चलिए आपसे हम दो सवाल पूछते हैं. पहला क्या भविष्य में आपके खर्चे बढेंगे. यकीनन लगभग सभी इसका जवाब हां में देंगे. अगर महंगाई बढ़ेगी या फिर परिवार बढ़ेगा तो खर्च भी बढ़ेगा। अब दूसरा सवाल क्या भविष्य में आपके खर्चों के हिसाब से आपकी कमाई या आय भी बढेगी. इसका जवाब शायद ही किसी के पास होगा। महामारी, आर्थिक मंदी, महंगाई में तेज उछाल, बढ़ती उम्र कई फैक्टर हैं जिसकी वजह से आय को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। यही वजह है कि आने वाले समय में अपने खर्च को पूरा करने, अपने लक्ष्य को पाने यहां तक कि अपने सपनों के लिए भी आपको आय के ऐसे स्रोत की आवश्यकता होती है, जो अपने बल पर आपको आर्थिक रूप से मजबूत बना सकें। सही समय पर पैसों को ऐसे ऐसेट्स या विकल्पों में लगाना जो अपने बल पर खुद ही आपको पैसों को बढ़ाते रहें,बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। सबसे बड़ी बात, ये उस समय भी काम करते रहते हैं जब आप अपना काम छोड़ने की स्थिति में आ जाते हैं जैसे रिटायरमेंट आदि।

What is PEG Ratio, how to calculate PEG Ratio of a company

किसी को किसी म्यूचुअल फंड में कितने समय तक निवेश किए रखने की जरूरत होती है?

आइये एक निवेशक पर विचार करें जिसने एक रीयल इस्टेट ट्रान्जेक्शन में 50 लाख निवेश या इन्वेस्टमेंट क्या है रु.कमाए हैं। पैसे का क्या करना है इस पर अंतिम निर्णय लेने से पहले वह निवेश के लिए एक सुरक्षित स्थान खोज रहा है। इस मामले में आदर्श योजना एक लिक्विड फंड होगी, जिसे पूंजी की सुरक्षा के लिए सामान्यतया उच्च लाभप्रदता के साथ तरलता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अपनी जरूरत के निवेश या इन्वेस्टमेंट क्या है हिसाब से वह कभी भी रिडीम कर सकता है।

इसलिए निवेशित रहने के समय पर निर्णय निवेश उद्देश्य पर निर्भर करता है। निवेशकों को अपने सलाहकारों के साथ निवेश स्थिति और प्रगति की आवधिक समीक्षा करने की जरूरत होती है। ऐसी समीक्षाओं के दौरान ही रिडीम करने, स्विच करने, निवेशित रहने या छोड़ देने के निर्णय लिए जाते हैं।

क्या छोटे निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड एक आदर्श निवेश है?

क्या छोटे निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड एक आदर्श निवेश है?

लगभग सभी छोटे या बड़े निवेशक के पास एक बचत बैंक (SB) खाता होता है और निवेश या इन्वेस्टमेंट क्या है कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसके पास ऐसा खाता हो म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश शुरु कर सकता है। न्यूनतम रु. 500 प्रति माह के छोटे से निवेश से म्यूचुअल फंड नियमित निवेश की स्वस्थ आदत को बढ़ावा देता है।

छोटे निवेशक के लिए म्यूचुअल फंड के अन्य लाभ निम्नलिखित हैं-

  • लेनदेन की आसानी- म्यूचुअल फंड में निवेश, समीक्षा, प्रबंधन और रिडीम करना(बेचना) सभी सरल प्रक्रियाएं हैं।
  • आसान तरलता, अधिकतम पारदर्शिता और प्रकटीकरण, खातों के समय पर विवरण, और कर लाभ वे सारे तत्व हैं जिनकी अपेक्षा छोटा और पहली बार निवेश करने वाला व्यक्ति रखता है।
  • म्यूचुअल फंड में लाभांश, निवेशक के लिए कर मुक्त होते हैं|
  • एक म्यूचुअल फंड रु.500 से लेकर रु.5 करोड़ तक के निवेशक को समान निवेश प्रदर्शन प्रदान करता है। इस प्रकार से यह छोटे या बड़े सभी निवेशकों के हितों को ध्यान में रखता है।
  • रु.500 प्रति माह का निवेश करने वाले के लिए भी पेशेवर तरीके से प्रबंधित, डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो उपलब्ध हैं|

क्या होता है निवेश और आपके लिए क्यों है ये इतना जरूरी?

अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। लगभग हर दिन आपके पास ऐसे फोन निवेश या इन्वेस्टमेंट क्या है कॉल्स आते होंगे जिसमें कोई आपको ऐसी योजनाओं में पैसा लगाने की सलाह देता है जहां आने वाले समय में आपको अच्छा फायदा हो सकता है। वहीं स्टॉक मार्केट में कमाई और नुकसान की बहस का कई बार आप भी हिस्सा बन चुके होंगे। इन सभी मौकों पर आप एक शब्द से बार बार गुजरते होंगे वो है निवेश या investment। खास बात है कि लोगों की जिंदगी में इतना आम होने के बाद भी इस जादुई शब्द की वास्तविक समझ बहुत कम लोगों के पास ही होती है। आप ही नहीं हर दिन दुनिया भर की सरकारें, बैंक और अरबपति इस शब्द से उलझते हैं, क्योंकि ये सभी जानते हैं कि किसी का भी भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वर्तमान में उसने निवेश को लेकर कितनी गंभीरता दिखाई है।

क्या होता है निवेश?

मान लीजिये कि आप नौकरी करते हैं और आपका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है और साथ ही आपने सोने के कुछ गहने खरीदे हैं। अब आप बताएं कि क्या ऐसा होता है कि आप अपनी शिफ्ट पूरी कर कुछ देर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जाकर काम करते हैं क्योंकि आपको उम्मीद है कि इससे आपके खाते में रखी रकम कुछ और बढ़ जाएगी और क्या आप इसके बाद किसी ज्वैलर के साथ काम करने चले जाते हैं जिससे आपका सोना थोड़ा और कीमती हो जाए। नहीं ऐसा नहीं होता.. आप अपना काम खत्म कर घर जाते हैं और आराम करते हैं, और जिस समय आप घर में आराम कर रहे होते हैं उस समय भी आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जमा आपने पैसों पर थोड़ा या बहुत ब्याज कमा रहे होते हैं और साथ ही आपके लॉकर में रखे सोने की कीमतों में भी बदलाव हो रहा होता है। और ये सब तब होता है जब शायद आप कुछ नहीं कर रहे होते। यही होता है निवेश। यानि अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया, जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके निवेश या इन्वेस्टमेंट क्या है पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है। आसान शब्दों में निवेश वो तरीका होता है जिसमें आप अपनी रकम पर सही समय पर किए गए फैसले के आधार पर बिना श्रम के अतिरिक्त पैसा पाने के हकदार बनते हैं।

म्यूचुअल फंड है मोटा फंड बनाने का बेहतर विकल्प, जानें कैसे करें निवेश की शुरूआत, कितना मिलेगा रिटर्न?

म्यूचुअल फंड को एएमसी यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनियां ऑपरेट और मैनेज करती है.

म्यूचुअल फंड को एएमसी यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनियां ऑपरेट और मैनेज करती है.

म्यूचुअल फंड बहुत सारे लोगों के पैसों से बना हुआ एक फंड होता है. इसमें एक फंड मैनेजर होता है जो इसे सुरक्षित तरीके से अ . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 24, 2022, 08:30 IST
MF कई निवेशकों से छोटी-छोटी रकम इकट्ठा कर एक साथ किसी कंपनी में निवेश करता है.
म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आपके पास ज्यादा पैसे होना बिलकुल जरूरी नहीं है.
म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरूआत आप 500 या 1000 रुपये की SIP से भी कर सकते हैं.

नई दिल्ली. मौजूदा समय में हमारे पास निवेश के लिए कई तरह के विकल्प उपलब्ध है. लेकिन जानकारी के अभाव में ज्यादातर लोग कहीं भी निवेश करने का फैसला नहीं कर पाते हैं. निवेश के लिए इच्छुक लोग भी मेहनत के पैसे डूबने के डर की वजह से ऐसा करने से बचते हैं. म्यूचुअल फंड एक ऐसा ही विकल्प है जिसके बारे में हम इस आर्टिकल में बात करेंगे. यहाँ हम म्यूचुअल फंड से जुड़ी सारी जानकारी लेकर आए हैं.

Investment Tips : क्या बचत खाते में पैसे रखना है सही ? जानिए निवेश का सही तरीका

Invest money for more earnings

How and where to invest : आज आपका खर्चा 30 हजार रूपये है तो आने वाले 20 साल में 5 फीसदी महंगाई दर के साथ खर्चा 80 हजार हो जाएगा. इसलिए बचत जरूरी है.

रंजीता पठारे
लोगों को बचपन से ही बचत करने की सीख दी जाती है. बचत किसी भी मुश्किल समय में काम आती है. कोरोनाकाल जैसी परिस्थितियों में सेविंग ही काम आती है. जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निवेश ही सबसे ज्यादा काम आता है. वित्तीय स्थित को मजबूत करने के लिए निवेश बहुत आवश्यक है. लगातार बढ़ती महंगाई से बचने के लिए बचत बहुत जरुरी है. यदि आज आपका खर्चा 30 हजार रूपये भी है तो आने वाले 20 साल में 5 फीसदी की महंगाई दर के साथ खर्चा 80 हजार हो जाएगा. ऐसे में आपको केवल सेविंग ही नहीं बल्कि सेविंग से भी कमाई की आवश्यकता है.

Special FD Scheme: दो बैंकों ने स्पेशल एफडी स्कीम की मियाद बढ़ाई, इस स्कीम में निवेश का आज आखिरी मौका
महंगाई दर को मात देने वाले करें इन्वेस्टमेंट
जब भी आप निवेश करें तो इस बात का ध्यान रखें आपका इन्वेस्टमेंट ऐसा होना चाहिए, जो महंगाई दर को मात दे सके. इसके लिए इक्विटी में निवेश आपकी पसंद बन सकती है. इक्विटी में निवेश आपको महंगाई दर से निपटने में मदद करता है साथ ही इससे अधिक रिटर्न मिलता है. आप चाहें तो म्यूचल फंड या स्टॉक के माध्यम से इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. जिससे आपको अधिक रिटर्न मिलेगा.

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