2. यात्रा संबंधी सभी डॉक्यूमेंट्स चेक कर लें

Travel Tips: अंतरराष्ट्रीय ट्रिप कर रहे हैं प्लान, तो यह 10 टिप्स आएंगी काम!

Travel Tips किसी के लिए भी अंतरराष्ट्रीय ट्रिप प्लान करना और फिर उसकी तैयारी करना आसान नहीं होता। पासपोर्ट से लेकर वीज़ा और फिर उस जगह की जानकारी जुटाना यही सभी चीज़ें ज़रूरी होती हैं ताकि आपको बाद में दिक्कत न हो।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Travel Tips: अंतरराष्ट्रीय ट्रिप की योजना बनाना चाह रहे हैं, लेकिन यह समझ नहीं आ रहा कि कहां से शुरुआत करें? तो परेशान न हों, हम आपके लिए इसका समाधान लेकर आए हैं। देश से बाहर घूमने जाने से पहले आपको कई तरह की तैयारियां और रिसर्च करनी होंगी ताकि आप किसी ज़रूरी जानकारी से चूक न जाएं। तो आइए जानें कि विदेश यात्रा के लिए किन बातों के बारे में जानना ज़रूरी है?

विदेश यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो ये 10 टिप्स एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स आएंगी काम

1. रिसर्च करें

कहीं भी जाने से पहले उस जगह के बारे में पूरी तरह से रिसर्च कर लें। फिर चाहे ऑनलाइन हो या फिर ऑफलाइन। रिसर्च करने से आप बेहतर तरीके से प्लानिंग कर सकेंगे और अपने पसंद के अनुसार डेस्टीनेशन चुन सकेंगे। अगर आप भारत से यात्रा कर रहे हैं, तो ऐसे देश चुन सकते हैं, जो वहां पहुंचने पर वीज़ा देते हों। इसके अलावा मौसम और वेकेशन पर जाने का बेस्ट समय, साइट-सीइंग से लेकर वहां का खाना और एडवेंचर एक्टिविटी, ट्रांसपोर्ट का खर्चा, होटल का खर्चा, वहां के कानून, परंपरा, इन सभी चीज़ों के बारे में जानना ज़रूरी होता है।

    2. यात्रा संबंधी सभी डॉक्यूमेंट्स चेक कर लें

3. भारतीय दूतावास में रजिस्टर करें

यह एक ऐसा स्टेप है जिस एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स पर अधिकांश यात्री ध्यान नहीं देते। हालांकि, भारतीय दूतावास की सूचनाओं पर नज़र रखने और अपनी यात्रा योजनाओं के बारे में उनके साथ पंजीकरण करने से उनके लिए आपको ट्रैक करना और आपात स्थिति में आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करना आसान हो जाता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप जहां भी जा रहे हैं, वहां के भारतीय दूतावास के साथ पंजीकरण करें!

4. फॉरन कैश एक्सचेंज

लोकल करंसी को डॉलर्स या पाउंड्स या जहां भी जा रहे हैं, वहां की मुद्रा में एक्सचेंज करा लें। हमेशा ज़्यादा पैसा अपने पास रखें ताकि क्रेडिट कार्ड के अतिरिक्त फीस से बचा जा सके। साथ ही अपने बैंक से भविष्य में देश के बाहर से होने वाले ट्रांसज़ेक्शन के बारे में बात कर लें, ताकि आपको बाहर जाकर दिक्कत न हो। साथ ही ध्यान रखें कि आप एयरपोर्ट या फिर अनधिकृत डीलर से पैसों को एक्सचेंज न कराएं।

5. गैजेट्स को पैक करें

  • मोबाइल चार्जर
  • पॉवर बैंक
  • कैमरा और चार्जिंग कॉर्ड
  • USB केबल
  • एक्सट्रा SD कार्ड्स
  • हेडफोन्स और इयरफोन्स
  • आई-पैड
  • पोर्टेबल स्पीकर्स
  • पॉवर कंवर्टर्स
  • बाइनॉकुलर्स

6. ट्रेवल एक्ससेसरीज़ भी पैक करें

  • फर्स्ट-एड किट
  • ज़रूरी प्रिस्क्रिप्शन
  • सनस्क्रीन और सनग्लासेज़
  • हैट या कैप
  • छाता
  • इंसेक्ट रिपेलेंट
  • किताबें और मैगज़ीन
  • आई-मास्क
  • ट्रेवल पिलो

7. ज़रूरी ट्रेवल एप्स को डाउनलोड करें

अगर आपके पास मोबाइल है, तो आप ऐसा कुछ भी नहीं जो आप यात्रा के दौरान न कर पाएं। इसलिए ध्यान रखें कि आपके पास अंतरराष्ट्रीय रोमिंग के साथ एक एक्टिव इंटरनेट प्लान हो ताकि ज़रूरी एप्स चल सकें। साथ ही गूगल मैप्स को ऊी अपडेट कर लें।

8. कम से कम सामान पैक करें

दुनिया में आप चाहे कहीं भी जा रहे हों, हमेशा सिर्फ ज़रूरी सामान पैक करें। अपना सामान कम से कम रखें ताकि आपको इसका बोझा न झेलना पड़े।

9. यात्रा से 6 महीने पहले क्या करें

  • यात्रा से 6 महीने पहले पासपोर्ट को चेक कर लें, अगर इसे रिन्यू कराने की ज़रूरत है, तो कराएं।
  • जो लोग उस जगह यात्रा कर चुके हैं, उनका अनुभव पढ़ें।
  • बजट तय कर लें।
  • विज़ा, यात्रा बीमा, टूर पैकेज, फ्लाइट टिकट, होटल आदि के बारे में पता कर लें।
  • आप वहां क्या-क्या करना चाहते हैं, इस बारे में प्लानिंग कर लें।

10. यात्रा से एक महीना पहले अपने डॉक्यूमेंट्स की जांच कर लें। सब कुछ ए सुरक्षित जगह पर रख लें।

ULIP: यूलिप पर डेटा एक्सेस करने के लिए 13 कंपनियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए- सरकार

ULIP: यूलिप उद्योग जगत के खिलाड़ियों को विभिन्न मंत्रालयों के पास उपलब्ध रसद और संसाधनों से संबंधित जानकारी तक सुरक्षित पहुंच प्राप्त करने में सक्षम करेगा।

IANS

Reported By: IANS
Published on: October 02, 2022 12:53 IST

ULIP- India TV Hindi

Image Source : FILE ULIP

Highlights

  • 11 और संगठनों के साथ समझौते प्रक्रिया में
  • यूलिप में एक समर्पित पोर्टल है जो डेटा अनुरोध की प्रक्रिया को सरल, तेज और पारदर्शी बनाता है
  • सात मंत्रालयों के 30 सिस्टम को 100 से अधिक एपीआई के माध्यम से एकीकृत एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स किया गया

ULIP: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 सितंबर को राष्ट्रीय रसद नीति (एनएलपी) के तहत शुरू किए गए यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म (यूलिप) को उद्योग, वाणिज्य मंत्रालय और मंत्रालय से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। अब तक, 13 संगठनों - मेप माइ इंडिया, कार्गो एक्सचेंज, फ्राइट फॉक्स, कॉनमोव, इंटूजाइन, इकॉनटेक, यस बैंक, सुपरप्रोक्योर, कार्गो शक्ति, क्लाउड स्ट्रेट्स, शिफलाइट, एपसेजी और एआईटीडब्ल्यूए ने पर डेटा एक्सेस करने के लिए नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट (एनडीए) पर हस्ताक्षर किए हैं।

11 और संगठनों के साथ समझौते प्रक्रिया में - सरकार

उद्योग मंत्रालय ने बताया कि, इंस्टावन्स एंड ट्रक्स, बॉश इंडिया, पोर्टलिंक्स, शिपरॉकेट आदि जैसे 11 और संगठनों के साथ समझौते प्रक्रिया में हैं। स्टार्टअप सेक्टर के लिए नए समाधान बनाने के लिए अपने अभिनव विचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स कमर कस रहे हैं, जबकि बड़े उद्यम जटिल रसद प्रक्रियाओं को सरल बनाने, विक्रेताओं के दस्तावेजों की पुष्टि करने के लिए यूलिप के साथ एकीकृत करने पर विचार कर रहे हैं।

मंत्रालय के अनुसार, यूलिप लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में एक आशाजनक पहल है जिसका उद्देश्य लॉजिस्टिक्स प्रक्रिया को सरल बनाकर, इसकी दक्षता में सुधार, पारदर्शिता लाने और लॉजिस्टिक्स लागत और समय को कम करके लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में व्यापार करना आसान बनाना है।

सात मंत्रालयों के 30 सिस्टम को 100 से अधिक एपीआई के माध्यम से एकीकृत किया गया

यूलिप उद्योग जगत के खिलाड़ियों को विभिन्न मंत्रालयों के पास उपलब्ध रसद और संसाधनों से संबंधित जानकारी तक सुरक्षित पहुंच प्राप्त करने में सक्षम करेगा। वर्तमान में, सात मंत्रालयों के 30 सिस्टम को 100 से अधिक एपीआई के माध्यम से एकीकृत किया गया है, जिसमें हितधारकों द्वारा उपयोग के लिए 1600 से अधिक डेटा फील्ड शामिल हैं।

क्या है यूलिप ?

यूलिप में एक समर्पित पोर्टल है जो डेटा अनुरोध की प्रक्रिया को सरल, तेज और पारदर्शी बनाता है। पोर्टल पर पंजीकरण के लिए उद्योग के खिलाड़ियों को सहायता प्रदान करने के लिए एक समर्पित सहायता टीम चौबीसों घंटे काम कर रही है। पंजीकरण के बाद, उपयोगकर्ताओं को अपने उपयोग-मामलों को जमा करने की आवश्यकता होती है, जिसकी फिर अनुरोधित डेटा के प्रस्तावित उपयोग के आधार पर समीक्षा की जाएगी। सफल समीक्षा के बाद, डेटा के लिए अनुरोध करने वाले उपयोगकर्ताओं को एनडीए पर हस्ताक्षर करना होगा।

एनडीए पर हस्ताक्षर के साथ, उद्योग के खिलाड़ी यूलिप के साथ एकीकरण के लिए एपीआई विकसित कर सकते हैं। एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स सिस्टम सुरक्षा जांच और एकीकरण के गहन परीक्षण के बाद, उपयोगकर्ता विभिन्न सरकारी स्रोतों से यूलिप के माध्यम से प्रामाणिक डेटा प्राप्त कर सकते हैं।

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Uttar Pradesh Stock Exchange losing its charm

Uttar Pradesh Stock Exchange losing its charm

गलत तरीके और प्रॉपर स्टडी के बगैर इनवेस्टमेंट करने वालों को शेयर बाजार ने काफी नुकसान पहुंचाया है। इस वजह से कानपुराइट्स में स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट को लेकर चार्म काफी कम हो गया है। इसी वजह से सिटी स्थित यूपी स्टॉक एक्सचेंज में मेम्बर्स (सब-ब्रोकर्स) की संख्या भी दिन पर दिन कम होती जा रही है। हालत ये है कि जिस यूपी स्टॉक एक्सचेंज की मेम्बरशिप (लाइसेंस) हासिल करने की खातिर 40 लाख रुपए तक खर्च किए। आज वही लोग अपनी-अपनी मेम्बरशिप सरेंडर करके शेयर बाजार से ही किनारा कर चुके हैं।

282 लाइसेंस सरेंडर

सिविल लाइंस स्थित यूपी स्टॉक एक्सचेंज का इनॉग्रेशन 27 अगस्त 1982 को तत्कालीन फाइनेंस मिनिस्टर प्रणव मुखर्जी ने किया था। शुरुआती दौर में यूपीएसई के 350 से ज्यादा मेम्बर बने। मेम्बरशिप फीस करीब 14,000 रुपए थी। यूपीएसई के डायरेक्टर सुशील तुल्सयान ने बताया कि एक वक्त ऐसा भी आया। जब मेम्बरशिप के लिए मारामारी मची रहती थी। 90 के दशक में सबसे मंहगी मेम्बरशिप करीब 42 लाख रुपए में बिकी। मगर, आज की डेट में मेम्बरशिप का सेंसेक्स धड़ाम हो चुका है। ना तो मारामारी और न ही ब्रोकर बनने में कोई इंटरेस्ट। अब यह संख्या घटकर मात्र 68 ही बची है।

यूपीएसई में भी घटी लिस्टिंग

शेयर बाजार में इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए गवर्नमेंट ने यूपीएसई जैसे रीजनल स्टॉक एक्सचेंजेज को भी बढ़ावा दिया। छोटे और मझोले इनवेस्टर्स भी पैसा लगाएं, इसके लिए बीएसई में लिस्टेड कम्पनियों के शेयर की कीमतें यूपीएसई के इनवेस्टर्स के लिए कुछ कम कर दी गईं। लेकिन, शुरुआती दौर में मुनाफे के बाद जब नुकसान की बाढ़ आई। तो इनवेस्टर्स कम होने लगे। इसके साथ ही यूपीएसई में लिस्टेड ज्यादातर कम्पनियों ने भी अपने हाथ खींच लिए।

अब सिर्फ बीएसई के लिए

यूपी स्टॉक एक्सचेंज में जितने भी बचे हुए ब्रोकर और सब-ब्रोकर काम कर रहे हैं, वो यूपीएसई नहीं बल्कि अब बीएसई के थ्रू इनवेस्टमेंट और ट्रेडिंग करवाते हैैं। सब-ब्रोकर रमाकांत अवस्थी के अनुसार ट्रेडिंग में सब-ब्रोकर और एजेंट तक का कमीशन फिक्स होता है। मसलन, एक लाख की ट्रेडिंग पर 50-500 रुपए एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स तक कमीशन लिया जाता है। इतने ही अमाउंट पर डिलीवरी होने पर 120 रुपए, 170 रुपए ट्रेडिंग कमीशन, जॉबिंग पर 12 रुपए जबकि ब्रोकरेज का करीब 12.50 परसेंट सर्विस टैक्स चार्ज किया जाता है। इन्हीं कमीशन के बेसिस पर यूपीएसई वेंटीलेटर के सहारे चल रहा है। ब्रोकरशिप से जॉब भली

सेंसेक्स की उठापटक से आजिज सब-ब्रोकर्स की बातों से आसानी से एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स अंदाजा लगाया जा सकता कि शेयर बाजार ने इनवेस्टर्स के साथ-साथ सब-ब्रोकर्स को भी कंगाल कर दिया। एक वक्त स्टॉक एक्सचेंज में सब-ब्रोकर की हैसियत रखने वाले अजय तिवारी आजकल कमीशन एजेंट बने हुए हैं। इसके बाद भी लाखों के नुकसान को रिकवर नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि शेयर मार्केट की ब्रोकरशिप से अच्छी जॉब है। कम से कम मंथ के एंड में फिक्स सैलरी तो मिलती है।

ऑफर को दूर से नमस्कार

जबर्दस्त फाइनेंशियल लॉस झेल चुके लोगों की पीड़ा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज दो लाख फंड का इनवेस्टमेंट कर यूपीएसई की मेम्बरशिप हासिल की जा सकती है। फिर भी लोग इस ओर टर्नअप नहीं हो रहे। बचे हुए लोगों ने यूपीएसई के जरिए नॉमिनल फीस खर्च करके बीएसई की मेम्बरशिप ले ली। और अब वो यूपी स्टॉक एक्सचेंज से बैठकर बीएसई के लिए काम करने को मजबूर हैं।

"मैंने 1996 में आईडीबीआई के 85,000 एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स रुपए कीमत के शेयर खरीदे थे। आज 15 साल से ऊपर हो गए हैं। अब उन्हीं शेयर्स की वैल्यू 25,000 बची है। एक जानने वाले ने मुझे फंसाया था। तब से तौबा कर ली कि शेयर में पैसा कभी इनवेस्ट नहीं करूंगा। "

इन 4 तरीकों से कमाएं सोशल मीडिया से पैसे!

क्या आपने कभी सोशल मीडिया के ज़रिए पैसा कमाने का सोचा है। जी हां, ऐसा बिल्कुल मुमकिन है। पैसा कमाने के इस तरीके को सोशल मीडिया फास्ट ट्रैक कहा जाता है। इसे फास्ट ट्रैक मेथड कहते हैं क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पूरी दुनिया में क्लाइंट्स तक पहुंचने के लिए सबसे आसान तरीका है। इतना ही नहीं, आप एक ही समय में अलग-अलग सोशल मीडिया साइट्स के ज़रिए अपने प्रोडक्ट्स का प्रचार कर सकते हैं। बेशक, हम फेसबुक और ट्विटर पर जो भी पोस्ट करते हैं वह पोस्ट के टाईम को दर्शाता है और लाखों लोग उसे देखते हैं। इस प्रकार से आप अपने व्यवसाय के अनुसार पोस्ट डालकर अपने प्रोडक्ट्स की जानकारी बड़ी आसानी से लोगों तक पहुंचा सकते हैं। अगर आपके पास अपने प्रोडक्ट के प्रचार के लिए एडवर्टाइजमेंट कंपनी को हायर करने के बजट नहीं है ये आर्टिकल आपके लिए है। आइए जानते हैं कि कैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका है:

  1. सोशल मीडिया साइट्स पर अकाउंट बनाएं

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे Facebook, Pinterest और LinkedIn में आप अपने दर्शकों को टारगेट कर सकते हैं। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अकाउंट बनाना पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका है। Facebook, Pinterest और LinkedIn पर एक्टिव रहें। इसके लिए आप सबसे पहले इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपना अकाउंट बनाएं और अपने प्रोडक्ट्स, प्राइज रेंज, बिलिंग जानकारी पोस्ट करना शुरू करें और ग्राहकों के साथ हमसे संपर्क करें। यह आपके व्यापार को विस्तार देने और बेहतर कमाई में मदद करेगा।

एक अच्छी क्लिक की हुई तस्वीर लोगों का ज़्यादा ध्यान अपनी तरफ खींचती है। इसलिए, अपने प्रोडक्ट्स की मशहूरी के लिए सुनिश्चित करें कि आपके पास इन प्रोडक्ट्स की हाई-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें हों। इन तस्वीरों में ये साफ़ नज़र आना चाहिए कि आप क्या बेचना चाहते हैं। इसके साथ ही अपने प्रोडक्ट्स के साथ कुछ टैग्स भी लगाएं, इस तरह से वही लोग आपके सोशल मीडिया अकाउंट पर जाएंगे जो आपका प्रोडक्ट खरीदना चाहते हैं। अपने वास्तविक सामान की तस्वीर को अपलोड करके बड़ी संख्या में ग्राहकों तक पहुंचने का आसान तरीका हैं। आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने व्यवसाय की ज़्यादा तस्वीरें अपलोड करके अधिक कमाई कर सकेंगे क्योंकि जितने लोग आपकी पोस्ट देखेंगे उतना ही आपके प्रोडक्ट का प्रचार होगा। इस प्रकार, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से पैसा कमाने का एक बढ़िया तरीका है।

अपना YouTube एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स चैनल चलाना पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका है। YouTube पर अपने प्रोडक्ट्स के बारे में वीडियो और अन्य लेटेस्ट खबरें अपलोड करें। अपने चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए लोगों को बताना ना भूलें। एक बार अगर आपके चैनल की लोगों में पहचान बन गई तो YouTube चैनल आपको मासिक आधार पर भुगतान करेगा और इसके साथ ही आपके प्रोडक्ट्स का बढ़िया प्रचार भी होगा। तो इस तरह से यह भी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से पैसा कमाने का एक शानदार तरीका है।

अपनी पोस्ट या वीडियो पर ज़्यादा से ज़्यादा व्यूज लाने के लिए हैशटैग (#) का इस्तेमाल करो। इसके लिए अपने व्यवसाय से संबंधित मौजूदा ट्रेंडिंग हैशटैगस को तलाश करें। इन ट्रेंडिंग हैशटैगस को जानें और सोशल मीडिया पर आपके द्वारा किए गए पोस्टों में इन्हें जोड़ें। इससे विभिन्न सोशल मीडिया चैनलों पर आपकी रैंकिंग बढ़ेगी। नतीजतन, ज़्यादा से ज़्यादा लोग आपके प्रोडक्ट्स को जानेंगे और ऑर्डर करेंगे।

BITCOIN: करोड़पतियों की कालीकमाई को व्हाईट करने एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स एक्सचेंज पर व्यापार करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स की साजिश | BUSINESS NEWS

श्रीमद डांगौरिया। बिटकॉइन, इथेरियम, रिपल और डैश जैसी वर्चुअल करंसी या क्रिप्टोकरंसीज, से होने वाली कमाई पूरी तरह से ब्लैकमनी है। नोटबंदी के बाद 892 प्रतिशत का रिटर्न देने के कारण बिटकॉइन सुर्खियों में हैं परंतु यह पूरी तरह से अवैध करेंसी है, क्योंकि इसके उत्पादक और संचालक ही अज्ञात हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि बिटकॉइन से होने वाली आय पर टैक्स वसूला जाएगा। यदि ऐसा किया गया तो यह बिटकॉइन को भारत में वैद्यता देने जैसा होगा।

इसका एक कारण तो यह है कि बिटकॉइन ट्रेडिंग करने वाले लोगों की पहचान का कभी खुलासा नहीं होता है क्योंकि सिर्फ उनका सिर्फ वॉलिट आईडी लॉगइन होता है। इसलिए बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने वालों की खरीदारी ट्रैक नहीं होती है और वे बेतहाशा रिटर्न कमाने में सक्षम हैं। इस तरह का एक प्लैटफॉर्म, जिसका कोई रेग्युलेशन नहीं है या कोई फुटप्रिंट नहीं है, वह अस्थिर हो सकता है। भारत समेत दुनियाभर के कई देशों ने बिटकॉइन या अन्य वर्चुअल करंसीज को अभी तक कानूनी मान्यता नहीं दी है। अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन के इस्तेमाल का समर्थन किया है।

देश में क्रिप्टोकरंसीज के बारे में काफी अटकलें लगाई जा रही हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल अपने 1 फरवरी के बजट भाषण में कहा कि क्रिप्टोकरंसीज, वैध मुद्रा नहीं हैं। उन्होंने

एक ही बात को कई बार दोहराते हुए कहा कि रिजर्व बैंक भी कई बार इस पर अपनी राय व्यक्त कर चुका है लेकिन अब तक इसे स्पष्ट रूप से अवैध घोषित नहीं किया गया है।

वित्त मंत्री की तरफ से अभी तक यह बात साफ नहीं की गई है कि अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करते समय क्रिप्टोकरंसीज पर टैक्स लगेगा या नहीं। उन्होंने इस सम्बन्ध में अभी तक कोई ठोस बयान भी नहीं दिया है कि वर्चुअल करंसीज से होने वाले प्रॉफिट या लॉस के साथ क्या किया जाएगा। इसलिए, इनकम टैक्स रिटर्न के लिए क्रिप्टोकरंसीज को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं।

जबकि बैंक बाजार के सीईओ आदिल शेट्टी ब्लैकमनी पर टैक्स जमा करने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने अपने एक लेख में लिखा है कि इन वर्चुअल करंसीज का टैक्सेशन इस बात पर निर्भर करेगा कि आप उनसे होने वाली कमाई का आप कैसे प्रयोग करते हैं।

यदि बिटकॉइन से होने वाली आमदनी, ट्रेडिंग के कारण हो रही है तो उसे व्यावसायिक आय माना जाएगा। मान लीजिए, आप नियमित रूप से बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं तो बिटकॉइन की बिक्री से होने वाले मुनाफे को व्यावसायिक आय माना जाएगा और उससे होने वाले नुकसान को व्यावसायिक नुकसान माना जाएगा। टैक्स देनदारियों का पता लगाने के लिए आप अन्य काल्पनिक व्यवसायों के आधार पर इससे होने वाले लाभ या नुकसान को सेट कर सकते हैं।

यदि इससे होने वाले प्रॉफिट, इसे एक निवेश के रूप में होल्ड करके रखने पर वैल्यू में वृद्धि के कारण होता है तो इस मुनाफे को अन्य स्रोतों से होने वाली आय माना जाएगा। लेकिन इस अवशिष्ट आय को वेतन, पेशे, मकान संपत्ति से होने वाली आय के साथ जोड़ा नहीं जा सकता है, और इसे ‘अन्य स्रोतों से होने वाली आय’ में शामिल किया जाना चाहिए।

बिटकॉइन को कैपिटल असेट माना जाना चाहिए यदि आप इसे निवेश के उद्देश्य से खरीदते हैं और यदि आप उसे लम्बे समय तक होल्ड करके रखने के बाद बेचते हैं तो इस लाभ पर किसी अन्य पूंजीगत परिसंपत्ति की तरह पूंजीगत लाभ टैक्स लगेगा। इसलिए यदि आप 36 महीने से कम समय तक बिटकॉइन को होल्ड करके रखते हैं तो इससे होने वाले मुनाफे को अल्पकालिक पूंजीगत परिसंपत्ति माना जाएगा। अल्पकालिक पूंजीगत लाभ के मामले में, बिटकॉइन की बिक्री से होने वाले लाभ पर आपकी टैक्स सीमा के हिसाब से टैक्स लगेगा और साथ में अधिभार और शिक्षा उपकर भी लगेगा। लेकिन 36 महीने से ज्यादा समय तक होल्ड करके रखने पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ का नियम लागू होगा और इस पर 20% टैक्स और साथ में अधिभार और शिक्षा उपकर भी लगेगा और इंडेक्सेशन का लाभ भी मिलेगा।

यदि आप बिटकॉइन या इसके जैसी अवैध करेंसी से होने वाली आय पर टेक्स भरते हैं और सरकार ऐसे टैक्स को स्वीकार करती है तो सवाल यह भी उठता है कि क्या तस्करी, चोरी, लूट या फिरौती जैसी आपराधिक घटनाओं से होने वाली कमाई पर भी टैक्स भरा जा सकता है। क्योंकि सरकार ने बिटकॉइन को अवैध घोषित नहीं किया, सजा का प्रावधान नहीं किया ​इसलिए लोग आयकर रिटर्न में इससे होने वाली आय पर टैक्स जमा कराकर उसे वैद्य बनाने की साजिश कर रहे हैं। बता दें कि नोटबंदी के बाद बिटाकॉइन में लाखों करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। बिटकॉइन के निवेशकों में दिग्गज नौकरशाहों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके अलावा कुछ बड़े कारोबारी और नेता भी बिटकॉइन के निवेशक हैं।

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