बच्चे के वयस्क होने पर विवाह के साथ ही अन्य खर्च के लिए उसे धन की आवश्यकता होती है।चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान बच्चे के जीवन के हर महत्वपूर्ण पड़ाव पर उसकी सहायक होगा। चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान में निवेश करके आप बच्चे के लिए एक बड़ी धनराशि जमाकर उसक लिए एक कोष बना सकते है। इसकी मदद से बच्चे के कभी भी आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग
हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के वित्तीय विभाग के प्रभारी छन माओपो ने 29 मई को कहा कि हांगकांग राष्ट्रीय सुरक्षा कानून कानूनी रूप से देश और हांगकांग की सुरक्षा की रक्षा करता है, जो हांगकांग के समाज के लिए सुरक्षित और स्थिर वातावरण की रचना करता है और हांगकांग वासियों की निजी सुरक्षा और स्वतंत्रता की कारगर गारंटी दी गयी है। हांगकांग में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र के स्थान को और मजबूत किया गया है।
छन माओपो ने कहा कि देश के समर्थन और एक देश दो व्यवस्थाओं की श्रेष्ठता से हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय वातावरण के परिवर्तन में निरंतर भविष्य के सफल विकास के लिए रास्ते की तैयारी हो सके। आपसी संपर्क हांगकांग की खास श्रेष्ठता है। 27 मई को जारी ईटीएफ आपसी संपर्क से हांगकांग के लिए निरंतर नये मौके दिए जाएंगे। हांगकांग कदम ब कदम वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग चीन की मुख्य भूमि और विदेशी पूंजी व बाजार के बीच जोड़ने का सुरक्षित माध्यम बनेगा।
जानिए वर्तमान वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग काल में चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान क्यों अनिवार्य हैं ?
बढ़ती महंगाई के दौर में बच्चों का सही पालन-पोषण कोई आसान काम नहीं है। एक बच्चे के लिए सबसे अच्छा उपहार आर्थिक सुरक्षा एवं सुखद भविष्य ही होता है। बढ़ती महंगाई के कारण शिक्षा से लेकर चिकित्सा एवं विवाह आदि के खर्चों में तेजी से वृद्धि हो रही है। समय के साथ महंगाई भी निश्चित रूप से बढ़ेगी। ऐसे में सही उम्र में एक उचित वित्तीय योजना तैयार करना बेहद जरूरी है। अपने बच्चे के लालन-पालन में आपको किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए एक सही चाइल्ड प्लान का चयन करना बेहद आवश्यक है। चाइल्ड प्लान आपके बच्चे के सपनों का साकार करने में आपकी सहायता करेगा। चाइल्ड प्लान की मदद से आप अपने बच्चे के सपनों को बिना बाधाओं के साकार कर पाएंगे। आज इस लेख के जरिए हम आपको बताएंगे कि ‘’वर्तमान समय में चाइल्ड प्लान की आवश्यकता क्यों है?’’ और हर बिंदु पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
वित्तीय आजादी के संकल्प को पूरा करने के लिए लें विशेषज्ञों की सलाह, आज शाम वेबिनार में आप भी जुड़ें
पैसे कमाने की चिंता किए बिना अपनी शर्तों पर काम करना ही वित्तीय आजादी है जिसे जॉब करने वाला हर व्यक्ति हासिल कर सकता है वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग अगर बचत और निवेश सही दिशा में हो। जो लोग निवेश करते हैं उनकी वित्तीय प्लानिंग बहुत ही जबर्दस्त होती है।
ब्रांड डेस्क। आजादी हर किसी को पसंद है, अब वह चाहे राजनीतिक आजादी हो या फिर वित्तीय आजादी। क्योंकि ये भाव हमें अपनी मर्जी का काम करने के लिए प्रेरित करता है। कुछ ऐसा काम जिसे किसी के दबाव में रहकर नहीं किया जा सकता राजनीतिक आजादी तो हमें बहुत पहले मिल गई, अब आर्थिक आजादी के
पहली जी-20 फाइनेंस एंड सेंट्रल बैंक डेप्युटीज की बैठक बेंगलुरु में शुरू
बेंगलुरू । वैश्विक आर्थिक संवाद (Global Economic Dialogue) और नीति समन्वय के लिए (For Policy Coordination) मंगलवार को पहली जी-20 (First G-20) फाइनेंस एंड सेंट्रल बैंक डेप्युटीज (FCBD) की बैठक (Meeting) बेंगलुरू में (In Bengaluru) शुरू हुई (Begins) । तीन दिवसीय बैठक जो भारतीय जी-20 प्रेसीडेंसी के तहत वित्त ट्रैक एजेंडे पर चर्चा की शुरूआत को चिन्हित करती है, केंद्रीय वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा संयुक्त रूप से मेजबानी की जा रही है।
सदस्य देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के नेतृत्व में जी20 वित्त ट्रैक, आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर केंद्रित है। यह वैश्विक आर्थिक संवाद और नीति समन्वय के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान करता है। बैठक की सह-अध्यक्षता आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ और आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल डी. पात्रा कर रहे हैं। बैठक में जी20 सदस्य देशों और कई अन्य देशों और भारत द्वारा आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के उनके समकक्ष भाग ले रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रहा है और 2014 में निवेश फर्म मॉर्गन स्टेनली द्वारा गढ़े गए ‘फ्रैजाइल फाइव’ से ‘फैबुलस फाइव’ की श्रेणी में प्रवेश कर गया है. भारत अब दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है. हमें 1991 से तीन ट्रिलियन अमरीकी डालर की अर्थव्यवस्था बनने में 31 वर्ष लगे. मुझे विश्वास है कि अगले तीन ट्रिलियन डॉलर अगले सात वर्षों में जोड़े जाने वाले हैं.
उन्होंने वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग कहा कि प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता और निर्णय लेने की क्षमता के कारण भारत अब विश्व मंच पर एजेंडा तय करने वाला देश बन गया है. भारत की जी-20 की अध्यक्षता भारत के बढ़ते कद का प्रमाण है. जी-20 की थीम ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ है जिसके माध्यम से विकास का एक समावेशी और निर्णायक रोड मैप तय किया वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग जाएगा. वसुधैव कुटुंबकम और विश्व कल्याण की भावना से प्रेरित होकर, हमारे प्रधान मंत्री ने आर्थिक और मानव विकास के लिए भारत के संकल्प को उन देशों के साथ साझा करने का निर्णय लिया है जो अभी तक कोविड-19 से उबर नहीं पाए हैं.
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