एसटीएफ डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि आरोपी ने ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कोलंबिया, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, इंडोनेशिया, ईटली, जापान, मलेशिया, पाकिस्तान, फिलीस्तीन, पौलेंड, रूस, सिंगापुर, स्विटजरलैंड, इंग्लैंड, तुर्की, अमेरिका, बैंकॉक, चीन समेत 26 देशों के करीब 8327 लोगों के साथ करोड़ों की ठगी की है. रुपेश राय ने ऑनलाइन ट्रेडिंग का सिस्टम तैयार किया था. उसने हांगकांग से ली गई तकनीक के आधार पर क्रिप्टो करेंसी के तहत गोल्ड यूनियन कॉइन का ईजाद किया था. इस तरह करीब एक साल से ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था.

Gold and Silver Price in MP: विदेश में जोरदार गिरावट, इंदौर में सोना-चांदी 150 रुपये टूटे

Thane Crime वर्क फ्रॉम होम के नाम पर महिला से पौने 11 लाख की ठगी

ठाणे : ठाणे शहर में रहने वाली एक महिला (Women) को रोजाना 8000 रुपए कमाने का लालच देकर उसके बैंक खाते (Bank Accounts) से 10 लाख 70 हजार रुपए ठगने (Swindlers) का मामला सामने आया है। बाद में महिला को आभास होने के बाद उसने ठाणे के श्रीनगर पुलिस स्टेशन (Srinagar Police Station) में अज्ञात जालसाजों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। घटना 3 सितंबर 2022 को दोपहर के बीच हुई है। इस मामले की जांच श्रीनगर पुलिस कर रही है।

पुलिस जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय फरियादी महिला ठाणे के श्रीनगर की रहने वाली है। जो एजुकेशन इंस्टीट्यूट चलाती है। उसके मोबाइल पर पारसनाथ ट्रेडिंग कंपनी नाम से व्हाट्सएप मैसेज आया। व्हाट्सएप मैसेज में कहा गया कि आपका सिलेक्शन वर्क फ्रॉम होम के लिए जॉब सिलेक्शन हो गया है। अब आप रोजाना घर बैठे 8000 कमा सकती हैं।

MP: 10वीं पास 'नटवरलाल' ने 26 देशों के ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी लोगों से करोड़ों ठगे, कोर्ट में किया सरेंडर

एसटीएफ के लगातार दबाव बनने के बाद आरोपी रुपेश राय ने जिला कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

एसटीएफ के लगातार दबाव बनने के बाद आरोपी रुपेश राय ने जिला कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

कोर्ट ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी में सरेंडर करने वाले 'नटवरलाल' की पहचान जबलपुर (Jabalpur) निवासी रुपेश राय के तौर पर की गई है. उसपर 26 देशों के ल . अधिक पढ़ें

    ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी
  • News18 Madhya Pradesh
  • Last Updated : September 08, 2019, 09:01 IST

भोपाल. 26 देशों के लोगों से ऑनलाइन ट्रेडिंग (online trading) में निवेश करने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला 'नटवरलाल' अब सलाखों के पीछे पहुंच गया है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) का रहने वाला यह नटवरलाल सिर्फ 10वीं पास है. एमपी एसटीएफ (MP Special Task Force) ने जब इस पर शिकंजा कसा तो इसने ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

इस नटवरलाल पर 10 हजार रुपए का था इनाम

इस नटवरलाल ने 26 देशों के लोगों को 'क्रिप्टो करेंसी' (Cryptocurrency) के नाम पर करोड़ों रुपये की चपत लगाई है. बता दें कि क्रिप्टो करेंसी वर्चुअल करेंसी है. 'क्रिप्टो-करेंसी' को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. इस नटवरलाल की पहचान जबलपुर निवासी रुपेश राय के रूप में हुई है. इससे पहले एसटीएफ (ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी STF) ठगी के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी. आरोपी रुपेश के लंबे समय से फरार होने की वजह से उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.

ऑनलाइन ठगी के मामले में कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार

राज्य साइबर पुलिस थाना को मिली बड़ी सफलता ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी
प्रकरण में विदेशी नागरिकों संलिप्तता की जांच

रायपुर, राज्य साइबर पुलिस थाना द्वारा ऑनलाइन ठगी के प्रकरणों को बड़ी सजगता के साथ विवेचना कर आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में शेयर मार्केट में ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाले कंपनी के डायरेक्टर को राज्य साइबर पुलिस थाना द्वारा गिरफ्तार किया गया है। ठगी की राशि 96 लाख रूपये जिन खातों में जमा की गई थी, उसे फ्रिज कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपियों द्वारा स्वयं को सिंगापुर की एक फाइनेंसर कंपनी का फाइनेंशियल एनालिस्ट बताकर व्हाट्सएप के माध्यम से दोस्ती की और उस कंपनी की एक शाखा भारत में होने की जानकारी दी। ट्रेडिंग अकाउंट खोलने का लिंक भेज कर रजिस्टर्ड कराया और इन्वेस्ट करने पर म्युचुअल फंड से ज्यादा राशि दिलाने का भरोसा दिलाया और 87 लाख रूपये की धोखाधड़ी की गई। ठगी का एहसास होने पर प्रार्थी ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवाओं के समक्ष 26 अक्टूबर 2021 को शिकायत दर्ज कराया। राज्य साइबर पुलिस थाना में धारा 420 सहित सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना के लिए लिए राज्य साइबर पुलिस थाना की टीम गठित की गई। जांच के लिए महाराष्ट्र एवं कर्नाटक टीम रवाना की गई। जांच में पाया गया कि क्रिएटिव टेक्नोलॉजी कंपनी के साथ ही अन्य कंपनी ठगी के उद्देश्य से खोली गई है। जो रजिस्टर आफ कंपनीज ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी में कराई गई थी। मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स द्वारा पूर्व में उपरोक्त कंपनियों पर कार्रवाई हेतु रजिस्टार आफ कंपनी को निर्देशित किया गया था। गिरफ्तार हुए कंपनी के डायरेक्टर मोहसीन एन ने बताया कि उसने अन्य साथियों के साथ मिलकर क्रिएटिव टेक्नोलॉजी एवं अन्य कंपनी को विदेशी नागरिक के साथ मिलकर रजिस्टर कराया था। जिसे विधिवत गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया गया। धोखाधड़ी के लिए जिन बैंक अकाउंट का उपयोग किया गया था, उसे बैंक दस्तावेजों के आधार पर 96 लाख रुपये डेबिट सीज कराया गया ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी है। विवेचना एवं गिरफ्तारी की कार्रवाई में पुलिस थाना प्रभारी निरीक्षक निशीथ अग्रवाल, उपनिरीक्षक अपारिजात सिंह सहित अन्य सदस्य भी शामिल थे।

Indore Crime News: एफबीआइ के आरोपित से राज्यपाल-कमिश्नर के नाम पर सवा करोड़ ऐंठे

Indore Crime News: एफबीआइ के आरोपित से राज्यपाल-कमिश्नर के नाम पर सवा करोड़ ऐंठे

Indore Crime News इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जिस ठग ने फर्जी इंटरनेशनल काल सेंटर के जरिये अमेरिकी नागरिकों से 100 करोड़ ठगे, वह खुद ठगी का शिकार हो गया। अहमदाबाद के एक दलाल ने राज्यपाल और पुलिस कमिश्नर के नाम पर सवा करोड़ रुपये ऐंठ लिए।

आरोपित करण भट्ट को क्राइम ब्रांच ने देहरादून (उत्तराखंड) से गिरफ्तार किया था। आरोपित निपानिया में फर्जी काल सेंटर खोलकर अमेरिकी नागरिकों को डराकर रुपये वसूल रहा था। करण ने बयानों में बताया कि वह दो साल से पुलिस और दलालों की मदद से फरारी काट रहा था। चंडीगढ़ में भी उसने फरारी में काल सेंटर खोल लिया था। अहमदाबाद के शैलेष पंड्या ने उसे पुलिसवालों से बचाने का आश्वासन दिया था। पंड्या एक राज्यपाल की बेटी से दोस्ती बताता था।

हिमाचल में हर रोज लोगों को चूना लगा रहे साइबर ठग, Cyber हमले कर ठग रहें है करोड़ों रुपये

हिमाचल में हर रोज लोगों को चूना लगा रहे साइबर ठग, Cyber हमले कर ठगे गए करोड़ों रुपये

शिमला. हिमाचल प्रदेश में हर रोज करीब 60 लोग ऑनलाइन ठगी का ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराधी लोगों को सस्ते लोन, बिजली के बिलों और फास्ट टैग के नाम पर ठग रहे हैं. नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो पोर्टल और टोल फ्री नंबर 1930 पर साइबर अपराध के शिकार लोग शिकायतें कर रहे हैं.

एएसपी (ASP) भूपिंद्र सिंह नेगी ने कहा पिछले कुछ समय से साइबर अपराध का ग्राफ बढ़ा है. शातिर नए तरीकों का इस्तेमाल कर लोगों को ठग रहे हैं. पैन कार्ड बनाने से लेकर क्रेडिट कार्ड के प्वाइंट रिडिम करने, ओटीपी शेयर करने, लोन देने के लिए साक्षात्कार करवाने के नाम पर लिंक भेजकर ठगी की जा रही है.

उम्रदराज हो रहे ठगी का शिकार

हिमाचल में ज्यादातर उम्रदराज के लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं. शातिर महिलाएं पहले बुजुर्गों के ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी साथ व्हाट्सएप पर चैट करते हैं. फिर धीरे-धीरे उन्हें अपने जाल में फंसाते हैं. और फिर पैसा मांगना शुरू कर देते है.

ऐसा न करने पर वह तस्वीरें या व्हाट्सऐप पर की गई बात परिवार के सदस्यों के साथ साझा करने की धमकियां देते हैं.

सोशल मीडिया पर टू-फैक्टर ऑथेंटिफिकेशन जरूरी

साइबर विशेषज्ञ हितेश लखनपाल ने बताया कि जी-मेल, फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया मंचों पर बेहतर सुरक्षा के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिफिकेशन जरूरी है. ऑनलाइन गेम खेलते वक्त अपनी गोपनीयता बनाए रखें और अपनी आईडी किसी से शेयर न करें.

अपना एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी या अन्य जानकारी किसी से शेयर न करें. उन्होंने बताया कि फेक जॉब ऑफर और कम दरों पर कर्ज के झांसे में न आएं. स्मार्टफोन में जीयो-टैगिंग को ऑन न रखें. जो मोबाइल एप आप उपयोग नहीं कर रहे, उन्हें फोन से डिलीट कर दें.

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