इस प्रकार, रूस के कच्चे तेल पर लगाए गए 60 डॉलर प्रति बैरल की मूल्य सीमा का मतलब केवल तेल से होने वाली कमाई को सीमित करना नहीं है जो यूक्रेन में मास्को के युद्ध के वित्तपोषण में जाता है।
POCSO Act: पाक्सो के तहत सहमति की उम्र पर सरकार करे विचार : सीजेआइ
18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के बीच कोई सहमति नहीं होती है। यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पाक्सो) कानून पर दो दिन के राष्ट्रीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि बाल यौन शोषण के मामले छिपाएं नहीं बल्कि आवाज उठाएं।
नई दिल्ली, पीटीआई। देश में बच्चों के साथ बढ़ते यौन शोषण पर प्रधान न्यायाधीश (सीजेआइ) डीवाई चंद्रचूड़ ने चिंता जताई और इसे व्यापार प्रणालियों की विविधता एक छिपी हुई समस्या बताया। उन्होंने विधायिका से पाक्सो कानून के तहत सहमति की उम्र को लेकर बढ़ती चिंता पर भी विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि पाक्सो कानून 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के बीच सभी यौन कृत्यों को आपराधिक बनाता है, भले ही नाबालिगों के बीच सहमति रही हो। कानून की धारणा यह है कि 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के बीच कोई व्यापार प्रणालियों की विविधता सहमति नहीं होती है। शनिवार को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पाक्सो) कानून पर दो दिन के राष्ट्रीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि बाल यौन शोषण के मामले छिपाएं नहीं, बल्कि आवाज उठाएं। इसके खिलाफ स्वजन को आगे आना चाहिए और सरकार को भी रिपोर्ट करने के लिए उनको प्रोत्साहित करना चाहिए।
व्यापार प्रणालियों की विविधता
मानव गतिविधि विनाशकारी समुद्री प्रजातियां: आईयूसीएन रेड लिस्ट
मॉन्ट्रियल, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। संकटग्रस्त प्रजातियों की आईयूसीएन रेड लिस्ट के अपडेट में अवैध और अस्थिर मछली पकड़ने, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और बीमारी सहित समुद्री प्रजातियों को प्रभावित करने वाले खतरों की बाढ़ पर प्रकाश डाला गया है।
मॉन्ट्रियल, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। संकटग्रस्त प्रजातियों की आईयूसीएन रेड लिस्ट के अपडेट में अवैध और अस्थिर मछली पकड़ने, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और बीमारी सहित समुद्री प्रजातियों को प्रभावित करने वाले खतरों की बाढ़ पर प्रकाश डाला गया है।
गुजरात में ‘रिकार्ड’ पर ‘रिकार्ड’
गुजरात चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मिली भीषण विजय को केवल ‘जीत’ नहीं कहा जा सकता बल्कि इसके गूढ़ व गंभीर निहातार्थ भी हैं। राज्य में भाजपा को 53 प्रतिशत से अधिक मत मिले हैं जिनका सर्वाधिक वोट पाने वाले प्रत्याशी के विजय नियम में विशिष्ट महत्व हो जाता है। इसका मतलब यह हुआ कि यदि कुल 182 सीटों पर भाजपा के प्रत्येक प्रत्याशी को 53 प्रतिशत मत मिलते तो किसी भी अन्य पार्टी का एक भी प्रत्याशी विजयी नहीं हो पाता। परन्तु 53 प्रतिशत कुल 182 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को पड़े वोटों का औसत है जिसका मतलब यह हुआ कि कुछ सीटों पर भाजपा को 70 से लेकर 80 या 85 प्रतिशत तक वोट पड़े और कुछ स्थानों पर कम वोट पड़े जिसकी वजह से वहां विपक्षी दलों के व्यापार प्रणालियों की विविधता प्रत्याशी विजयी हुए। मसलन जिस घटलोडिया सीट पर मुख्यमन्त्री श्री भूपेन्द्र पटेल विजयी हुए वहां कमल के निशान पर व्यापार प्रणालियों की विविधता 83 प्रतिशत मत पड़े। उनके विरुद्ध कांग्रेस पार्टी की अमी याज्ञिक को मात्र 8.26 प्रतिशत मत और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को केवल 6.28 प्रतिशत मत ही मिल पाये। इस प्रकार दोनों की जमानत जब्त हो गई। अमी याज्ञिक तो राज्यसभा की सदस्य भी हैं। यदि कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के मतों को जोड़ भी दिया जाये तो कुल वोटों का प्रतिशत केवल 14.44 ही रहा जबकि जमानत बचाने के लिए कुल पड़े मतों का 16.67 प्रतिशत प्राप्त करना आवश्यक होता है। अतः इस सीट पर दोनों ही विपक्षी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। चुनाव नियमों के अनुसार जमानत राशि बचाने के लिए प्रत्याशी को कम से कम इतना वजनदार होना चाहिए कि वह मतों का सम्मानजनक हिस्सा प्राप्त कर सके। मगर आश्चर्यजनक रूप से गुजरात के चुनावों में इस बार 74 प्रतिशत प्रत्याशियों की जमानतें जब्त हो गईं।
कमोडिटीज़ वीक अहेड: ओवरसोल्ड ऑयल का सीपीआई से सामना, पर पहले फेड की बाधाएँ
जबकि दिसंबर के लिए फेडरल रिजर्व से 50-आधार अंकों की वृद्धि सब लेकिन बेक इन है, इसके बजाय निवेशक इस संकेत पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि अंततः उच्च दरें कैसे बढ़ सकती हैं। इसके लिए सबसे अच्छा संकेत निश्चित रूप से दर निर्णय के बाद अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के समाचार सम्मेलन से आएगा। फिर भी, व्यापार प्रणालियों की विविधता पूर्ववर्ती नवंबर के लिए मंगलवार की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक रिपोर्ट में वास्तव में हो सकता है।
अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि सीपीआई रिपोर्ट यह कहेगी कि मुद्रास्फीति की वार्षिक दर अक्टूबर में 7.7% की वार्षिक वृद्धि से घटकर 7.3% हो गई है।
नवंबर में वेतन वृद्धि में तेजी के बाद हाल ही में मजबूत यू.एस.
शुक्रवार को डेटा ने दिखाया कि सेवाओं की कीमतों में उछाल के बीच अमेरिकी उत्पादक कीमतें पिछले महीने अपेक्षा से थोड़ी अधिक बढ़ीं, लेकिन अंतर्निहित प्रवृत्ति में कमी आ रही है क्योंकि आपूर्ति श्रृंखला आसान हो रही है और माल की मांग कम हो रही है।
हिमालय के तीन औषधीय पौधों की प्रजाति पर लुप्त होने का संकट: आईयूसीएन
नई दिल्ली: हिमालय में पाए जाने वाले तीन औषधीय पौधों की प्रजातियों को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) ने एक आकलन के बाद संकटग्रस्ट प्रजातियों की रेड लिस्ट में शामिल किया है.
द हिंदू के मुताबिक, मीजोट्रोपिस पेलिटा (Meizotropis Pellita) को ‘गंभीर रूप से लुप्तप्राय’, फ्रिटिलोरिया सिरहोसा (Fritilloria Cirrhosa) को ‘जोखिमपूर्ण’ और डैक्टाइलोरिजा हैटागिरिया (Dactylorhiza Hatagirea) को ‘लुप्तप्राय’ के रूप में निर्धारित किया गया है.
मीजोट्रोपिस पेलिटा को आमतौर पर पटवा के रूप में जाना जाता है. अध्ययन में कहा गया है, ‘ये प्रजातियां सीमित क्षेत्र (10 वर्ग किलोमीटर से कम) में पाई जाती हैं, इस आधार पर इन्हें गंभीरतम लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है.’
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