Rakesh Jhunjhunwala Death: शेयर बाजार पर दुख के पहाड़, निवेशकों में दहशत
Rakesh Jhunjhunwala death : भारत के वारेन बफेट के नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह अब हमारे बीच नहीं है। वह कई दिनों से बीमार बताया जा रहा है। अकासा एयर (Akasa Air) उद्घाटन समारोह में उनकी अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति थी। राकेश झुनझुनवाला को भारतीय शेयर बाजार का बेताज बादशाह कहा जाता है। उन्होंने कई बड़ी कंपनियों में निवेश किया था।
उनके निधन से भारतीय शेयर बाजार (Indian stock market) बहुत दुखी है। उनके द्वारा बताए गए शेयरों पर देश के निवेशक आंख मूंदकर दांव लगाते थे। अपने पोर्टफोलियो पर भी (portfolio) लोगों की नजर थी।
शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक जिस शेयर पर राकेश झुनझुनवाला का जादू का हाथ पड़ता है, वह शेयर रातों-रात बुलंदियों पर पहुंच जाता है. इसलिए निवेशक उनकी हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। स्टॉक लेने के लिए उनकी पैनी नजर नायाब है।
राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ था। उन्होंने चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में अध्ययन किया। कहा जाता है कि राकेश झुनझुनवाला ने 1985 में शेयर बाजार में अपने करियर की शुरुआत महज पांच हजार रुपये से की थी और आज उनकी कुल संपत्ति करीब 40 हजार करोड़ रुपये है।
राकेश झुनझुनवाला के अकासा एयरलाइंस के विमान ने इसी महीने अपनी पहली उड़ान भरी थी। वहीं झुनझुनवाला पब्लिक प्लेस पर नजर आईं. राकेश झुनझुनवाला ने 400 कर्मचारियों के साथ इस कंपनी की शुरुआत की थी। अकासा एयरलाइंस का लक्ष्य अगले साल मार्च तक प्रति माह 2,000 शेयर बाजार में दहशत कर्मचारियों को नियुक्त करना है।
करीब एक हफ्ते पहले उन्होंने अपनी एयरलाइन ‘अकासा’ शुरू की थी। उनकी पहली अकासा एयरलाइंस की उड़ान ने 7 अगस्त को मुंबई से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरी। उन्होंने विमानन व्यवसायी आदित्य घोष और विनय दुबे के साथ मिलकर कंपनी की शुरुआत की।
बताया जा रहा है कि दो-तीन हफ्ते पहले उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। उनका मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक रविवार सुबह 6.45 बजे अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई.
कुछ दिन पहले वह अस्पताल भी गया था। दिल का दौरा (heart attack) उसे अस्पताल लाया गया। अस्पताल लाकर उन्हें मृत घोषित कर दिया
अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: घरेलू शेयर बाजार पर रहेगा कोरोना का साया, तेल के दाम में लगातार 8वें दिन बढ़ोतरी
घरेलू शेयर बाजार पर इस सप्ताह भी कोरोना के कहर का साया बना रहेगा। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी के चलते देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि का सिलसिला रविवार को आठवें दिन जारी रहा।
घरेलू शेयर बाजार पर रहेगा कोरोना का साया, आर्थिक आंकड़ों का असर
घरेलू शेयर बाजार पर इस सप्ताह भी कोरोना के कहर का साया बना रहेगा, क्योंकि लॉकडाउन खुलने के बाद देश में वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा शेयर बाजार में दहशत रहे हैं। वहीं, बीते सप्ताह जारी हुए देश औद्योगिक उत्पादन के खराब आंकड़ों और आगे जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का शेयर बाजार पर असर देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, विदेशी कारकों से भी शेयर बाजार की चाल प्रभावित होगी। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर तीन लाख से अधिक हो चुके हैं और इस महामारी में 9000 से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं। कोरोना संक्रमण का प्रकोप गहराने से आर्थिक गतिविधियां फिर चरमराने का अंदेशा बना हुआ है।
पेट्रोल, डीजल के दाम में लगातार 8वें दिन बढ़ोतरी जारी
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी के चलते देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि का सिलसिला रविवार को आठवें दिन जारी रहा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में पेट्रोल 75.78 रुपये प्रति लीटर हो गया है और डीजल 74 रुपए लीटर बिकने लगा है। दिल्ली में इन आठ दिनों के शेयर बाजार में दहशत दौरान डीजल 4.66 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है, जबकि पेट्रोल के दाम में 4.52 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।
तेल विपणन कंपनियों ने रविवार को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतों में क्रमश: 62 पैसे, 59 पैसे, 60 पैसे 54 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की। वहीं, डीजल के भाव में चारों महानगरों में क्रमश: 64 पैसे, शेयर बाजार में दहशत 57 पैसे, 61 पैसे और 54 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी गई।
जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश 1 लाख 4 हजार करोड़ के पार
मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स में कुल निवेश 1 लाख 4 हजार करोड़ को पार कर गया है। शनिवार को एक ही दिन में दो निवेशकों ने जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश की घोषणा की पहले टीपीजी ने 0.93 प्रतिशत इक्विटी के लिए 4,546.80 करोड़ रुपये और फिर एल केटरटन ने 0.39 प्रतिशत इक्विटी के लिए 1,894.50 करोड़ रुपये निवेश की घोषणा की।
पिछले 8 हफ्तों में 10 निवेशों के जरिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 22.38 प्रतिशत इक्विटी के लिए कुल 1,04,326.95 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। यह निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक से शुरू हुआ था, उसके बाद सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश किया था। पिछले रविवार को ही अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने भी निवेश की घोषणा की थी।
आर्सेलरमित्तल एंड निप्पन स्टील ओडिशा में 2000 करोड़ रुपये निवेश करेगी
आर्सेलरमित्तल एंड निप्पन स्टील ने शनिवार को कहा कि कंपनी ओडिशा में प्रथम चरण में लगभग 2,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी शेयर बाजार में दहशत ने पारादीप स्थित पेलेट प्लांट की क्षमता 6 एमटीपीए से बढ़ाकर 12 एमटीपीए करने और क्योंझर के दाबुना स्थित बेनिफिकेशन फैसिलिटी की क्षमता 5 एमटीपीए से बढ़ाकर 16 एमटीपीए करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि आर्सेलरमित्तल एंड निप्पन स्टील ने ओडिशा में मौजूदा इन संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने के लिए 2,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आर्सेलरमित्तल समूह के चेयरमैन लक्ष्मी मित्तल से राज्य में निवेश पर वीडियो कॉन्फ्रें सिंग के जरिए चर्चा की।
दक्षिण कोरिया में बेरोजगारों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि
दक्षिण कोरिया के बेरोजगारों की संख्या मई में रिकॉर्ड उंचाई पर पहुंच गई क्योंकि कोविड-19 महामारी ने नौकरी के बाजार को खासा प्रभावित किया है। रविवार को सामने आए आंकड़ों से जानकारी मिली है। स्टेटिस्टिक्स कोरिया के अनुसार, बेरोजगारों की संख्या जो तीन महीने से कम समय के लिए नौकरी ढूंढना चाहते थे, उनकी संख्या मई में 7,35,000 हो गई है। यह संख्या पिछले साल से 1,07,000 ज्यादा है।
योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी ने जून 1999 में डेटा संकलित करने के बाद मई के महीने के लिए इसे सबसे बड़ा आंकड़ा बताया है।
मई की शुरूआत में जब देश में सोशल डिस्टेंसिंग बढ़ी तो कुछ आर्थिक रूप से असक्रिय लोगों ने नौकरी खोजनी शुरू की। इससे बेरोजगारों की संख्या में वृद्धि हुई। बता दें कि यहां 6 सप्ताह के बाद सरकार ने प्रतिबंधों में ढील दे दी है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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कोरोना के कहर से शेयर बाजार धड़ाम, अगले सप्ताह भी सतर्क रहने की जरूरत
Stock Market | औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर निवेशकों की नजर
मुंबई (एजेंसी)। चीन के बाहर दुनिया के कई प्रमुख देशों में कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के साथ ही निजी क्षेत्र के चौथे बड़े बैंक यस बैंक को रिजर्व बैंक द्वारा प्रतिबंधित किये जाने के कारण बीते सप्ताह शेयर बाजार (Stock Market )में करीब दो फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी और अगले सप्ताह भी कोरोना के साथ ही औद्योगिक उत्पादन एवं महंगाई के आंकड़ें बाजार पर असर डाल सकते हैं। बीते सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 720.67 अंक अर्थात 1.9 प्रतिशत गिरकर 37576.62 अंक पर रहा जबकि इससे पिछले सप्ताह में यह 38297.29 अंक पर रहा था। इसी तरह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 239.65 अंक अर्थात 1.9 प्रतिशत फिसलकर 10979.55 अंक पर रहा जबकि इससे पिछले शेयर बाजार में दहशत सप्ताह में यह 11219.20 अंक पर रहा था।
इस अवधि में बीएसई में दिग्गज कंपनियों के साथ ही छोटी और मझौली कंपनियों में भी 2.5 प्रतिशत से अधिक की बिकवाली देखी गयी। मिडकैप 372253 अंक टूटकर 14229.49 अंक पर और स्मॉलकैप 379.21 अंक फिसलकर 13329.78 अंक पर रहा। चीन को छोड़कर इटली, ईरान , दक्षिण कोरिया और भारत सहित कई प्रमुख देशों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला है। पूरी दुनिया में 100 से अधिक देशों में एक लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और 3600 से अधिक लोग इससे मर चुके हैं। चीन से बाहर 21500 से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और 420 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कहर में तेजी आने का असर अगले सप्ताह भी बाजार की चाल को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई के आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजर होगी।
विदेशी निवेशक बाजार में बिकवाली कर सकते हैं | Stock Market
यस बैंक को पटरी पर लाने के लिए रिजर्व बैंक द्वारा किये जा रहे उपायों के मद्देनजर देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक के 2450 करोड़ रुपये के निवेश से इसमें 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने और अगले तीन वर्ष में आवश्यकता होने पर 10 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने की एसबीआई के अध्यक्ष की घोषणा का असर भी बाजार पर हो सकता है। इससे बाजार में निवेश धारणा को बल मिल सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि कोरोना के संक्रमण के कई प्रमुख देशों सहित दुनिया के 100 से अधिक देशों में फैलने के कारण कच्चे तेल की मांग बहुत घट चुकी है क्योंकि इसके कारण हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुयी है। आर्थिक गतिविधियां भी कई देशों में सुस्त हो चुकी है जिसके कारण तेल की मांग घट गयी है जिससे इसकी कीमतों शेयर बाजार में दहशत में गिरावट का रूख बना हुआ है। शेयर बाजार में इसका भी असर दिख सकता है और विदेशी निवेशक बाजार में बिकवाली कर सकते हैं। इसके मद्देनजर छोटे खुदरा निवेशकों से अधिक सतर्कता बरतने और वर्तमान माहौल में बाजार से दूरी बनाये रखने की अपील की गयी है।
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बाजार में कोरोना की दूसरी लहर का खौफ, सेंसेक्स 1708 अंक फिसला
सोमवार को कोरोना की दूसरी लहर का खौफ शेयर बाजार में दिखा. चौतरफा बिकवाली से बाजार में हाहाकार मच गया. तेजड़ियों को संभलने का मौका नहीं मिला.
प्रमुख सूचकांकों में 26 फरवरी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट आई. आज आई गिरावट से निवेशकों के 8.7 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए. सोमवार को करीब 200 शेयरों में लोअर सर्किट लगा.
बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के नए 1.68 लाख मामले आए. इससे एक बार फिर लॉकडाउन का डर है. अगर लॉकडाउन लगा तो आर्थिकि गतिविधियां ठप हो जाएंगी. इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. कंपनियों का कारोबार भी चौपट हो जाएगा.
बीएसई सेंसेक्स 1,708 अंक या 3.44 फीसदी का गोता लगाकर 47,883 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी 50 इंडेक्स ने भी 524 अंक या 3.53 फीसदी की गिरावट के साथ 14,311 पर कारोबार खत्म किया. बीएसई मिडकैप इंडेक्स ने पौने पांच फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स ने सवा पांच फीसदी की कमजोरी दर्ज की.
आज बाजार के लिए राहत की कोई खबर नहीं आई. बाजार में एकतरफा गिरावट दर्ज की गई. मौजूदा स्तरों पर सावधान रहने की जरूरत शेयर बाजार में दहशत है. यदि बाजार 14,250 के नीचे फिसला, तो इंडेक्स 13,800-13,900 तक लुढ़क सकता है. यह निफ्टी का अंतिम सपोर्ट स्तर होगा.
निफ्टी 50 इंडेक्स पर गिरने वाले टॉप-5 शेयर
कंपनी का नाम | कमजोरी (फीसदी में) | अंतिम भाव |
टाटा मोटर्स | 9.65 | 287.50 रुपये |
अडानी पोर्ट्स | 8.94 | 750 रुपये |
इंडसइंड बैंक | 8.57 | 844.50 रुपये |
बजाज फाइनेंस | 7.25 | 4,519 रुपये |
यूपीएल | 6.91 | 591 रुपये |
निफ्टी 50 इंडेक्स पर चढ़ने वाले चार शेयर
कंपनी का नाम | तेजी | अंतिम भाव |
डॉ. रेड्डीज लैब्स | 7.09 | 5,098 रुपये |
सिप्ला | 2.71 | 907 रुपये |
डिविज लैब्स | 1.14 | 3,795 रुपये |
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज | 0.43 | 3,814 रुपये |
सोमवार को सभी सेक्टर की कंपनियों के शेयरों पर बिकवाली का भारी दबाव देखने को मिला. निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स ने सवा नौ फीसदी और मीडिया इंडेक्स ने आठ फीसदी का गोता लगाया. रियल्टी इंडेक्स 7.5 फीसदी, मेटल इंडेक्स 6 फीसदी और ऑटो व निजी बैंक इंडेक्स 5 फीसदी तक नीचे फिसला.
चार सरकारी बैंकों ने 10-12 फीसदी का गोता लगाया. मीडिया इंडेक्स पर जी एंटरटेनमेंट और मेटल इंडेक्स पर अडानी एंटरटेनमेंट के शेयर 11 फीसदी टूटे. रियल्टी इंडेक्स पर डीएलएफ के शेयर 12 फीसदी तक लुढ़के. निजी बैंकों में आरबीएल बैंक के शेयर सबसे अधिक टूटे. इस सभी सेक्टर्स के तमाम शेयरों फिसले.
सोमवार के कारोबारी सत्र के दौरान 57 कंपनियों के शेयरों ने अपने 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर हासिल किया. इसके उलट, 27 कंपनियों के ही शेयर अपने 52-सप्ताह के न्यूनतम स्तर तक फिसले.
निफ्टी 50 इंडेक्स पर सिर्फ चार शेयर हरे, जबकि 46 शेयर ने लाल निशान के साथ कारोबार का अंत किया. सेंसेक्स पर केवल एक ही शेयर ने तेजी दर्ज की और 29 शेयर लुढ़के. बीएसई पर 509 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. 2,478 शेयरों में नरमी देखने को मिली.
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