खाद्य तेलों के आयात पर देश की निर्भरता कम करने के लिए पाटिल ने सुझाव दिया कि सोयाबीन, सूरजमुखी और मूंगफली के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए.
भारत के विदेशी मुद्रा व्यापार 2023

रिलायंस ने गुजरात में एफएमसीजी ब्रांड

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार

(प्रारंभिक परीक्षा के लिए – विदेशी मुद्रा भंडार, विशेष आहरण अधिकार, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ रिज़र्व ट्रेंच)
(मुख्य परीक्षा के लिए, सामान्य अध्यन पेपर 3 - भारतीय अर्थव्यवस्था, मौद्रिक नीति)

चर्चा में क्यों ?

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 30 सितंबर को 532.66 अरब डॉलर हो गया, जो जुलाई 2020 के बाद से अब तक का सबसे निम्नतम स्तर है।

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार नौवें सप्ताह गिरावट दर्ज की गई।

रुपए के 2023 में भी दबाव में रहने का अनुमान: अर्थशास्त्री

मुंबईः अर्थशास्त्रियों का मानना ​​है कि रुपए पर अगले साल दबाव बना रह सकता है और यह अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 85 प्रति डॉलर के स्तर तक भी जा सकता है। इस साल फरवरी के अंत में रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और आपूर्ति श्रृंखला के बाधित होने से घरेलू मुद्रा पर भारी दबाव पड़ा है। रुपया 19 अक्टूबर को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83 प्रति डीलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया था। वहीं, बृहस्पतिवार को डॉलर की तुलना में रुपया 23 चढ़कर 81.70 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) बैंकिंग और आर्थिक सम्मेलन में चर्चा के दौरान कई अर्थशास्त्रियों ने कहा कि चालू खाते के बढ़ते घाटे को देखते हुए रुपये पर दबाव बना रहेगा, जिसके इस वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद के चार प्रतिशत पर रहने का अनुमान है। अर्थशास्त्रियों के अनुसार, पिछले महीने से निर्यात में गिरावट के बाद विदेशी मुद्रा आय पर भी दबाव है। वर्ष 2023 में रुपए के 82 के उच्चस्तर और 85 के निचले स्तर के बीच रहने का अनुमान है।

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Pre-Budget 2023: किसान संगठनों ने वित्त मंत्री से की गेहूं निर्यात पर रोक हटाने की मांग की

Pre-Budget 2023: बजट-पूर्व बैठक में किसान संगठनों ने मंगलवार को सरकार से गेहूं (Wheat), अन्य एग्री प्रोडक्ट्स पर निर्यात प्रतिबंध हटाने का आग्रह करते हुए मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) से कम लागत वाले उत्पादों के आयात को प्रतिबंधित करने की मांग की.

Pre-Budget 2023: वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण के साथ बजट-पूर्व बैठक में किसान संगठनों ने मंगलवार को सरकार से गेहूं (Wheat), अन्य एग्री प्रोडक्ट्स पर निर्यात प्रतिबंध हटाने का आग्रह करते हुए मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) से कम लागत वाले उत्पादों के आयात को प्रतिबंधित करने की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को पाम ऑयल (Palm Oil) के बजाय सोयाबीन (Soyabean), सरसों (Mustard), मूंगफली (Groundnut) और सूरजमुखी (Sunflower) जैसे स्थानीय तिलहनों (Oilseeds) के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए.

MSP से कम लागत वाली उपज के आयात न दी जाए मंजूरी

आम बजट 2023-24 (Union Budget 2023) के लिए अपनी इच्छा सूची में भारत कृषक समाज (Bharat Krishak Samaj) के अध्यक्ष अजय वीर जाखड़ ने मांग की कि सरकार को जहां आयातित कमोडिटीज की देश में आने की लागत MSP से कम है, वहां ऐसी उपज के आयात की मंजूरी नहीं देनी चाहिए.

उन्होंने केंद्र से एग्रीकल्चर सेक्टर में मानव संसाधन विकास पर ध्यान केंद्रित करने का भी आग्रह किया.जाखड़ ने किसानों को उच्चतम मूल्य प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए खेतों से स्वैच्छिक कार्बन क्रेडिट का विश्वस्तर पर व्यापार करने की अनुमति देने की भी वकालत की.

गेंहू और टूट चावल के निर्यात पर प्रतिबंध से किसानों की आय पर असर

बैठक में हिस्सा लेने वाले कंसोर्टियम ऑफ इंडियन फार्मर्स एसोसिएशन (CIFA) के अध्यक्ष रघुनाथ दादा पाटिल ने कहा कि गेहूं (Wheat) और टूटे चावल (Broken Rice) जैसे कृषि उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध के कारण किसानों की आय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.

पाटिल ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को कृषि उत्पादों के निर्यात पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए. उनके अनुसार, निर्यात से केवल देश को विदेशी मुद्रा प्राप्त करने में ही सहायता मिलेगी. भारत ने घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए गेहूं और टूटे चावल के निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया है.

Forex Reserve: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल के निचले स्तर पर, 7.941 अरब डॉलर घटकर 553.105 अरब डॉलर हुआ

6 सितंबर को जारी अपने नोट में जेफरीज ने कहा है कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पर नजर रखने की जरूरत है

02 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 560 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिली भारत के विदेशी मुद्रा व्यापार 2023 है। अगस्त महीने में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी कमी आई है। डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी से निपटने के लिए आरबीआई ने बड़ी मात्रा में डॉलर की बिक्री है जिसके चलते भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट आई है।

02 सितंबर 2022 को खत्म हुए हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 23 महीने के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। इस हफ्ते के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार के सभी घटकों में गिरावट में देखने को मिली और इसमें भी फॉरेन करेंसी एसेट में सबसे ज्यादा कमी देखने को मिली। आरबीआई द्वारा उपलब्ध कराए गए ताजे आंकड़ों क मुताबिक 2 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 553.105 अरब डॉलर था। इसमें साप्ताहिक आधार पर 7.941 अरब डॉलर की कमी आई थी।

India के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट मजबूत डॉलर से मूल्यांकन में बदलाव का नतीजा: सीतारमण

India TV Paisa Desk

Edited By: India TV Paisa Desk
Published on: October 15, 2022 18:09 IST

Nirmala Sitharaman- India TV Hindi

Photo:AP Nirmala Sitharaman

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट की मुख्य वजह अमेरिकी डॉलर की मजबूती के भारत के विदेशी मुद्रा व्यापार 2023 कारण मूल्यांकन में बदलाव आना है। सीतारमण ने यहां अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक वित्त समिति (आईएमएफसी) को शुक्रवार को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 23 सितंबर 2022 तक 537.5 अरब भारत के विदेशी मुद्रा व्यापार 2023 डॉलर था जो अन्य समकक्ष अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बेहतर है। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से मूल्यांकन में आए बदलाव ने इस भंडार में आई गिरावट में दो-तिहाई योगदान दिया है।’’ उन्होंने भारत के विदेशी मुद्रा व्यापार 2023 कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में विदेशी मुद्रा भंडार में 4.6 अरब डॉलर का भुगतान संतुलन (बीओपी) आधार पर संचयन हुआ है। अन्य बाहरी संकेतकों में शुद्ध अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति और लघु अवधि का कर्ज भी कम संवेदनशीलता के सूचक हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थिति के बावजूद भारत का बाहरी कर्ज और जीडीपी का अनुपात प्रमुख उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं में सबसे कम है।

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