shadow

what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है

यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही जापानी कैंडलस्टिक क्या है युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के जापानी कैंडलस्टिक क्या है बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.

Candle Stick Chart Pattern

Basic Candle Stick Pattern:


Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग जापानी कैंडलस्टिक क्या है से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।

यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।

यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi.

कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।

कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -


एक - बेसिक जापानी कैंडलस्टिक क्या है कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India

Candlesticks pattern जापानी कैंडलस्टिक क्या है एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

कैंडलस्टिक चार्ट की बुनियादी समझ

एक व्यापारी के लिए, कैंडलस्टिक चार्ट की दो सबसे पसंदीदा विशेषताएँ हैं:

  • प्रत्येक कैंडलस्टिक एक विशेष अवधि के दौरान व्यापारों की विशिष्ट संख्या के पूरा होने को दर्शाता है।
  • इससे यह भी पता चलता है कि उस विशेष अवधि के दौरान अधिक बिक्री का दबाव था या खरीदी का दबाव था।

इस ब्लॉग में, हम कैंडलस्टिक चार्ट और उनका विश्लेषण कैसे करें के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे:

कैंडलस्टिक्स चार्ट का उद्गम:

जापानी कैंडलस्टिक चार्ट भविष्य के मूल्य उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सबसे पुरानी प्रकार की चार्टिंग तकनीक है।

1700 के दशक में, कैंडलस्टिक चार्ट के शुरुआती रूपों का इस्तेमाल चावल की कीमतों का अनुमान लगाने के लिए किया गया था।

1750 में, मुनेहिसा होमा के नाम से एक जापानी व्यापारी ने अपने कैंडलस्टिक विश्लेषण का इस्तेमाल सकाता में चावल के आदान-प्रदान में व्यापार करने के लिए करना शुरू किया।

कैंडलस्टिक चार्ट का निर्माण:

प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से रियल बॉडी और विक्स से बना होता है जिसे शड़ौस या टेल्स के रूप में भी जाना जाता है:

रीड कैंडलस्टिक चार्ट

शैडोस कैंडलस्टिक चार्ट

कैंडलस्टिक चार्ट पर पैटर्न की व्याख्या करना:

जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।

इन कैंडलस्टिक पैटर्न को मंदी और तेजी वाली कैंडलस्टिक पैटर्न में भी वर्गीकृत किया जा सकता है।

मार्केट एक्सपर्ट्स से कैंडलस्टिक विश्लेषण की मूल बातें सीखें

कैंडलस्टिक पैटर्न एक एकल कैंडलस्टिक पैटर्न हो सकता है या दो-तीन कैंडलस्टिक्स को मिलाकर बनाया जा सकता है।

इस तरह के कैंडलस्टिक पैटर्न के कुछ उदाहरण हैं:

एकल कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:

कई कैंडलस्टिक पैटर्न्स कई कैंडल्स द्वारा बनाई जाती है।

कई कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:

o बुलिश एंगलफ़ींग

o जापानी कैंडलस्टिक क्या है बीयरिश एंगलफ़ींग

कैंडलस्टिक चार्ट का विश्लेषण करते समय तीन मान्य ताएँ:

1. एक को ताकत खरीदनी चाहिए और कमजोरी को बेचना चाहिए:

शक्ति आमतौर पर एक तेजी (हरे) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है जबकि कमजोरी एक मंदी (लाल) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है।

आम तौर पर हरे रंग की कैंडल के दिन खरीदना चाहिए और लाल कैंडल के दिन बेचना चाहिए।

2. एक को पैटर्न के साथ लचीला होना चाहिए:

बाजार की स्थितियों के कारण पैटर्न में मामूली बदलाव हो सकते हैं।

इसलिए, चार्ट पर इन कैंडलस्टिक पैटर्न का विश्लेषण करते समय थोड़ा फ्लेक्सिबल होना चाहिए।

3. एक को पूर्व प्रवृत्ति की तलाश करनी चाहिए:

अगर आप तेजी से कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश कर जापानी कैंडलस्टिक क्या है रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति मंदी होनी चाहिए और इसी तरह, अगर आप एक मंदी के पैटर्न की तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति तेज होनी चाहिए।

महत्वपूर्ण सीख:

  • कैंडलस्टिक चार्ट एक प्रकार के तकनीकी चार्ट हैं जो बार चार्ट या लाइन चार्ट के समान मूल्य के उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करते हैं।
  • प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से वास्तविक शरीर और विक्स से बना होता है जिसे छाया या पूंछ के रूप में भी जाना जाता है:
  • संपत्ति का शुरुआती मूल्य> समापन मूल्य = ओपन कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
  • संपत्ति का समापन मूल्य> प्रारंभिक मूल्य = क्लोज कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
  • जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।

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मोमबत्ती

कैंडलस्टिक अर्थ के अनुसार, यह एक प्रकार का विशेष मूल्य चार्ट है जिसका उपयोग सटीक सुनिश्चित करने के लिए किया जाता हैतकनीकी विश्लेषण. दिया गया मूल्य चार्ट निश्चित अवधि के लिए कुछ सुरक्षा के उद्घाटन, समापन, निम्न और उच्च कीमतों को प्रदर्शित करने के लिए जाना जाता है।

Candlestick

यह शब्द और अवधारणा जापान में चावल व्यापारियों और व्यापारियों से उत्पन्न होने के लिए जाना जाता है। उन्होंने ट्रैकिंग की एक समान अवधारणा का इस्तेमाल कियामंडी कीमतों के साथ-साथ दैनिक गति। संयुक्त राज्य अमेरिका में आधुनिक युग में प्रसिद्ध होने से पहले, यह अवधारणा सैकड़ों साल पहले से ही उपयोग में थी।

मोमबत्ती के व्यापक हिस्से को "वास्तविक शरीर" कहा जाता है। मूल्य चार्ट का यह खंड निवेशकों को यह बताने के लिए जाना जाता है कि क्या विशेष करीबी कीमत इसकी शुरुआती कीमत से कम या अधिक थी (यदि स्टॉक कम मूल्य पर बंद हो गया था, तो काले या लाल रंग में, और सफेद और रंगों में) हरे रंग के मामले में स्टॉक उच्च मूल्य पर बंद हुआ)।

कैंडलस्टिक की मूल बातें समझना

कैंडलस्टिक की छाया दैनिक उच्च और निम्न मूल्यों को प्रकट करने के लिए जानी जाती है और यह दिए गए खुले और करीबी परिदृश्य की तुलना कैसे करता है। दीये का आकार दिए गए दिन के समापन, उद्घाटन, उच्च और निम्न मूल्यों के बीच दिए गए संबंध के आधार पर भिन्न हो सकता है।

कैंडलस्टिक्स को बाद की सुरक्षा कीमतों पर निवेशकों की भावनाओं के प्रभाव को दर्शाने के लिए जाना जाता है। दी गई अवधारणा का उपयोग ज्यादातर भविष्य कहनेवाला तकनीकी विश्लेषण के लिए किया जाता है ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि किसी को दिए गए ट्रेडों में कब प्रवेश करना चाहिए या बाहर निकलना चाहिए। कैंडलस्टिक्स का चार्टिंग तंत्र उस तकनीक पर आधारित माना जाता है जिसे 1700 के दशक के दौरान जापान में विकसित किया गया था। कैंडलस्टिक्स भी कुछ तरल के व्यापार के लिए एक आदर्श समाधान के रूप में काम करते हैंवित्तीय संपत्ति वायदा, विदेशी मुद्रा और स्टॉक सहित।

सफेद या हरे रंग में लंबी मोमबत्तियों की उपस्थिति मजबूत खरीद दबाव की उपलब्धता को इंगित करने के लिए जानी जाती है। यह इंगित करने में सहायक है कि दिए गए बाजार की कीमत में तेजी है। दूसरी ओर, लाल या काले रंगों में लंबी मोमबत्तियों की उपस्थिति महत्वपूर्ण बिक्री दबावों की उपलब्धता को इंगित करने के लिए जानी जाती है। दिया गया चार्ट बताता है कि चार्ट मंदी की प्रकृति का है।

कैंडलस्टिक रिवर्सल पैटर्न के लिए एक विशिष्ट बुलिश पैटर्न - जिसे हथौड़े के रूप में जाना जाता है, का गठन तब होता है जब कीमत शुरुआती दरों के बाद काफी कम हो जाती है, और फिर समापन समय पर उच्च तक बढ़ जाती है। मंदी के कैंडलस्टिक चार्ट की समान अवधारणा को "हैंगिंग मैन" के नाम से जाना जाता है। दिए गए कैंडलस्टिक पैटर्न स्क्वायर लॉलीपॉप के समान दिखते हैं। ये पैटर्न आमतौर पर व्यापारियों द्वारा उपयोग किए जाते हैं जब वे दिए गए बाजार में नीचे या ऊपर का चयन करने का प्रयास कर रहे होते हैं।

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