LIC IPO: LIC में निवेश के लिए SBI YONO पर कैसे खोले Demat अकाउंट, जानिए पूरा प्रॉसेस
LIC IPO: SBI के ग्राहक SBI Yono app के जरिए SBI सिक्योरिटिज के पास डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं
LIC IPO: अगर आप शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव से नहीं घबराते हैं और अपनी पूंजी पर बेहतर रिटर्न निवेश करना चाहते हैं तो इक्विटी में निवेश बेहतर विकल्प हैं। इसके लिए आपको कुछ जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं जिसके बिना आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं और शेयर्स को होल्ड नहीं कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रे़डिंग करना चाहते हैं तो आपके पास Demat Account और Trading Account होना जरूरी है। ग्राहक SBI योनो ऐप के जरिए SBI Securities के साथ डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं।
SBI ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है कि योनों पर अब अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें। इसके लिए आपको कोई चार्ज नहीं लगेगा। पहले साल के लिए DP AMC चार्ज बिल्कुल नहीं देना होगा। अप्लाई करने के लिए लॉगिन करें और निवेश सेक्शन पर जाएं।
बता दें कि डीमैट अकाउंट बिल्कुल आपके बैंक अकाउंट की तरह ही होता है। फर्क सिर्फ इतना है कि आप अपने बैंक अकाउंट में पैसे रखते हैं, जबकि डीमैट अकाउंट में शेयरों की इलेक्ट्रॉनिक कॉपी (electronic copies) रखते हैं।
यह छोटा सा काम करके शेयर बाजार से कमा सकते हैं करोड़ों
नोएडा. हर शख्स की कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की चाहत होती है। अगर आप भी कम समय में ज्यादा पैसा कामाना चाहते डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले? हैं तो आप की यह चाहत शेयर बाजार (Share market) से पूरी हो सकती है। अब सवाल पैदा होता है कि डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले? शेयर बेजार में काम कैसे शुरू की जाए। यानी शेयर बाजार में निवेश और ड्रेडिंग (Trading and Investment in stock market) के करने से पहले क्या करना पड़ता है। आइए आज हम आपके इन ही उलझनों को दूर कर ये बताएंगे कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश कैसे कर सकते हैं।
Trading Account Meaning in Hindi | ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ?
आज हम जानेंगे की Trading Account क्या होता है ? , Working Of Trading Account , Difference between trading account और Trading Account के लाभ क्या है ?
तो आइए जानते है इसके बारे में।
Table of Contents
ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है ? (Trading Account Meaning in Hindi) :
चाहे हमें शेयर बाजार में निवेश करना हो या ट्रेडिंग Trading Account तो खुलवाना ही पड़ता है।
इसका कारण यह है, की Trading Account से ही किसी भी शेयर को खरीदने और बेचने का ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज पर भेजा जाता है।
Trading Account एक ऐसा खाता है, जिसमे निवेशक या ट्रेडर के पैसा जमा होते है।
यह Trading Account , निवेशक या ट्रेडर के डीमैट अकाउंट से लिंक कर दिया जाता है।
जिसकी वजह से शेयर खरीदने के बाद शेयर Demat अकाउंट में जमा हो जाते है।
और शेयर बेचने पर Demat Account में से शेयर निकल जाते है। Trading Account Meaning in Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है ? (Working a of Trading Account)
Trading Account कुछ इस तरह काम करता है। Trading Account Meaning in Hindi
सबसे पहले निवेशक या ट्रेडर अपने Trading Account में पैसा जमा करते है।
उसके बाद वे जिस शेयर को खरीदना या बेचना चाहते है, उन शेयर का दाम देखते है।
इसके बाद वे उस शेयर के दाम के हिसाब से खरीदने या बेचने का ऑर्डर रखते है।
यह ऑर्डर Stock Exchange पर पहुँचता है।
इस ऑर्डर का Counter order मिल जाए तो यह ऑर्डर Execute हो जाता है।
अगर शेयर खरीदने का ऑर्डर रखा गया था तो शेयर ख़रीदे जाते है।
और इसके पैसे लगने वाले टैक्स और चार्ज के साथ ट्रेडिंग अकाउंट में से कट जाते है, और शेयर डीमैट अकाउंट में दो दिन में जमा हो जाते है।
लेकिन अगर शेयर बेचने का ऑर्डर रखा होगा तो शेयर बेच दिए जाएंगे और उसका पैसा टैक्स और ब्रोकरेज काट कर ट्रेडिंग अकाउंट में जमा कर दिया जाएगा।
इस तरह ट्रेडिंग अकाउंट काम करता है। Trading Account Meaning in Hindi
ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के बिच का फर्क (Difference Between Demat and Trading Account):
ज्यादातर लोग Trading और Demat Account एक साथ खुलवाने की वजह से इन दोनों के बिच का फर्क नहीं जानते।
लेकिन इन दोनों के बिच बहुत बड़ा फर्क होता है।
Demat Account एक ऐसी जगह है जिसमे आपके द्वारा ख़रीदे गए शेयर को रखा जाता है।
इस लिए यह एक स्टोरेज की तरह होता है , जिसमे कोई शेयर खरीदने पर शेयर जमा होता है, और बेचने पर शेयर निकल जाता है।
जबकि Trading Account का उपयोग है, शेयर ख़रीदने और बेचने के लिए ऑर्डर रखने की सुविधा देना।
ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा जमा रखा जा सकता है, जबकि डीमैट अकाउंट में पैसा जमा नहीं होता। Trading Account Meaning in Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट के लाभ (Benefits of a Trading Account) :
- बदलती टेक्नोलॉजी के कारण Online Trading की सुविधा से शेयर की खरीद बिक्री बहुत ही आसान हो गई है।
- शेयर खरीदने पर पैसा कटना और बेचने पर पैसा जमा होना यह सभी ऑटोमैटिक हो जाता है। डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले?
- ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा की वजह से लिखित या कॉल कर के ऑर्डर देने की जरुरत नहीं रहती। और भेजा गया ऑर्डर बहुत जल्दी कम्पलीट हो जाता है।
- सिर्फ एक मोबाइल के द्वारा किसी भी जगह से शेयर खरीद और बेच सकते है।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
ट्रेडिंग अकाउंट एक एलेक्ट्रोनिक अकाउंट है, जिसके द्वारा आप शेयर बाज़ार मे स्टॉक एक्स्चेंज मे शेयर खरीदने या बेचने का order भेज सकते है।
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनता है?
ट्रेडिंग अकाउंट बनाने के लिए आपको किसी ब्रोकर से संपर्क करना होगा। आजकल तो ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन घर बैठे बैठे भी खुल जाता है। इसके लिए आप Online Trading और demat account कैसे खोले पढ़ सकते है।
ट्रेडिंग और डिमेट अकाउंट मे फर्क क्या है?
ट्रेडिंग अकाउंट के द्वारा आप स्टॉक एक्स्चेंज से शेयर खरीद और बेच सकते है और डिमेट अकाउंट मे आप खरीदे हुए शेयर रख सकते है। यही ट्रेडिंग और डिमेट अकाउंट के बीच का फर्क है।
निष्कर्ष:
तो दोस्तों यह था Trading Account Meaning in Hindi .उम्मीद करता हु आपको इसके बारे में समज आ गया होगा, अगर आप ट्रेडिंग अकाउंट से जुडी और जानकारी चाहते है, तो आप ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और कैसे खोले ? का यह पोस्ट पढ़ सकते है।
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By Gaurav
Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।
डीमैट एकाउंट कैसे बंद करें? | How to Close Demat account? | Trading Account kaise band Kare?
Trading Account kaise band Kare?: ऑनलाइन डीमैट और ऑनलाइन ट्रेडिंग एकाउंट खोलना एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है। पिछले साल महामारी की शुरुआत ने ट्रेडिशनल सर्विस प्रोवाइडर को भी ऑनलाइन ला दिया है। यह थकाऊ कागजी कार्रवाई को सुव्यवस्थित करना, और यूजर को फॉर्मेलिटी को आसानी से पूरा करने की अनुमति देना।
मोबाइल ऐप और ऑनलाइन ट्रेडिंग खातों के माध्यम से ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करने के लिए रजिस्टर्ड यूजर की एक अभूतपूर्व संख्या के रूप में, स्टॉकब्रोकिंग इंडस्ट्री को ऑनलाइन अपनी सेवाएं प्रदान करने से अत्यधिक लाभ हुआ है। एक ऑनलाइन ट्रेडिंग एकाउंट की स्थापना और संचालन में आसानी के परिणामस्वरूप निवेशकों द्वारा कई खातों का निर्माण किया गया है। जबकि कुछ निवेशक विभिन्न प्रकार के निवेश (म्यूचुअल फंड, इक्विटी, एफ एंड ओ, ट्रेडिंग, आदि) रखने के लिए कई एकाउंट ऑपरेट करते हैं, जबकि इन सब के लिए एक डीमैट-कम-ट्रेडिंग एकाउंट पर्याप्त है।
SEBI भारत में एक व्यक्ति द्वारा रखे जा सकने वाले डीमैट एकाउंट की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाता है। हालांकि कई डीमैट और ट्रेडिंग एकाउंट पर एनुअल मेंटेनेन्स चार्ज लगता है। ये शुल्क छोटे हैं, लेकिन जब हम एक ही शुल्क को 2 या अधिक खातों में लगाए जाने पर विचार करते हैं तो यह ज्यादा लगता हैं। अगर आपके नाम पर डीमैट एकाउंट हैं जो एक्टिव नहीं हैं और जिनका आप उपयोग करने का इरादा नहीं रखते हैं, तो आपको उन्हें बंद करने पर विचार करना चाहिए।
तो अगर आप यह जानना चाहते है कि Trading Account kaise band Kare? तो पोस्ट को अंत तक पढ़ें। यहां हम आपको बताएंगे कि अपना डीमैट एकाउंट कैसे बंद करें? (How to Close Your Demat account?)
डीमैट एकाउंट कैसे बंद करें? | How to Close Demat account?
आपके द्वारा बंद करने से पहले की जाने वाली चीजों की एक चेकलिस्ट और आप अपना डीमैट कम ट्रेडिंग एकाउंट बंद करने के लिए औपचारिक कार्यवाही शुरू करते हैं।
1) सुनिश्चित करें कि आपके एकाउंट में कोई शेयर नहीं है। यदि आप ऐसा करते हैं, तो डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप जमा करें जिससे उस विशेष डीमैट खाते को बंद करने से पहले शेयरों को दूसरे डीमैट खाते में ट्रांसफर किया जा सकेगा।
2) डीपी के सभी बकाया जैसे मेंटेनेन्स चार्ज, एनुअल सर्विस फीस, आदि को बंद करने से पहले आपको चुकाना चाहिए।
3) एकाउंट बंद करने का फॉर्म तैयार रखें। फॉर्म आपके डीपी की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
4) पूरा डिटेल तैयार रखें, जिसमें डीपी और क्लाइंट आईडी, नाम और पता, खाता बंद करने का कारण और कोई अन्य आवश्यक जानकारी शामिल हो।
5) खाताधारक को अन्य सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ क्लोजर रिक्वेस्ट को डीपी के कार्यालय या शाखा में व्यक्तिगत रूप से जमा करना होगा।
याद रखने के लिए कुछ पॉइंट्स
1) अगर डीमैट एकाउंट दो व्यक्तियों के नाम पर पंजीकृत है, तो दोनों पार्टी को एक साथ एकाउंट बंद करने के फॉर्म पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता होगी।
2) डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप का अप्रयुक्त भाग डीपी को लौटा दिया जाना चाहिए।
3) फॉर्म जमा करने के 7-10 दिनों के बाद एकाउंट बंद हो जाता है।
4) एकाउंट बंद करने के लिए कोई शुल्क नहीं है। आपको उसी डीपी के साथ दोबारा डीमैट एकाउंट खोलने से कोई नहीं रोकता है।
5) भले ही SEBI सिंगल इन्वेस्टर को कई डीमैट एकाउंट ऑपरेट करने की अनुमति देता है, लेकिन खाते के रखरखाव के लिए अनावश्यक शुल्क और लागत से बचने के लिए इनएक्टिव डीमैट एकाउंट को बंद करना ही बुद्धिमानी है।
Demat Trading Account: अगर आपका भी है डीमैट अकाउंट तो फटाफट करा लें KYC, वरना कल से हो जाएगा डिएक्टिवेट
Demat Trading Account: अगर आपका भी डीमैट अकाउंट या ट्रेडिंग अकाउंट है तो फटाफट इसकी KYC करा लें. अगर 31 आज केवाईसी डिटे . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : July 31, 2021, 11:54 IST
नई दिल्ली. अगर आपके पास डीमैट (Demat) और ट्रेडिंग (Trading) अकाउंट हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल, डीमैट डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले? अकाउंट या ट्रेडिंग अकाउंट वाले निवेशकों को डिपॉजिटरी (Depositories) द्वारा 31 जुलाई यानी आज तक केवाईसी (KYC) डिटेल को पूरा करने की सलाह दी गई है. अगर 31 जुलाई तक केवाईसी डिटेल अपडेटेड नहीं हुई तो कल से (1 अगस्त) आपके अकाउंट डिएक्टिवेट हो जाएंगे.
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (CDSL) ने इस साल 7 और 5 अप्रैल को सर्कुलर जारी किया था. इस सर्कुलर में 31 जुलाई से पहले केवाईसी डिटेल को अपडेट करने को कहा गया था. अगर ये जानकारियां अपडेट नहीं की जाती हैं तो आपको डीमैट अकाउंट (Demat Account) डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा. फिर ये जानकारियां अपडेट होने के बाद ही उसे दोबारा एक्टिवेट किया जाएगा.
इन डिटेल्स को करें अपडेट :
1. नाम
2. पता
3. पैन
4. मोबाइल नंबर
5. ईमेल आईडी
6. इनकम रेंज
1 जून, 2021 से जरूरी हैं ये जानकारियां
1 जून, 2021 से खोले गए नए अकाउंट्स के लिए सभी छह केवाईसी जानकारियां को अनिवार्य कर दिया गया है. सभी मौजूदा अकाउंट्स के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी द्वारा डिपॉजिटरी को यह वेरीफाई करने के लिए कहा गया था.
शेयर बाजार में बढ़ रही है खुदरा निवेशकों की भागीदारी
हाल ही में सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने कहा था कि घरेलू सिक्योरिटीज बाजार में खुदरा निवेशकों की रूचि तेजी से बढ़ी है और अप्रैल जून के दौरान हर महीने 24.5 लाख डिमैट अकाउंट्स खोले गए हैं. उन्होंने कहा था कि देश के सिक्योरिटीज बाजार में निवेशकों की रूचि बढ़ने का प्रमुख कारण मौजूदा कम ब्याज दर और पर्याप्त नकदी उपलब्धता है. त्यागी ने आगाह करते हुए कहा कि नकदी में कमी या ब्याज दर बढ़ने से बाजार पर प्रभाव पड़ सकता है.
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