रिश्वत ले रहे सीएमओ ने लोकायुक्त को देखा तो बोला-मुझे चपरासी ने फंसाया
सीएमओ विजयशंकर त्रिवेदी को तनिक भी अहसास नहीं था कि रुपए लेते ही दांव उल्टा पड़ जाएगा। जैसे ही लोकायुक्त ने पकड़ा तो पसीना छूट गया। वे सोमवार सुबह एसएमओ प्रमोशन क्या है 8.45 बजे अपने पैतृक गांव बड़ा महलरा से लौटे ही थे। चपरासी रामप्रसाद बिलगैंया पहले से ही बंगले पर उनके आने का इंतजार कर रहा था। सीएमओ की गाड़ी रुकते ही वह उनके पास आया और पैर छूकर बोला साहब मेरे प्रमोशन का क्या हुआ। सीएमओ ने कहा अब मेरा तो ट्रांसफर हो गया। कर्मचारियों के प्रमोशन की जानकारी सागर स्थित नगरीय निकाय विभाग को भेज दी है। इतना कहते ही सीएमओ ऊपर कमरे में चले गए। पीछे से रामप्रसाद भी आ गया। इस बीच लोकायुक्त ने रामप्रसाद को इशारा किया। रामप्रसाद ने 25 हजार रुपए निकाले और सीएमओ की टी-शर्ट में रख दिए। फिर क्या था सीएमओ कुछ समझ पाते, इसके पहले ही लोकायुक्त टीम ने उन्हें शिकंजे में ले लिया।
क्या है प्रफोर्मा प्रमोशन…
प्रदेशमेंतीन आईएएस की प|ियों समेत पांच डॉक्टरों को सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में निदेशक के पद पर पदोन्नत किया है। अब विभाग में कुल 8 निदेशक हो गए हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग में डायरेक्टर के पांच पद ही थे, बाकी तीन पद क्रिएट किए गए हैं।
पदोन्नत हुए डॉक्टरों की लिस्ट में पीएस टू सीएम आरके खुल्लर की प|ी सोनिया त्रिखा, प्रिंसिपल सेक्रेट्री मॉनिटरिंग एंड कॉर्डिनेशन इंप्लीमेंटीनेशन वर्कस रिलेटिड सीएम अनाउंसमेंट टीसी गुप्ता की प|ी ऊषा गुप्ता और प्रिंसिपल सेक्रेट्री हरियाणा इलेक्ट्रोनिक्स एंड आईटी डिपार्टमेंट देवेंद्र सिंह की प|ी वीना सिंह हैं। इनके अलावा हिसार के सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र सिंह ग्रेवाल और पंचकूला के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र कुमार बंसल को भी पदोन्नत किया गया है। डॉ ऊषा गुप्ता को छोड़कर बाकी सभी को प्रफोर्मा प्रमोशन देकर डेपूटेशन के आधार पर प्रदोन्नत किया गया है। डॉ ऊषा गुप्ता पहले ही प्रफोर्मा प्रमोशन लेकर एनएचएम में ज्वाइंट डायरेक्टर के तौर पर डायरेक्टर का कार्यभार देख रहीं थी। हालांकि ये सभी डॉक्टर सीनियर है
सूत्रों का कहना है कि प्रफोर्मा प्रमोशन पदोन्नत करने के लिए सरकारी सिस्टम की एक गली है। इन पदोन्न्तियों को लेकर स्वास्थ्य महकमे भी काफी चर्चा है। क्योंकि महकमे में डायरेक्टर के 5 ही पद हैं, लेकिन डायरेक्टर 8 हो गए हैं। हालांकि चार लोगों को डेपूटेशन पर जाने पर डायरेक्टर बनाया गया है। इस पदोन्नति को लेकर जब महकमे के प्रिंसिपल सेक्रेट्री अमित झा से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कहा कि वह अभी व्यस्त हैं। इस मसले पर बात नहीं कर सकते।
अफसर का नाम मौजूदा पद नया पद
नूपुरबिश्नोई डीएसपी कुरुक्षेत्र, डीएसपी पंचकूला
गुरमेल सिंह डीएसपी सीआईडी मुख्यालय पंचकूला
ममता सौदा डीएसपी पंचकूला लॉ एंड पंचकूला
तान्या एसीपी पटौदी डीएसपी एसएमओ प्रमोशन क्या है कुरुक्षेत्र
संदीप मलिक डीएसपी एससीबी डीएसपी पानीपत
अमित दहिया एपीओ डीएसपी नूंह
पवन कुमार एपीओ डीएसपी जींद
शमशेर दहिया डीएसपी टोहाना डीएसपी सीआईडी
राजीव कुमार डीएसपी झज्जर डीएसपी करनाल
नारायण चंद एचपीए मधुबन डीएसपी रोहतक
विजेंदर सिंह एचवीपीएनएल डीएसपी हांसी
अमरजीत एचवीपीएनएल एचपीए मधुबन
अमित भाटिया-डीएसपी एचवीपीएनएल, अमित दहिया- डीएसपी नूंह, विनोद कुमार-डीएसपी सीआईडी, सुरेंद्र सिंह-डीएसपी एचवीपीएनएल, सुनील कुमार-डीएसपी सफीदों और पवन कुमार को जींद में डीएसपी लगाया गया है। इसके अलावा जानिये फेरबदल में किसे कहां लगाया गया है. ।
पंचकूला का जिला अस्पताल पहले सिविल सर्जन के अंडर में ही आता था, लेकिन 2011 से यहां आईएएस की प|ियां ही पीएमओ रहीं हैं। यहां 10 जून, 2011 को डॉ ऊषा गुप्ता पीएमओ बनी जो 13 जुलाई, 2015 तक रहीं। इनके बाद डॉ वीना सिंह यहां पीएमओ रही हैं।
1. डॉसोनिया त्रिखा को निदेशक एसआईएसएफडब्ल्यू हेल्थ सर्विस से हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसॉर्स सेंटर में डेपूटेशन पर बतौर एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर लगाया है।
2.डॉवीना सिंह को पीएमओ पंचकूला के पद से डायरेक्टर , हरियाणा एड्स कंट्रोल सोसायटी लगाया गया है।
3.डॉऊषा गुप्ता को ज्वाइंट डायरेक्ट एनएचएम से डायरेक्टर हेल्थ सर्विस हरियाणा में लगाया गया है।
4.डॉजितेंद्र सिंह को सिविल सर्जन, हिसार से डेपूटेशन पर एनएचएम में डायरेक्टर प्रशासनिक लगाया गया है। इनकी जगह पहले अरुण कुमार को कांट्रेक्ट बेस पर लगाया हुआ था, उन्हें रिलीव कर दिया गया है।
5.डॉवीरेंद्र कुमार बंसल को सिविल सर्जन, पंचकूला से डेपूटेशन पर डायरेक्टर, एमसीएच एनएचएम लगाया है।
^सरकार ने जिस प्रकार प्रफोर्मा प्रमोशन देकर डायरेक्टर बनाए हैं, उसी प्रकार तत्परता से एसएमओ और सिविल सर्जन पद के लिए इंतजार कर रहे डॉक्टरों को पदोन्नत किया जाना चाहिए। 46 एसएमओ बनने के इंतजार में है। डॉजसबीर परमार, प्रदेशाध्यक्ष, हरियाणा सिविल सर्विसेज एसोसिएशन
प्रफोर्मा प्रमोशन के तहत किसी अधिकारी के किसी दूसरे महकमे या दूसरे प्रदेश में डेपूटेशन पर देने का प्रावधान है। लेकिन उसका कैडर नहीं बदलता। यदि वह वापस मूल विभाग में आता है तो उसे उसी पद पर लगाया जाएगा। लेकिन यह प्रफोर्मा प्रमोशन का फायदा महकमे में आगे होने वाली प्रमोशन में मिलता है।
Haryana में 25 डाॅक्टरों को पदोन्नति का तोहफा, जानें क्या बने
राज्य में विभिन्न जिलों में काम करने वाले 25 मेडिकल अफसरों (डाक्टरों) को पदोन्नति एसएमओ प्रमोशन क्या है का तोहफा देते हुए एसएमओ बना दिया गया है। सभी डाक्टरों को पदोन्नति करने के साथ ही नए स्थान पर पोस्टिंग दी गई है।
चंडीगढ़। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में लंबे समय से खाली चली आ रही एसएमओ (सीनियर मेडिकल अफसर) के पदों को सूबे के सेहत मंत्री अनिल विज के निर्देशों पर भर दिया गया है। राज्य में विभिन्न जिलों में काम करने वाले 25 मेडिकल अफसरों (डाॅक्टरों) को पदोन्नति(Promotion) का तोहफा देते हुए एसएमओ बना दिया गया है। सभी डाॅक्टरों को पदोन्नति करने के साथ ही नए स्थान पर पोस्टिंग दी गई है।
गत 7 अगस्त को पदोन्नति सूची एसीएस (अतिरिक्त मुख्य सचिव) राजीव अरोड़ा आफिस की ओऱ से मुहर लगी थी। सूची पर गौर करें, तो इनमें पदोन्नति पाने वाले डाॅक्टर अनिल सचदेवा सांपला रोहतक को बौंदकला चरखी दादरी, डा. चंदबाला करनाल से जींद अलेवा, डाॅक्टर संगीता एमडी करनाल केसीजीएमसी उसी स्थान पर, डा. नीर आहूजा शिवजी कालोनी रोहतक सीएस दादरी भेजा गया है।इसके अलावा नरेंद्र कुमार छाबड़ा जगाधरी यमुनानगर को वहीं, डा. लता सांगवान सीएच फतेहाबाद डीएमएस सीएच हिसार , डा. एकता मान रेडियोलाजिस्ट सीएच बहादुरगढ़ झज्जर एसएमओ बहादुरगढ़ झज्जर, डा तरुण कुमार डिप्टी सीएमओ हिसार, डा. संदीप बतीश कैथल गुहला, डा. नवीन गर्ग पीजीबीसीसी बीके हास्पीटल फरीदाबाद डाक्टर हरेंद्र सिंह सिवानी भिवानी, डा. नीलम दलाल सीएचसी गोहाना, डा. अर्चना अग्रवाल सीएच सिरसा, डीएमएस सिरसा, डा. नीरु आर्य डीओएमएस को डीएचबीवीएन रोहतक से सीएच चरखीदादरी किया गया है। राजेश श्योकंद बीके हास्पीटल फरीदाबाद को बतौर एसएमओ प्रमोशन क्या है डिप्टी सीएमओ उसी जिले में रखा गया है।
संजीव गोयल गुहला कैथल,. डाक्टर सुशीला कुमारी डिप्टी सीएमओ जींद डाक्टर संजय कुमार सोनीपत से समालखा, डा. सीमा चौधरी निगदू करनाल में डाक्टर राजेश कुमार कोडीएचएस मलेरिया से पिंजौर तैनात किया गया है। स्नेहलता गर्ग को आदमपुर, नीरजा मंगला को डिप्टी सीएमओ कैथल, राहुल बुद्धिराजा डाक्टर हांसी, सुनीता तंवर को डिप्टी सीएमओ झज्जर, डाक्टर जसबीर सिंह परमार को चरखी दादरी एसएमओ तैनात किया गया है।
दीनदयाल रसोई योजना में गड़बड़झाला किया था चपरासी एसएमओ प्रमोशन क्या है एसएमओ प्रमोशन क्या है ने
जिले में भ्रष्टाचार करने वाले लोगों के चेहरे हो रहे बेनकाब
रिश्वत ले रहे सीएमओ ने लोकायुक्त को देखा तो बोला-मुझे चपरासी ने फंसाया
सीएमओ विजयशंकर त्रिवेदी को तनिक भी अहसास नहीं था कि रुपए लेते ही दांव उल्टा पड़ जाएगा। जैसे ही लोकायुक्त ने पकड़ा तो पसीना छूट गया। वे सोमवार सुबह 8.45 बजे अपने पैतृक गांव बड़ा महलरा से लौटे ही थे। चपरासी रामप्रसाद बिलगैंया पहले से ही बंगले पर उनके आने का इंतजार कर रहा था। सीएमओ की गाड़ी रुकते ही वह उनके पास आया और पैर छूकर बोला साहब मेरे प्रमोशन का क्या हुआ। सीएमओ ने कहा अब मेरा तो ट्रांसफर हो गया। कर्मचारियों के प्रमोशन की जानकारी सागर स्थित नगरीय निकाय विभाग को भेज दी है। इतना कहते ही सीएमओ ऊपर कमरे में चले गए। पीछे से रामप्रसाद भी आ गया। इस बीच लोकायुक्त ने रामप्रसाद को इशारा किया। रामप्रसाद ने 25 हजार रुपए निकाले और सीएमओ की टी-शर्ट में रख दिए। फिर क्या था सीएमओ कुछ समझ पाते, इसके पहले ही लोकायुक्त टीम ने उन्हें शिकंजे में ले लिया।
भृत्य रामप्रकाश बिलगैया
टीकमगढ़। लोकायुक्त टीम के साथ बैठे सीएमओ विजय शंकर त्रिवेदी।
टीकमगढ़ | जिले में आए दिन भ्रष्टाचार और काली कमाई करने वाले लोगों के चेहरे बेनकाब हो रहे हैं। सरकारी विभागों में चल रहे लेन देन और आए दिन लोकायुक्त पुलिस द्वारा भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाबजूद भी अफसरों तथा कर्मचारियों का चरित्र और चेहरे सुधरने का काम नही ले रहे।
मानवीय संवेदना समिति के सचिव मनीराम कठैल ने कहा कि लोकायुक्त द्वारा की गई कार्रवाई का यह पहला मामला नही है। पहले भी कई बड़े अधिकारियों, कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए दबोचा जा चुका है। जिससे खनिज अधिकारी, सीएमएचओ, एसडीएम, पेशगार, पटवारी, समिति सचिव, देरी पुलिस प्रभारी सहित कई लोगों के नाम शामिल हैं।
सीएमओ को प्रमोशन का पॉवर नहीं
सीएमओ का कहना है कि किसी भी सीएमओ को कर्मचारी के प्रमोशन का पॉवर नहीं है। सीएमओ केवल प्रमोशन वाले कर्मचारियों की जानकारी जुटाकर हेड ऑफिस भेजता है। प्रमोशन की कार्रवाई हेड ऑफिस से ही होती है। ऐसे में प्रमोशन के नाम पर रिश्वत लेने का सवाल ही नहीं है। मुझे जबरन फंसाया गया है।
बाजार बैठकी की उगाही करता था चपरासी
चपरासी रामप्रसाद बिलगैंया को बाजार बैठकी का पैसा उगाहने का जिम्मा सौंपा गया था। उसने दो साल तक बाजार में दुकानदारों से बाजार बैठकी का टैक्स वसूला। इसके बाद शिकायत मिलने पर सीएमओ ने 3-4 महीने पहले उसे इस काम से हटा दिया एसएमओ प्रमोशन क्या है था। तभी से वह सीएमओ से नाराज चल रहा था।
डिप्टी कलेक्टर पर भी लगा चुका है आरोप : चपरासी रामप्रसाद बिलगैंया सन 1993-94 में डिप्टी कलेक्टर रहे अशोक राय पर भी गंभीर आरोप लगा चुका है। नगर पालिका के इंजीनियर एसएल त्रिपाठी का कहना है कि चपरासी रामप्रसाद पहले से ही विवादास्पद रहा है।
सीएमओ विजयशंकर त्रिवेदी का हाल ही में पन्ना का ट्रांसफर हो चुका है। वे यहां से 15 सितंबर को रिलीव भी हो चुके हैं। सोमवार को अपना सामान उठाने बिजावर से आए थे। नगरपलिका में उनके विदाई समारोह की तैयारियां भी चल रही थी, लेकिन अचानक सबकुछ बदल गया। सीएमओ नगर पालिका द्वारा एसएमओ प्रमोशन क्या है निर्मित बंगले में रह रहे थे।
15 सितंबर को रिलीव हो
चुके हैं सीएमओ
सीएमओ का कहना है कि चपरासी ने दीनदयाल रसोई योजना में भी गड़बड़झाला किया था। उसे रसोई का प्रभारी बनाया गया था, लेकिन यहां लोगों को खाना नहीं देने की शिकायतें मिलने लगी थी। हाल ही में उसे यहां से हटाकर ऑफिस में अटैच कर दिया था।
CMO Kaise Bane : CMO अधिकारी क्या होता है और कैसे बने
नमस्कार मित्रो आज हम आपको CMO Kaise Bane इसके बारे में बता रहे है अगर आपको सीएमओ बनना है तो आपको पता होना जरुरी है की सीएमओ क्या क्या होता है व इसके कार्य क्या होते है व आपको सीएमओ बनने के लिए क्या करना होगा निम्न तरह की जानकारी होगी तो ही आप एक सीएमओ बन सकते है और इसमें अपना बेहतरीन भविष्य बना सकते है.
हर व्यक्ति का अपने भविष्य को लेकर अलग अलग सपना होगा है व हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ न कुछ बड़ा करना चाहता है वही कई लोग सीएमओ बनने का सपना देखते है पर ज्यादातर लोगो को पता नहीं होता की आखिर सीएमओ क्या होता है और CMO Kaise Bane तो इसके बारे में जानने के लिए आप हमारा यह पूरा आर्टिकल ध्यान से पढ़े.
CMO Kaise Bane
सीएमओ कैसे बनते है इसके बारे में बताने से पहले सीएमओ क्या होता है इसके बारे में आपको जानना बेहद ही जरुरी है व सीएमओ को हमेशा जिला स्तर पर नियुक्त किया जाता है व यह एक बहुत ही बड़ी जिम्मेदारी वाली पोस्ट होती है जो की स्वास्थ्य और चिकित्सा से जुडी सुविधाओं वाली पोस्ट होती है एवं सीएमओ चिकित्सा विभाग का एक वरिष्ठ अधिकारी होता है.
सीएमओ का पूरा नाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी होता है जिसे अंग्रेजी में Chief medical officer भी कहा जाता है यह अधिकारी चिकित्सक विशेषज्ञो की टीम का नेतृत्व करते है और उनका सही तरह से मार्गदर्शन करते है इसके साथ ही यह अधिकारी सार्वजनिक मामलों को हल करने में भी सहायक होते है.
जैसा की हमने आपको बताया की सीएमओ को जिला स्तर पर नियुक्त किया जाता है इस वजह से किसी जिले में जितने भी अस्पताल आते है वो सभी सीएमओ के अधीन होते है व जिले के सभी अस्पतालों के डॉक्टर का मार्गदर्शन इन्ही के द्वारा किया जाता है इसके साथ ही अस्पताल का रखरखाव, जरुरी आवश्यकता पूरी करना, रोगियों की देखभाल, चिकित्सको की कमी को पूरा करना और प्रबंधन आदि से जुड़े कार्य एक सीएमओ को ही करने होते है.
CMO कैसे बनते है
आपको CMO बनने के लिए इस बात का ध्यान रखना जरुरी है की आप सीधे तौर पर कभी भी CMO नहीं बन सकते इसके लिए कभी भी सीधी भर्ती नहीं आती इसलिए आपको एक सीएमओ बनने के लिए कुछ वर्षो तक सरकारी डॉक्टर या चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्य करना होता है इसके बाद आपको प्रमोशन के माध्यम से CMO का पद प्राप्त होता है.
दसवीं अच्छे अंको से उत्तीर्ण करें
आपको सीएमओ बनने के लिए शुरुआत से ही इसकी तयारी में जुड़ जाना है व आपको दसवीं में बहुत ही अच्छी पढाई करनी होगी व दसवीं में अच्छे एसएमओ प्रमोशन क्या है अंक प्राप्त करने की कोशिश करें क्युकी आपके अंक जितने अच्छे होंगे आपको उतने ही अच्छे विधालय में आगे की पढाई के लिए एडमिशन मिल जायेगा व आप आगे की पढाई भी बेहतरीन तरीके से कर पाएंगे.
बाहरवीं उत्तीर्ण करें
अब आपको दसवीं पास करने के बाद ग्यारवी में एडमिशन लेना होता है व इसके लिए आपको फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी सब्जेक्ट का चुनाव करना होता है तभी आप आगे जाकर डॉक्टर की पढाई कर पाएंगे व इन सब्जेक्ट के साथ आप अच्छे अंको से बाहरवीं उत्तीर्ण कर ले व बाहरवीं में आपके अच्छे अंक होने बेहद ही जरुरी है नहीं तो आपको अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेने में परेशानी हो सकती है.
एमबीबीएस कोर्स करें
आप बाहरवीं उत्तीर्ण कर लेते है तो इसके बाद आपको 4 वर्ष का एमबीबीएस कोर्स करना होता है व इसके लिए आपको एक एंट्रेंस एग्जाम देना होता है जब आप एंट्रेंस एग्जाम को उत्तीर्ण कर लेते है तो इसके बाद आपको अच्छे कॉलेज में एमबीबीएस एसएमओ प्रमोशन क्या है के लिए एडमिशन मिल जाता है व आगे डॉक्टर की पढाई कर पाएंगे व जब आप एमबीबीएस कर लेते है तो इसके बाद आपको एक साल का इंटरशिप करना भी बेहद ही आवश्यक है.
UPSC CMS की परीक्षा दे
जब आपको एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त हो जाती है तो इसके बाद आपको यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली कंबाइड मेडिकल सर्विस अर्थात UPSC CMS के लिए आवेदन करना होता है व इसकी परीक्षा को उत्तीर्ण करना होता है इसके बाद आपको एसएमओ प्रमोशन क्या है सरकारी डॉक्टर या चिकित्सा अधिकारी के रूप में नौकरी मिल जाती है व इसके बाद आपको निम्न पोस्ट पर कुछ वर्ष तक काम करना होता है.
UPSC CMS की परीक्षा में आपको 2 प्रश्न पत्र दिए जाते है व दोनों प्रश्न पत्र 250 अंको के होते है जिसमे आपको ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जायेगे व इस प्रश्न पत्र को हल करने के लिए आपको कुल 2 घंटे का समय दिया जाता है व इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी रखी जाती है इसलिए आप कोई भी गलत उत्तर देंगे तो इसके अंक काटे जायेगे व इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद ही आप सीएमओ बन सकते है.
CMO Officer में चयन
ऊपर बताये सभी स्टेप पुरे करने के बाद आप सरकारी डॉक्टर या मेडिकल अधिकारी बन जाते है और इसके बाद आपको कुछ वर्षो तक इसमें सेवा देनी होती है और बेहतरीन सेवाएं देनी होगी इसके बाद आपके कार्य और अपने अनुभव के आधार पर आपको प्रमोशन द्वारा CMO Officer का पद दिया जाता है.
CMO अधिकारी का वेतन
अक्सर लोग इसके बारे में जानना चाहते है की आखिर एक सीएमओ अधिकारी का वेतन कितना होता है तो हम आपको इसके वेतन के बारे में जानकारी दे रहे है हालांकि सभी राज्य में वहां के नियमानुसार इनका वेतन अलग अलग हो सकता है व एक सीएमओ अधिकारी को प्रतिवर्ष 20,12,266/- रूपए तक का वेतन दिया जाता है.
Calculation – इस आर्टिकल में हमने आपको CMO Kaise Bane इसके बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको CMO बनने के बारे में दी गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें और इससे जुड़ा किसी भी तरह का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट के द्वारा बता सकते है.
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